बिहार में राजग दो तिहाई बहुमत के साथ सत्ता में लौटेगा: राजनाथ सिंह का बांका रैली में दावा

बांका रैली में रक्षा मंत्री ने विपक्ष पर तीखे आरोप लगाए; विकास, स्वास्थ्य और आरक्षण को अपना सशक्त एजेंडा बताया

बांका, 05 नवंबर — केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को बांका में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के पक्ष में आयोजित चुनावी सभा में जोरदार भाषण देते हुए दावा किया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाला गठबंधन राज्य में दो तिहाई बहुमत के साथ फिर से सत्ता में लौट रहा है। उन्होंने महागठबंधन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि विपक्ष विकास विरोधी रहा है और वह जनता को विभाजित करने का काम करता है।

राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल पर सीधे आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी सीमावर्ती इलाकों में सड़कों और बुनियादी सुविधाओं के विकास की इच्छुक नहीं रही, जबकि राजद ने बिहार में विकास नहीं होने देना चाहा। उनके मुताबिक राजग की सरकारों ने विकास को प्राथमिकता दी है और इसके परिणाम स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं।

यह कहते हुए कि सेना का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं होना चाहिए, उन्होंने राहुल गांधी पर टिप्पणी करते हुए चेतावनी दी कि सैनिक केवल अपना "सैन्य धर्म" निभाते हैं और उन्हें राजनीति में नहीं खींचा जाना चाहिए। उन्होंने देश की सशक्त सुरक्षा व्यवस्था और सेना के वीर जवानों का उल्लेख करते हुए कहा कि संकट के समय हमारी सेना ने हमेशा पराक्रम दिखाया है और देश का मान बढ़ाया है।

राजनाथ सिंह ने आरक्षण के समर्थन में भी स्पष्ट रूप से कहा कि उनकी पार्टी आरक्षण के पक्ष में है और उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके कार्यकाल में गरीबों को आरक्षण उपलब्ध कराया गया है। उनके अनुसार राजग ने जनहित के निर्णय लिए और समाज के कमजोर तबकों के अधिकारों की रक्षा की।

हादसे और करप्शन के बिंदु पर उन्होंने राजद के नेताओं पर तीखे आरोप लगाए और कहा कि नीतीश कुमार पर आज तक भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा है, जबकि राजद के शीर्ष नेतृत्व सहित कई नेता भ्रष्टाचार के मामलों का सामना कर रहे हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि राजद शासन के दौरान स्वास्थ्य बजट मात्र सात सौ करोड़ था, जो अब राजग के शासनकाल में बढ़कर बीस हजार करोड़ तक पहुंच चुका है। उन्होंने इसे सरकार की स्वास्थ्य के प्रति गंभीरता का प्रमाण बताया।

विकास के आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि बिहार का समग्र बजट अब तीन लाख करोड़ रुपये से ऊपर है और यह संकेत है कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति दिन-प्रतिदिन बेहतर हो रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे बजट से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं और विकास परियोजनाओं को गति मिली है।

रक्षा मंत्री ने यह भी जोर देकर कहा कि राजग कभी भी जाति, पंथ और धर्म के आधार पर वोटबैंक सिद्धांत पर विचार नहीं करता। उनके शब्दों में, राजग केवल विकास की राजनीति करता है जबकि महागठबंधन लोगों को जाति और धर्म के नाम पर बांटता है। उन्होंने मतदाताओं से आग्रह किया कि वे विकास के एजेंडे को ब्रह्मांड मान कर वोट दें ताकि बिहार आगे बढ़ सके।

सुरक्षा मामलों पर उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि कोई आतंकी फिर से भारत पर हमला करने का प्रयास करेगा तो कड़ा और निर्णायक जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी रुका नहीं है और सीमाओं तथा आंतरिक सुरक्षा को लेकर हमेशा सख्ती बरती जाएगी।

सभास्थल पर मौजूद जनसमूह और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने चुनावी रणनीति और संकल्प का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इस बार की लड़ाई विकास बनाम विभाजन की है और जनता विकास को चुनकर राज्य की दिशा बदल सकती है।

कार्यक्रम में राजनाथ सिंह के अलावा स्थानीय नेताओं ने भी भाग लिया और लोगों को मतदान के लिए प्रेरित करने का आह्वान किया। विपक्ष के नेताओं ने इन आरोपों का तुरंत प्रत्युत्तर दिया और कहा कि विकास के दावों की वास्तविकता जमीन पर जाँचने की आवश्यकता है; वहीं विपक्ष ने राज्य में बेरोजगारी और कृषि संकट के मुद्दों को भी उछाला।

राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि आगामी चुनाव में विकास-आधारित वादों के साथ साथ जाति और क्षेत्रीय समीकरण भी निर्णायक होंगे। राजनाथ सिंह के बयान चुनावी माहौल को गरमा देंगे और आगे के प्रचार-प्रसार में इसे भुनाया जा सकता है। जनता के समक्ष अब प्रश्न यह है कि किसे अधिक भरोसेमंद मानकर वे अपना मत दें — विकास का वादा करने वालों को या वैचारिक और पहचान आधारित राजनीति की आवाज़ उठाने वालों को।