Trending News

June 1, 2025 7:24 PM

राजस्थान शिक्षा विभाग की वेबसाइट हैक: ‘पाकिस्तान साइबर फोर्स’ ने दी तकनीकी हमले की धमकी

rajasthan-education-website-hacked-pakistan-cyber-threat

जयपुर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद अब पाकिस्तान ने साइबर मोर्चे पर भारत को घेरने की कोशिश शुरू कर दी है। मंगलवार को राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग की आधिकारिक वेबसाइट को पाकिस्तानी हैकरों ने हैक कर लिया। इस साइबर हमले के दौरान वेबसाइट पर भारत विरोधी संदेश पोस्ट किए गए, जिनमें ‘पाकिस्तान साइबर फोर्स’ के नाम से धमकी दी गई कि “अगला हमला गोलियों से नहीं, तकनीक से होगा।”

पहलगाम हमले को बताया झूठा, उकसावे वाली टिप्पणियां कीं

हैकर्स ने वेबसाइट पर भारत के विरुद्ध भड़काऊ बातें लिखीं और पहलगाम आतंकी हमले को फर्जी करार देने की कोशिश की। यह साइबर हमला स्पष्ट रूप से भारत में अस्थिरता और भय का माहौल बनाने की कोशिश है, जो सीधे तौर पर पाकिस्तान समर्थित साइबर नेटवर्क की ओर इशारा करता है।

तुरंत शुरू हुई रिकवरी प्रक्रिया

घटना सामने आने के बाद शिक्षा विभाग की आईटी यूनिट ने तत्परता दिखाते हुए वेबसाइट को तुरंत अस्थायी रूप से बंद कर दिया और रीस्टोरिंग की प्रक्रिया आरंभ की गई। विभागीय सूत्रों के अनुसार, संवेदनशील डेटा सुरक्षित है, हालांकि सावधानी के तौर पर पूरे तंत्र की गहन जांच की जा रही है।

शिक्षा मंत्री ने दी प्रतिक्रिया

राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि इस साइबर हमले की सूचना साइबर सुरक्षा एजेंसियों को दे दी गई है और एक विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार इस तरह की किसी भी दुर्भावनापूर्ण हरकत को बर्दाश्त नहीं करेगी और दोषियों को ट्रैक कर कार्रवाई की जाएगी।

इससे पहले भी हुई थीं साइबर हमले की घटनाएं

गौरतलब है कि इससे पहले सोमवार रात को भी राजस्थान स्वायत्त शासन विभाग और जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) की वेबसाइट्स को निशाना बनाया गया था। इन सभी हमलों का एक समान पैटर्न और पाकिस्तान से लिंक होने की आशंका है, जो देश की डिजिटल सुरक्षा के लिए गंभीर चेतावनी है।

केंद्र और राज्य स्तर पर सतर्कता बढ़ाई गई

इन घटनाओं को देखते हुए केंद्र सरकार की साइबर एजेंसियों और राज्य की आईटी इकाइयों को अलर्ट पर रखा गया है। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में पाकिस्तान समर्थित साइबर नेटवर्क भारत के सरकारी डेटा तंत्र पर लगातार हमले कर सकते हैं। ऐसे में साइबर फायरवॉल, एन्क्रिप्शन और निगरानी सिस्टम को अपडेट करना जरूरी हो गया है।



Share on facebook
Share on twitter
Share on linkedin
Share on whatsapp
Share on telegram