• राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया

नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में मानसून ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बीते चार दिनों में विभिन्न घटनाओं में 23 लोगों की जान जा चुकी है।

राजस्थान: अजमेर में बाढ़ जैसे हालात, लोग बहे

राजस्थान के अजमेर जिले में शुक्रवार रात बारिश के चलते आनासागर झील उफान पर आ गई, जिससे चौपाटी इलाके में जलभराव हो गया। दरगाह बाजार की सड़कों और गलियों में पानी भरने के कारण कई लोग बह गए। टोंक जिले में मूसलधार बारिश के बाद एक तालाब का बांध टूट गया, जिससे आसपास के गांवों में खतरे की स्थिति बन गई है। बढ़ते खतरे को देखते हुए कोटा, बारां, झालावाड़, अजमेर, बूंदी और राजसमंद जिलों में शनिवार को स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है। नागौर के निजी स्कूल भी बंद हैं।

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मध्यप्रदेश: 16 जिलों में बाढ़ का खतरा

मध्यप्रदेश में भी बारिश का प्रकोप जारी है। ग्वालियर, छतरपुर, पन्ना, शिवपुरी, मुरैना और श्योपुर सहित 16 जिलों में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है। शिवपुरी में प्रशासन ने स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए हैं। वहीं, मुरैना और श्योपुर में शनिवार को 4 इंच से अधिक बारिश होने की संभावना जताई गई है।

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उत्तर प्रदेश: काशी में गंगा-वरुणा उफनाई, 30 हजार घर डेंजर जोन में

उत्तर प्रदेश के काशी (वाराणसी) में गंगा और वरुणा नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। दोनों नदियों में बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं। प्रशासन के अनुसार करीब 30 हजार घर डेंजर जोन में आ गए हैं। बाढ़ का पानी रिहायशी इलाकों की ओर बढ़ रहा है, जिससे लोगों ने पहले से ही सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन शुरू कर दिया है।

चार दिन में 23 मौतें, हालात चिंताजनक

इन तीनों राज्यों में पिछले चार दिनों के भीतर बारिश जनित घटनाओं में अब तक 23 लोगों की जान जा चुकी है। सड़कें, पुल और बिजली व्यवस्था प्रभावित है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।