बॉस्टन/नई दिल्ली, 20 अप्रैल 2025: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी शनिवार को तीन दिवसीय अमेरिका दौरे पर रवाना हुए। स्थानीय समयानुसार वे बॉस्टन के लोगन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे, जहां भारतीय मूल के प्रवासी नागरिकों और कांग्रेस समर्थकों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
ब्राउन यूनिवर्सिटी में होगी अहम बातचीत
राहुल गांधी इस दौरे के दौरान रोड आइलैंड स्थित प्रतिष्ठित ब्राउन यूनिवर्सिटी का दौरा करेंगे। सूत्रों के अनुसार, वे विश्वविद्यालय के छात्रों और फैकल्टी के साथ संवाद करेंगे, जिसमें लोकतंत्र, शिक्षा, सामाजिक न्याय, वैश्विक राजनीति और भारत-अमेरिका संबंध जैसे विषयों पर चर्चा होने की संभावना है। यह कार्यक्रम विशेष रूप से युवा भारतीयों और अकादमिक समुदाय को कांग्रेस पार्टी की सोच और नीतियों से जोड़ने की एक पहल मानी जा रही है।
प्रवासी भारतीयों से मुलाकात
ब्राउन यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम के अलावा, राहुल गांधी प्रवासी भारतीय समुदाय के प्रतिनिधियों, इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के पदाधिकारियों और स्थानीय नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। यह मुलाकात अमेरिका में बसे भारतीयों को कांग्रेस पार्टी के विचारों से जोड़ने और भारत के सामाजिक-राजनीतिक परिवेश पर संवाद स्थापित करने के उद्देश्य से की जा रही है।

पिछले दौरे की यादें ताजा
राहुल गांधी ने इससे पहले सितंबर 2024 में भी तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा की थी, जिसमें उन्होंने डलास शहर स्थित टेक्सास विश्वविद्यालय में छात्रों से संवाद किया था। उस दौरे में उन्होंने भारतीय लोकतंत्र, संविधान की मूल भावना और युवाओं की भागीदारी जैसे मुद्दों पर जोर दिया था। साथ ही उन्होंने प्रवासी भारतीयों को भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करने में भूमिका निभाने का आह्वान भी किया था।
राजनीतिक दृष्टिकोण से अहम दौरा
विशेषज्ञों के अनुसार, यह दौरा 2024 के आम चुनावों के बाद राहुल गांधी की अंतरराष्ट्रीय छवि को और प्रबल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में उनकी भूमिका को लेकर वैश्विक समुदाय की उत्सुकता भी बढ़ी है, खासकर ऐसे समय में जब भारत में लोकतंत्र, मानवाधिकार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर गहन बहस चल रही है।
कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा
कांग्रेस पार्टी इस दौरे को अपनी वैश्विक रणनीति का हिस्सा मान रही है, जिसमें प्रवासी भारतीयों को जोड़कर उनकी भागीदारी को राजनीतिक और सामाजिक आंदोलनों से जोड़ा जा सके। पार्टी के संचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने पहले ही घोषणा की थी कि राहुल गांधी का यह दौरा 21 और 22 अप्रैल को रहेगा।
राहुल गांधी का यह अमेरिका दौरा न केवल कांग्रेस पार्टी की अंतरराष्ट्रीय पहुंच को सुदृढ़ करने की दिशा में एक प्रयास है, बल्कि भारतीय लोकतंत्र को वैश्विक मंच पर मजबूती से रखने का भी संकेत है। युवाओं और अकादमिक समुदाय के साथ संवाद स्थापित कर वे यह संदेश देना चाहते हैं कि भारत की राजनीति में विचार, संवाद और लोकतंत्र की पुनर्स्थापना के लिए कांग्रेस तैयार है।