• जांच समिति ने पुलिसकर्मियों व स्टाफ सहित कई गवाहों से ली जानकारी

भुवनेश्वर। पुरी में 29 जून को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान हुई भगदड़ की घटना की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। इस घटना में अब तक 147 लोगों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। बुधवार को 42 नए गवाहों ने अपने बयान दर्ज कराए, जिनमें इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) में तैनात पुलिसकर्मी और स्टाफ शामिल रहे।

तीन की मौत, दर्जनों घायल

भगदड़ में तीन श्रद्धालुओं की जान चली गई थी और करीब 50 लोग घायल हुए थे। इसके बाद राज्य सरकार ने जांच के आदेश दिए और वरिष्ठ अधिकारी विकास आयुक्त सह अतिरिक्त मुख्य सचिव अनु गर्ग की अध्यक्षता में एक प्रशासनिक जांच समिति गठित की गई।

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30 जुलाई को सरकार को सौंपेंगे रिपोर्ट

जांच अधिकारी अनु गर्ग ने बताया कि सभी गवाहों के बयान भुवनेश्वर और पुरी में चार चरणों में दर्ज किए गए हैं। समिति 30 जुलाई को सरकार को अपनी अंतिम रिपोर्ट सौंपेगी। बुधवार को भुवनेश्वर स्थित स्पेशल सर्किट हाउस में बयान दर्ज करने का कार्य किया गया।

घटना के तुरंत बाद हुई कार्रवाई

भगदड़ की यह घटना श्री गुंडिचा मंदिर के बाहर उस समय हुई थी, जब भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के रथ वापसी के लिए मंदिर से बाहर निकले थे। भारी भीड़ की वजह से अव्यवस्था फैल गई और भगदड़ मच गई। घटना के बाद पुरी के तत्कालीन जिलाधिकारी और एसपी को निलंबित कर दिया गया था। इसके एक दिन बाद ही जांच प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी।

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