फिरोजपुर, 11 मई — भारत-पाकिस्तान सीजफायर समझौते के बाद पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। अमृतसर, फिरोजपुर, फाजिल्का, तरनतारन, पठानकोट और गुरदासपुर जैसे जिलों में बॉर्डर से सटे गांवों के लोग जो कुछ दिन पहले घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए थे, अब अपने घर लौटने लगे हैं।
सीजफायर के बाद भी रहे धमाके, प्रशासन की चुप्पी
शनिवार रात पठानकोट और रविवार सुबह अमृतसर में धमाकों की आवाजें सुनी गईं। हालांकि प्रशासन ने इन धमाकों की पुष्टि नहीं की है, जिससे लोगों के मन में थोड़ी चिंता बनी हुई है। शनिवार रात बॉर्डर जिलों में ब्लैकआउट भी किया गया था, लेकिन फिलहाल कहीं से पाकिस्तानी हमले की कोई सूचना नहीं है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान घायलों से मिलेंगे
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, फिरोजपुर में हुए ड्रोन हमलों में घायल लोगों से मिलने के लिए लुधियाना जाएंगे। राज्य सरकार ने ऐलान किया है कि घायलों का इलाज सरकारी खर्चे पर किया जाएगा। यह कदम सरकार की ओर से युद्धग्रस्त क्षेत्रों के लोगों को राहत देने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
ट्रेन सेवाएं बहाल, लोग लौटे सामान्य दिनचर्या में
फिरोजपुर से चलने वाली 8 ट्रेनों को अब फिर से सामान्य रूप से चलाने के आदेश दिए गए हैं। इन ट्रेनों का या तो समय बदला गया था या उन्हें कुछ दिनों के लिए बंद किया गया था। अब जैसे-जैसे सुरक्षा स्थिति बेहतर हो रही है, परिवहन सेवाएं भी बहाल हो रही हैं।
बीते 3 दिनों में 12 जिलों में हमले
सीजफायर से पहले पाकिस्तान ने पंजाब के 12 जिलों में लगातार हमले किए थे। इन हमलों में ड्रोन, रॉकेट और मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया, जिनका निशाना सेना के ठिकानों और रिहायशी इलाकों पर था। हालांकि, भारतीय सेना के एयर डिफेंस सिस्टम ने हर हमले को नाकाम कर दिया।
लोग बोले- “अब चैन से जीने की उम्मीद”
सीमावर्ती गांवों के लोग कह रहे हैं कि वे अब शांति से जीवन जीना चाहते हैं। “हमने रातें बिना बिजली और नींद के बिताईं, अब उम्मीद है कि हालात लंबे समय तक शांतिपूर्ण रहेंगे।”
स्वदेश ज्योति के द्वारा
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