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March 12, 2025 8:58 PM

प्रयागराज महाकुंभ 2025: श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से फिर लगा जाम, प्रशासन ने कसी कमर

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रिपोर्ट: स्वदेश ज्योति, संवाददाता, प्रयागराज

प्रयागराज महाकुंभ 2025: माघ पूर्णिमा स्नान पर गूढ़पुर-इरादतगंज समेत कई क्षेत्रों में भीषण जाम, प्रशासन ने संभाली स्थिति

प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के दौरान, 14 फरवरी, शुक्रवार को गूढ़पुर और इरादतगंज क्षेत्रों में भारी भीड़ के कारण भीषण जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। माघ पूर्णिमा के स्नान के लिए लाखों श्रद्धालुओं के आगमन से सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिससे यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई।

स्वदेश ज्योति संवाददाता की रिपोर्ट के मुताबिक प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के दौरान शुक्रवार को एक बार फिर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे शहर की यातायात व्यवस्था पर जबरदस्त दबाव पड़ा। सुबह 12 बजे तक करीब 40 लाख श्रद्धालु संगम में पुण्य स्नान कर चुके थे। इस वजह से कई प्रमुख मार्गों पर यातायात अवरुद्ध हो गया और प्रशासन को हालात संभालने के लिए विशेष कदम उठाने पड़े।

गूढ़पुर-इरादतगंज मार्ग

स्वदेश ज्योति संवाददाता डेटा रिपोर्ट के अनुसार:

कहां-कहां लगा भीषण जाम?

  • गूढ़पुर और इरादतगंज: इन क्षेत्रों में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और वाहनों के बढ़ते दबाव ने यातायात व्यवस्था को प्रभावित किया।
  • सुलेमसराय इलाका: यहां वाहनों की करीब 1 किलोमीटर लंबी कतार लग गई, जिससे लोगों को आवागमन में भारी परेशानी हुई।
  • नैनी ब्रिज: यहां भी सुबह 1.5 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम देखा गया, जिससे यात्री घंटों फंसे रहे।
  • संगम क्षेत्र: श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने के कारण कई बैरियरों पर भीड़ को रोका गया। पुलिस लगातार श्रद्धालुओं से घाट क्षेत्र खाली होने तक इंतजार करने की अपील कर रही है।
गूढ़पुर-इरादतगंज मार्ग
गूगल मैप में 9.6 किमी का रास्ता 1 घंटे 44 मिनट में पूरा होते हुए दिखा रहा है।

भीषण जाम के पीछे क्या कारण रहे?

  1. श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड संख्या: महाकुंभ के इस पावन अवसर पर देशभर से करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे। प्रशासन के अनुसार, आज श्रद्धालुओं की संख्या 50 करोड़ के पार जा सकती है।
  2. वाहनों की बढ़ती संख्या: प्रयागराज की ओर जाने वाले सभी मुख्य मार्गों पर वाहनों की संख्या अप्रत्याशित रूप से बढ़ गई, जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न हुई।
  3. प्रशासन की चुनौतियां: बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और यातायात विभाग को लगातार मशक्कत करनी पड़ी।

प्रशासन ने कैसे संभाली स्थिति?

  • होल्डिंग एरिया की स्थापना: श्रद्धालुओं और वाहनों को नियंत्रित करने के लिए शहर के बाहरी क्षेत्रों में होल्डिंग एरिया बनाए गए, जहां वाहनों को अस्थायी रूप से रोका गया। श्रद्धालुओं के लिए खाने-पीने और शौचालय की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गईं।
  • रूट डायवर्जन: फतेहपुर से प्रयागराज आने वाले वाहनों को हुसैनगंज होते हुए भेजा गया, जिससे मुख्य मार्गों पर दबाव कम किया जा सके।
  • नो-व्हीकल जोन: मेला क्षेत्र को पूरी तरह से नो-व्हीकल जोन घोषित किया गया, जिससे केवल आवश्यक सेवाओं के वाहनों को ही प्रवेश की अनुमति दी गई।
  • पुलिस की अपील: पुलिस लाउडस्पीकर के माध्यम से श्रद्धालुओं से बार-बार अपील कर रही है कि वे संगम क्षेत्र में अनावश्यक रूप से भीड़ न बढ़ाएं और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।

महत्वपूर्ण घटनाक्रम:

  • महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आज संगम में पुण्य स्नान करेंगे। वह दोपहर में प्रयागराज पहुंचने की संभावना है।
  • गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने शुक्रवार, 14 फरवरी 2025 को प्रयागराज में जारी महाकुंभ मेला 2025 में हिस्सा लिया।
  • अब तक 49.14 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं।
  • संगम रेलवे स्टेशन को 14 फरवरी तक बंद रखा गया था ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।
Prayagraj: Home Minister of Gujarat Harsh Sanghavi offers prayer after taking a holy dip at the Triveni Sangam, in Prayagraj on Friday, February 14, 2025. (Photo: IANS)

क्या आगे की योजना है?

प्रशासन को उम्मीद है कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए उठाए गए कदमों से आगामी स्नान पर्वों के दौरान यातायात प्रबंधन अधिक सुचारू रहेगा। भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचने के लिए यातायात नियंत्रण, पार्किंग सुविधाओं और बैरिकेडिंग व्यवस्था को और अधिक मजबूत किया जाएगा।

महाकुंभ में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या प्रशासन के लिए चुनौती जरूर बनी हुई है, लेकिन लगातार किए जा रहे प्रयासों से स्थिति को बेहतर किया जा रहा है। प्रशासन ने अपील की है कि श्रद्धालु संयम और धैर्य बनाए रखें और निर्देशों का पालन करें, ताकि इस धार्मिक आयोजन को सभी के लिए सुगम और सुरक्षित बनाया जा सके।

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