मध्यप्रदेश के मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने की प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात, भेंट की नर्मदा परिक्रमा पर आधारित पुस्तक ‘परिक्रमा कृपा सार’
नई दिल्ली।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश सरकार में श्रम, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नई दिल्ली में मुलाकात की। यह मुलाकात न केवल एक राजनीतिक औपचारिकता थी, बल्कि भारतीय संस्कृति, श्रद्धा और आध्यात्मिकता से परिपूर्ण एक भावनात्मक संगम बन गई।
इस अवसर पर प्रह्लाद पटेल ने प्रधानमंत्री मोदी को अपनी नवीन पुस्तक ‘परिक्रमा कृपा सार’ भेंट की। यह ग्रंथ उनकी मां नर्मदा परिक्रमा के दौरान किए गए दो वर्षों के साधना, अनुभव और आस्था का प्रतीक है। साथ ही, उन्होंने देश की 108 नदियों के उद्गम स्थलों से संकलित पवित्र जल का संग्रह भी एक विशेष लकड़ी के डिब्बे में प्रधानमंत्री को भेंट किया।
नर्मदा परिक्रमा की साधना पर आधारित ग्रंथ
मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने बताया कि उनकी यह पुस्तक केवल यात्रा वृतांत नहीं, बल्कि नर्मदा परिक्रमा की दिव्य साधना और भारतीय जलसंस्कृति का साक्षात दस्तावेज है। उन्होंने कहा, “मैंने दो बार नर्मदा परिक्रमा की है। यह पुस्तक उसी अनुभव और तपस्या की परिणति है। इसमें मां नर्मदा के प्रति श्रद्धा, भारतीय परंपरा में नदियों का आध्यात्मिक महत्व और हमारी सांस्कृतिक चेतना के गहरे आयाम समाहित हैं।”
यह पुस्तक हाल ही में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत द्वारा 14 सितंबर, 2025 को इंदौर में हिंदी दिवस के अवसर पर विमोचित की गई थी। प्रधानमंत्री को यह ग्रंथ भेंट किए जाने से यह अब राष्ट्रीय स्तर पर और भी अधिक पहचान प्राप्त कर रहा है।

प्रधानमंत्री ने किया प्रयास की सराहना
मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने प्रह्लाद पटेल के इस आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक भारतीय संस्कृति में नदियों की महत्ता और मानव जीवन में उनकी आध्यात्मिक भूमिका को नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत करती है। प्रधानमंत्री ने इसे “प्रेरणादायी और संस्कारों से ओतप्रोत कृति” बताया।
प्रह्लाद पटेल ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी का यह उत्साहवर्धन उनके लिए अत्यंत प्रेरक है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री स्वयं भारतीय संस्कृति और प्रकृति के संरक्षण के प्रति समर्पित हैं। उनके आशीर्वाद से मुझे विश्वास है कि यह पुस्तक भारत की जलसंस्कृति को नई दिशा देगी।”
108 नदियों के जल का अद्भुत संग्रह
प्रधानमंत्री को भेंट किए गए पवित्र जल संग्रह के बारे में मंत्री पटेल ने कहा कि यह भारत की 108 प्रमुख नदियों के उद्गम स्थलों से संकलित जल है। यह संग्रह भारतीय सभ्यता की नदियों के प्रति श्रद्धा और उनकी जीवनदायिनी भूमिका का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह जल संग्रह “भारत माता के अंगों में प्रवाहित जीवन की धारा” का प्रतीक है।
अन्य वरिष्ठ नेताओं से भी की मुलाकात
प्रधानमंत्री से भेंट के बाद प्रह्लाद पटेल ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. मुरली मनोहर जोशी से भी सौजन्य भेंट की। उन्होंने उन्हें भी अपनी पुस्तक की प्रति भेंट की और अपने अनुभव साझा किए।
भारतीय संस्कृति और नर्मदा परंपरा को समर्पण
मीडिया से चर्चा में प्रह्लाद पटेल ने कहा कि ‘परिक्रमा कृपा सार’ केवल एक साहित्यिक कृति नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति में नदियों की पवित्रता, साधना और श्रद्धा का जीवंत रूप है। उन्होंने कहा कि नर्मदा केवल एक नदी नहीं, बल्कि जीवन, तपस्या और भक्ति की धारा है।
उन्होंने बताया कि उनकी दूसरी पुस्तक भी शीघ्र प्रकाशित होने जा रही है, जो नर्मदा परिक्रमा के दौरान मिले प्रेरक प्रसंगों और सांस्कृतिक अनुभवों पर आधारित होगी। उन्होंने कहा कि “मेरी साधना का उद्देश्य भारतीय परंपरा और प्रकृति के बीच के उस अमूर्त बंधन को समझना और उसे समाज के सामने प्रस्तुत करना है।”
प्रह्लाद पटेल की यह भेंट और आध्यात्मिक यात्रा भारतीय संस्कृति में नदी और प्रकृति के महत्व की पुनर्स्थापना का संदेश देती है। यह भेंट प्रधानमंत्री और मंत्री के बीच संस्कृति, श्रद्धा और समर्पण का संवाद बन गई, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी।
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