- कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने नए संसद भवन को ‘मोदी मल्टीप्लेक्स’ कहा है
- भाजपा नेता ने जेपी नड्डा ने इसे कोग्रस कि खराब मानसिकता बताई है।
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने आज यानी 23 सितम्बर को नए संसद भवन को ‘मोदी मल्टीप्लेक्स’ बता दिया है। जिसके बाद सोशल मीडिया पर उनके नए संसद भवन को लेकर ऐसे बयान पर भाजपा आगबबूला हो गई। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा कि 2024 में जब सत्ता बदलेगी, तो संसद भवन की नई इमारत का बेहतर इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘इतने प्रचार के साथ लॉन्च किया गया नया संसद भवन वास्तव में पीएम के उद्देश्यों को अच्छी तरह से साकार करता है। इसे मोदी मल्टीप्लेक्स या मोदी मैरियट कहा जाना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि दोनों सदनों के अंदर और लॉबी में बातचीत खत्म हो गई है।
जयराम रमेश ने क्या कहा?
जयराम रमेश ने कहा इतने प्रचार के साथ लॉन्च किया गया नया संसद भवन वास्तव में पीएम के उद्देश्यों को अच्छी तरह से साकार करता है। इसे मोदी मल्टीप्लेक्स या मोदी मैरियट कहा जाना चाहिए। चार दिनों के बाद, मैंने देखा कि दोनों सदनों के अंदर और लॉबी में बातचीत और बातचीत ख़त्म हो गई थी। यदि वास्तुकला लोकतंत्र को मार सकती है, तो संविधान को दोबारा लिखे बिना भी प्रधानमंत्री पहले ही सफल हो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि यहां एक-दूसरे को देखने के लिए दूरबीन की आवश्यकता होती है क्योंकि हॉल बिल्कुल आरामदायक या कॉम्पैक्ट नहीं हैं। पुराने संसद भवन की न केवल एक विशेष आभा थी बल्कि यह बातचीत की सुविधा भी प्रदान करता था। सदनों, सेंट्रल हॉल और गलियारों के बीच चलना आसान था। यह नया संसद के संचालन को सफल बनाने के लिए आवश्यक जुड़ाव को कमजोर करता है। दोनों सदनों के बीच त्वरित समन्वय अब अत्यधिक बोझिल हो गया है। पुरानी इमारत में, यदि आप खो गए थे, तो आपको अपना रास्ता फिर से मिल जाएगा क्योंकि यह गोलाकार था। नई इमारत में, यदि आप रास्ता भूल जाते हैं, तो आप भूलभुलैया में खो जाते हैं। पुरानी इमारत आपको जगह और खुलेपन का एहसास देती है जबकि नई इमारत लगभग क्लौस्ट्रफ़ोबिक है।
साथ ही उन्होने कि संसद में बस घूमने का आनंद गायब हो गया है। मैं पुरानी बिल्डिंग में जाने के लिए उत्सुक रहता था. नया कॉम्प्लेक्स दर्दनाक और पीड़ादायक है. मुझे यकीन है कि पार्टी लाइनों से परे मेरे कई सहकर्मी भी ऐसा ही महसूस करते हैं। मैंने सचिवालय के कर्मचारियों से यह भी सुना है कि नए भवन के डिज़ाइन में उन्हें अपना काम करने में मदद करने के लिए आवश्यक विभिन्न कार्यात्मकताओं पर विचार नहीं किया गया है। ऐसा तब होता है जब भवन का उपयोग करने वाले लोगों के साथ कोई परामर्श नहीं किया जाता है।
भाजपा का जयराम रमेश पर पलटवार
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जयराम रमेश पर जोरदार पलटवार करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, ‘कांग्रेस पार्टी के निम्नतम स्टैंडर्ड के हिसाब से भी ये दयनीय या कहें खराब मानसिकता है। ये भारत के 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं के अपमान के अलावा और कुछ नहीं है। उन्होने कहा ये पहला मौका नहीं है, जब कांग्रेस संसद-विरोधी हुई है. उन्होंने 1975 में भी ऐसा करने की कोशिश की और इसमें वह बुरी तरह फेल हो गए.’जेपी नड्डा के अलावा केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी जयराम के इस बयान पर नाराजगी जताई हैं।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ‘एक्स’ पर लिखा, मेरी मांग है कि पूरे भारत में ‘राजवंशों के गढ़ों’ का मूल्यांकन करने की युक्तिसंगत बनाने जरूरत है। शुरुआत के लिए 1, सफरदजंग रोड परिसर को तुरंत भारत सरकार को सौंपने के साथ होनी चाहिए. ऐसा इस बात को ध्यान में रखते हुए होना चाहिए सभी प्रधानमंत्रियों को अब पीएम संग्रहाल में जगह दी गई है। दरअसल, 1, सफदरजंग रोड पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का निवास स्थान है, जहां पर वर्तमान में ‘इंदिरा गांधी मेमोरियल म्यूजियम’ मौजूद है।