October 26, 2025 12:22 AM

पीएम मोदी ने यूक्रेन संकट पर जेलेंस्की से की बात, भारत का शांतिपूर्ण समाधान में समर्थन जारी

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पीएम मोदी ने जेलेंस्की से की बातचीत, भारत का यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान में समर्थन

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से टेलीफोन पर बातचीत की और इस दौरान भारत के स्थायी और सक्रिय रुख को दोहराया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत यूक्रेन में संघर्ष को समाप्त करने और शांति बहाल करने के सभी प्रयासों का समर्थन करता है। यह बातचीत चीन में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन से इतर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से होने वाली बैठक से दो दिन पहले हुई।

बातचीत का उद्देश्य और विषय

राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इस फोन कॉल के दौरान यूक्रेन से जुड़े हालिया घटनाक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने संघर्ष के मानवीय पहलुओं, नागरिकों पर हुए हमलों और अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक प्रयासों पर भी विस्तार से चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें धन्यवाद देते हुए भारत की स्थिर और संतुलित कूटनीति को दोहराया। उन्होंने कहा कि भारत सभी संभव प्रयासों के लिए तैयार है और संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान में सक्रिय भूमिका निभाने को प्रतिबद्ध है।

पीएम मोदी और जेलेंस्की के ट्वीट्स

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर ट्वीट किया:

“राष्ट्रपति जेलेंस्की को आज फोन कॉल के लिए धन्यवाद। हमने चल रहे संघर्ष, उसके मानवीय पहलू, शांति और स्थिरता बहाल करने के प्रयासों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। भारत इस दिशा में सभी प्रयासों का पूर्ण समर्थन देता है।”

“मैंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की। मैंने वाशिंगटन में राष्ट्रपति ट्रंप और यूरोपीय नेताओं की बातचीत के बारे में जानकारी दी। हमने शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन से पहले अपनी स्थिति में समन्वय स्थापित किया। भारत आवश्यक प्रयास करने और रूस व अन्य नेताओं को उचित संकेत देने के लिए तैयार है। मैं निकट भविष्य में पीएम मोदी से मिलकर खुशी महसूस करूंगा।”

यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी ट्वीट कर लिखा:

भारत की भूमिका और अंतरराष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य

पीएम मोदी की यह पहल वैश्विक स्तर पर भारत की संतुलित और निर्णायक कूटनीति को दिखाती है। यूक्रेन और रूस के बीच जारी तनाव के बीच भारत ने अपने सहयोगियों को यह संदेश दिया कि वह संघर्ष के शांतिपूर्ण और न्यायपूर्ण समाधान के पक्ष में है। इस पहल से भारत की अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा में मजबूती आई है और यह साफ संदेश गया कि भारत मानवता और कूटनीतिक सक्रियता के मुद्दों में सक्रिय भागीदार है।

मानवीय पहलुओं पर विशेष ध्यान

मोदी-जेलेंस्की बातचीत में नागरिकों और पीड़ितों के परिवारों की सुरक्षा और उनके प्रति संवेदनाओं का विशेष जिक्र हुआ। यह भी बताया गया कि भारत इस दिशा में किसी भी प्रकार की मानवीय सहायता देने को तत्पर है।

आगे की संभावनाएं

एससीओ शिखर सम्मेलन से पहले हुई यह बातचीत रूस और अन्य देशों के साथ कूटनीतिक संवाद को मजबूत करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। विशेषज्ञ मानते हैं कि भारत की सक्रिय कूटनीतिक भूमिका से वैश्विक स्तर पर स्थिरता के प्रयासों को बल मिलेगा और संघर्ष प्रभावित देशों के बीच वार्ता की संभावनाएं बढ़ेंगी।


External DoFollow Links:

  1. Ministry of External Affairs, India
  2. Ukraine Official Government Portal
  3. Shangai Cooperation Organisation Official Site

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