October 24, 2025 12:50 AM

बिहार में जंगलराज नहीं, जनविश्वास का राजः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

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— बिहार बीजेपी युवाओं से संवाद में बोले प्रधानमंत्री, कहा- ‘रफ्तार पकड़ चुका है बिहार, फिर से एनडीए सरकार’

बिहार में जंगलराज नहीं, जनविश्वास का राजः प्रधानमंत्री मोदी बोले— रफ्तार पकड़ चुका है बिहार, फिर से एनडीए सरकार


‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन

नई दिल्ली, 23 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ कार्यक्रम के तहत बिहार के युवा कार्यकर्ताओं से वर्चुअल माध्यम से संवाद किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आज बिहार में भय और अराजकता का नहीं, बल्कि जनविश्वास और विकास का शासन है। उन्होंने कहा, “अब बिहार में जंगलराज नहीं, जनविश्वास का राज है और हर बिहारी गर्व से कहता है— मैं बिहारी हूं।”

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने बिहार को अंधेरे से निकालकर विकास और विश्वास के युग में प्रवेश कराया है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि जिन लोगों ने बिहार को पिछड़ेपन की ओर धकेला था, वे अब जनता को फिर से भ्रमित करने में लगे हैं।


विपक्ष पर सीधा निशाना — “बिहार के लोगों का अपमान क्यों?”

प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस और आरजेडी को यह बताना चाहिए कि उनके साथी दल बिहार के लोगों का अपमान क्यों कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अब इन राजनीतिक चालों को पहचान चुकी है और वह विकास के रास्ते से पीछे नहीं हटेगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि “एनडीए सरकार ने बिहार को भय, भ्रष्टाचार और बंदूकों के साए से निकालकर विश्वास, विकास और अवसर के दौर में पहुंचाया है। आज बिहार का नौजवान कह रहा है — ‘रफ्तार पकड़ चुका है बिहार, फिर से एनडीए सरकार।


विकास की नई गति: सड़क, पुल, मेट्रो और एयरपोर्ट से बदल रहा बिहार

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज बिहार में इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में तेजी से काम हो रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य में सड़क, पुल, रेलवे, मेट्रो और एयरपोर्ट जैसी परियोजनाओं से नए अवसर पैदा हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि “स्थिर सरकार होने का लाभ बिहार को मिल रहा है। अस्पताल, स्कूल, रेलवे रूट और औद्योगिक परियोजनाएं तेजी से पूरी हो रही हैं। आज बिहार का हर नौजवान रोजगार और अवसर की नई दिशा में आगे बढ़ रहा है।”


बिहार के त्योहार और विकास की भावना एक साथ

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने भाई-दूज और चित्रगुप्त पूजा की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बिहार के युवा त्योहारों की उमंग के साथ विकास के महायज्ञ में भी सक्रिय रूप से हिस्सा ले रहे हैं।

उन्होंने कहा कि “बिहार की धरती पर परिश्रम, शिक्षा और संस्कृति का संगम है। केंद्र सरकार बिहार के मखाने को ‘सुपरफूड’ के रूप में विश्व स्तर पर पहचान दिला रही है। इससे बिहार के किसानों और युवाओं को रोजगार और निर्यात के नए अवसर मिल रहे हैं।”


युवाओं से की अपील — ‘अपने बूथ पर बने जनविश्वास के प्रहरी’

प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के युवाओं से अपील की कि वे अपने-अपने बूथों पर बुजुर्गों से मिलें, उनके अनुभवों को सुनें और नई पीढ़ी को राजनीतिक जागरूकता से जोड़ें। उन्होंने कहा कि “मतदाता का एक वोट देश की दिशा तय करता है — राम मंदिर निर्माण, ऑपरेशन सिंदूर और नक्सलवाद पर नियंत्रण, यह सब वोट की ताकत से ही संभव हुआ है।”

प्रधानमंत्री ने युवाओं से आग्रह किया कि वे प्रथम मतदाताओं का सम्मान समारोह आयोजित करें और उन्हें मतदान के महत्व से परिचित कराएं। उन्होंने कहा कि “देश का भविष्य तभी मजबूत होगा जब युवा जागरूक और सक्रिय रहेंगे।”


‘गठबंधन नहीं, लठबंधन है विपक्ष’: प्रधानमंत्री का व्यंग्य

प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी गठबंधन पर व्यंग्य करते हुए कहा कि यह कोई गठबंधन नहीं, बल्कि ‘लठबंधन’ है। उन्होंने कहा कि “ये लोग बिहार के युवाओं की चिंता नहीं करते। नक्सलवाद और माओवादी आतंक ने बिहार की दो पीढ़ियों का भविष्य नष्ट किया, लेकिन एनडीए सरकार ने उन्हें अंधकार से निकालकर विकास के रास्ते पर लाया।”

उन्होंने कहा कि बिहार अब बंदूकों की आवाज़ नहीं, बल्कि मशीनों, निर्माण और शिक्षा की गूंज से आगे बढ़ रहा है।


बिहार की बेटियां बन रही हैं बदलाव की वाहक

प्रधानमंत्री ने बिहार की बेटियों की सराहना करते हुए कहा कि “आज बिहार की बेटियां विज्ञान, तकनीक, एविएशन, फैशन, फिनटेक, मेडिकल और मीडिया जैसे क्षेत्रों में देश का नाम रोशन कर रही हैं। बिहार की महिलाएं अब आत्मनिर्भर भारत की प्रेरणा बन चुकी हैं।”

उन्होंने युवाओं से कहा कि “नई सोच और मेहनत ही नया बिहार बनाएगी। आप सभी इस परिवर्तन के प्रतिनिधि हैं।”


‘रन फॉर यूनिटी’ का आह्वान

कार्यक्रम के अंत में प्रधानमंत्री ने युवाओं से आह्वान किया कि वे 31 अक्टूबर को मनाए जाने वाले ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ पर सरदार वल्लभभाई पटेल की स्मृति में ‘रन फॉर यूनिटी’ कार्यक्रम का आयोजन करें। उन्होंने कहा कि यह दौड़ न केवल एकता का प्रतीक है बल्कि यह संदेश भी देती है कि “भारत एक है, भारत अखंड है।”



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