नई दिल्ली: राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक प्रभावशाली और लंबा संबोधन दिया, जिसमें उन्होंने सरकार की नीतियों, विकास के मॉडल और विपक्ष, खासकर कांग्रेस, की विचारधारा पर गहरी चोट की। अपने 92 मिनट के भाषण में उन्होंने सबका साथ, सबका विकास के संकल्प को दोहराया और स्पष्ट किया कि उनकी सरकार किस तरह से देश को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रही है।
राष्ट्रपति का अभिभाषण: देश की दिशा तय करने वाला दस्तावेज
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण की सराहना करते हुए कहा कि यह न केवल प्रभावशाली था बल्कि देश के भविष्य की दिशा तय करने वाला भी था। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि “जिसने जैसा समझा, उसने वैसा समझाने की कोशिश की,” लेकिन सच्चाई यही है कि सबका साथ, सबका विकास हर राजनीतिक दल की ज़िम्मेदारी है।
उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि “उनसे इस दिशा में कोई उम्मीद करना सबसे बड़ी भूल होगी,” क्योंकि उनकी प्राथमिकता ‘फैमिली फर्स्ट’ रही है, जबकि हमारी सरकार ‘नेशन फर्स्ट’ के मंत्र को लेकर चल रही है।
कांग्रेस पर करारा वार: ‘फैमिली फर्स्ट’ बनाम ‘नेशन फर्स्ट’
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि यह एक परिवार के इर्द-गिर्द सीमित दल बन चुका है, जिसका मूल मंत्र ‘फैमिली फर्स्ट’ रहा है। उन्होंने कहा कि “एक पार्टी, जो सिर्फ एक परिवार के इर्द-गिर्द घूमती हो, वह देश की भलाई के लिए काम नहीं कर सकती।”
इसके विपरीत, भाजपा सरकार का दृष्टिकोण ‘नेशन फर्स्ट’ का है, जहां सभी वर्गों के कल्याण पर ध्यान दिया जाता है। उन्होंने जनता के समर्थन का जिक्र करते हुए कहा कि “लगातार तीसरी बार हमें सेवा करने का मौका मिला है, इसका मतलब है कि जनता ने हमारे विकास मॉडल को न केवल परखा है, बल्कि इसे पूरी तरह से स्वीकार भी किया है।”
‘हमने तुष्टिकरण नहीं, संतुष्टिकरण का मॉडल दिया’
🔹 प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि “कांग्रेस का तरीका रहा है कि जब चुनाव आए, तब किसी खास वर्ग को कुछ सुविधाएं दे दी जाएं और बाकी जनता को अनदेखा किया जाए।”
🔹 इसके बजाय, हमारी सरकार का मॉडल संतुष्टिकरण पर आधारित है, जिसमें हर वर्ग को समान रूप से लाभ पहुंचाने का प्रयास किया जाता है।
🔹 उन्होंने कहा कि “हमने संसाधनों का सही इस्तेमाल किया और यह सुनिश्चित किया कि देश का हर नागरिक विकास की प्रक्रिया में शामिल हो।”
‘वोट की खेती’ और ‘झुनझुना राजनीति’ पर हमला
🔹 पीएम मोदी ने कहा कि “कुछ दल जनता को सिर्फ झुनझुना पकड़ाने में ही विश्वास रखते हैं। वे लोगों को भ्रमित कर वोटबैंक की राजनीति करते रहे हैं।”
🔹 उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा की नीति संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग करना और समय को व्यर्थ न गंवाना है।
🔹 उन्होंने कहा कि “हमने यह सुनिश्चित किया है कि हर सेकंड, हर संसाधन, देश की प्रगति और जनकल्याण के लिए लगाया जाए।”
एससी-एसटी, ओबीसी और आरक्षण: सरकार की नीतियों का संकल्प
🔹 प्रधानमंत्री मोदी ने दलित, पिछड़े और आदिवासी वर्गों के कल्याण के लिए उठाए गए कदमों पर प्रकाश डाला।
🔹 उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि “तीन दशकों तक ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की मांग की गई, लेकिन कांग्रेस ने इसे हमेशा ठुकराया। हमारी सरकार ने इसे साकार किया।”
🔹 उन्होंने कहा कि “हमारे लिए समाज के हर वर्ग का सम्मान और अधिकार सुरक्षित रखना सर्वोपरि है।”
🔹 उन्होंने बताया कि “पहली बार सामान्य वर्ग के गरीबों को 10% आरक्षण दिया गया, बिना किसी दूसरे वर्ग का हक छीने।”
‘मुद्रा योजना और गरीबों के आर्थिक सशक्तिकरण पर जोर’
🔹 पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार गरीबों, वंचितों और छोटे कारोबारियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
🔹 उन्होंने मुद्रा योजना का जिक्र करते हुए कहा कि “जिसे कोई नहीं पूछता था, उसे मोदी पूछता है।”
🔹 उन्होंने बताया कि “बजट में छोटे व्यापारियों, पारंपरिक कारीगरों, लेदर और फुटवियर इंडस्ट्री के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं, ताकि वंचित वर्गों को आर्थिक मजबूती मिल सके।”
‘नारीशक्ति को सशक्त करने की दिशा में मजबूत कदम’
🔹 पीएम मोदी ने महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए कहा कि “अगर महिलाओं को सही अवसर दिए जाएं और वे नीति-निर्धारण का हिस्सा बनें, तो देश की प्रगति को नई गति मिलेगी।”
🔹 उन्होंने कहा कि “हमने महिलाओं को आगे लाने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।”
🔹 उन्होंने 70 साल से ऊपर के बुजुर्गों को आयुष्मान योजना का लाभ देने के फैसले को भी ऐतिहासिक बताया।
‘मेक इन इंडिया ने भारत को आत्मनिर्भर बनाया’
🔹 पीएम मोदी ने बताया कि भारत अब मोबाइल उत्पादन में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बन चुका है।
🔹 उन्होंने कहा कि “कांग्रेस के लाइसेंस राज ने देश की मैन्युफैक्चरिंग को कमजोर किया था, लेकिन हमने इसे सुधारते हुए ‘मेक इन इंडिया’ के जरिए आत्मनिर्भरता की दिशा में मजबूत कदम उठाए हैं।”
🔹 उन्होंने सोलर मैन्युफैक्चरिंग में भी 10 गुना वृद्धि का जिक्र किया।
खेल और युवा विकास: ‘खेलो इंडिया’ से नई पहचान
🔹 पीएम मोदी ने बताया कि ‘खेलो इंडिया’ और ‘टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम’ से भारतीय खिलाड़ियों को नई पहचान मिली है।
🔹 पिछले 10 वर्षों में भारत ने कई खेल आयोजनों में ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है।
🔹 उन्होंने ‘माई भारत अभियान’ की सफलता का भी जिक्र किया, जिसमें डेढ़ करोड़ से ज्यादा युवाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है।
‘भारत की प्रगति को कोई नहीं रोक सकता’
🔹 पीएम मोदी ने अपने भाषण के अंत में कहा कि “आज देश की जनता विकास चाहती है, नकारात्मक राजनीति नहीं।”
🔹 उन्होंने कहा कि “हमारी सरकार पूरी निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ ‘नेशन फर्स्ट’ के मंत्र को लेकर आगे बढ़ रही है।”
🔹 उन्होंने विश्वास जताया कि “आने वाले समय में भारत और भी ऊंचाइयों पर पहुंचेगा, क्योंकि देश की जनता हमारे साथ है।”
पीएम मोदी के इस संबोधन के बाद संसद में सियासी हलचल तेज हो गई है, और यह भाषण आने वाले लोकसभा चुनावों के लिए भी महत्वपूर्ण संकेत देता है।