प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ओडिशा के भुवनेश्वर में 18वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने भारतीय अप्रवासियों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि जहां भी भारतीय जाते हैं, वहां की मिट्टी को अपना बना लेते हैं। लेकिन उनके दिल में हमेशा भारत धड़कता है। इसी वजह से दुनिया में मेरा सिर गर्व से ऊंचा रहता है।
भारतीय अप्रवासियों का योगदान दुनिया में अनमोल
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारतीय अप्रवासी जहां भी जाते हैं, वहां की परंपराओं और नियमों का सम्मान करते हैं। वे न केवल स्थानीय समाज का हिस्सा बनते हैं, बल्कि उस देश की प्रगति में भी योगदान देते हैं। उन्होंने अप्रवासियों को भारत का राष्ट्रदूत बताते हुए कहा कि उनके प्रयासों से भारत की पहचान और मजबूत हो रही है।
मेड इन इंडिया फाइटर जेट और विमान
प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में भारत की प्रगति और आत्मनिर्भरता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत अब मेड इन इंडिया फाइटर जेट बना रहा है। वह दिन दूर नहीं जब अप्रवासी भारतीय मेड इन इंडिया विमान से ही भारत आकर प्रवासी भारतीय दिवस मनाएंगे। यह भारत की प्रगति का प्रतीक होगा।
प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस को हरी झंडी
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। यह ट्रेन दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से शुरू होकर तीन सप्ताह तक कई प्रमुख पर्यटक स्थलों की यात्रा करेगी। इस ट्रेन का संचालन विदेश मंत्रालय की प्रवासी तीर्थ दर्शन योजना के तहत किया जा रहा है, जिससे भारतीय प्रवासी अपने देश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों को करीब से देख सकें।
70 देशों से आए 3,000 प्रतिनिधि
इस भव्य सम्मेलन में 70 देशों से 3,000 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए। यह सम्मेलन 10 जनवरी तक चलेगा, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू समापन सत्र में हिस्सा लेंगी और प्रवासी भारतीय पुरस्कार प्रदान करेंगी।
भारतीय मूल्यों का प्रसार
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय समाज की विविधता और लोकतांत्रिक मूल्यों का दुनिया पर बड़ा प्रभाव है। उन्होंने कहा कि हमारा जीवन विविधता से भरा है, और हमें इसे सीखने की जरूरत नहीं होती, क्योंकि यह हमारे जीवन का हिस्सा है।
भारत की वैश्विक पहचान और प्रगति
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की वैश्विक प्रगति पर बात करते हुए कहा कि भारत ने पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है। आज भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, और जल्द ही यह तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
डिजिटल इंडिया और अंतरिक्ष में भारत का डंका
उन्होंने चंद्रयान मिशन की सफलता, डिजिटल इंडिया की ताकत और अन्य क्षेत्रों में भारत की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि आज दुनिया भारत की प्रगति को देखकर हैरान है। रिन्यूएबल एनर्जी, बुलेट ट्रेन, और ऑटोमोबाइल जैसे क्षेत्रों में भारत नए रिकॉर्ड बना रहा है।
ग्लोबल साउथ की आवाज बन रहा भारत
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज न केवल अपनी बात मजबूती से रख रहा है, बल्कि ग्लोबल साउथ की आवाज भी बन रहा है। भारत की बात को अब दुनिया ध्यान से सुनती है।
2047 का लक्ष्य: विकसित भारत
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना हमारा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि भारतीय डाइसपोरा की मेहनत और योगदान से यह संभव होगा।
तमिल भाषा के लिए विशेष प्रयास
प्रधानमंत्री ने बताया कि सरकार तमिल भाषा और संस्कृति को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है। उन्होंने सिंगापुर में तमिल भाषा के सेंटर और अमेरिका की यूनिवर्सिटी में चेयर बनाने की जानकारी दी।
प्रधानमंत्री ने अंत में अप्रवासी भारतीयों को धन्यवाद दिया और उनके प्रयासों के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत की सफलता में अप्रवासियों की भूमिका बेहद अहम है।