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February 8, 2025 2:14 AM

प्रधानमंत्री मोदी का ऐतिहासिक नाइजीरिया दौरा: 17 साल बाद भारत-नाइजीरिया रिश्तों को नई दिशा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 साल बाद नाइजीरिया के दौरे पर रवाना हो गए हैं। यह दौरा भारतीय और नाइजीरिया के बीच व्यापारिक रिश्तों को मजबूत करने के लिहाज से महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे से दोनों देशों के बीच आर्थिक, सांस्कृतिक और कूटनीतिक संबंधों को नई दिशा मिल सकती है।

भारतीय कंपनियों का बड़ा निवेश

नाइजीरिया में भारतीय कंपनियों का बड़ा निवेश है। करीब 150 से अधिक भारतीय कंपनियां नाइजीरिया में सक्रिय हैं, जो विभिन्न उद्योगों में काम कर रही हैं, जैसे कि तेल और गैस, निर्माण, कृषि, सूचना प्रौद्योगिकी, और फार्मास्यूटिकल्स। इन कंपनियों का कुल कारोबार 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक है, जो दोनों देशों के व्यापारिक रिश्तों को एक नई ऊंचाई पर ले जाता है।

दौरे का उद्देश्य और संभावनाएं

प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे का उद्देश्य न केवल व्यापारिक रिश्तों को बढ़ावा देना है, बल्कि अफ्रीका महाद्वीप के साथ भारत की कूटनीतिक और सुरक्षा संबंधों को भी प्रगाढ़ करना है। नाइजीरिया अफ्रीका का सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था वाला देश है और भारत के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है।

इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी नाइजीरिया के राष्ट्रपति मुहम्मदु बुहारी से मुलाकात करेंगे और कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए जा सकते हैं। इसके अलावा, व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए दोनों देशों के बीच नई योजनाओं पर चर्चा की जाएगी।

कार्यक्रम की जानकारी

प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे का कार्यक्रम कई महत्वपूर्ण घटनाओं से भरा हुआ है:

  • प्रारंभिक मुलाकात: प्रधानमंत्री मोदी नाइजीरिया के राष्ट्रपति मुहम्मदु बुहारी से मुलाकात करेंगे, जिसमें द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की जाएगी और भविष्य के व्यापारिक समझौतों पर विचार किया जाएगा।
  • व्यापार सम्मेलन: प्रधानमंत्री मोदी नाइजीरिया में भारतीय व्यापारिक प्रतिनिधियों और स्थानीय व्यवसायियों के साथ एक व्यापार सम्मेलन में भाग लेंगे। इसमें दोनों देशों के व्यापार को बढ़ावा देने के लिए रणनीतियाँ तैयार की जाएंगी।
  • समझौतों पर हस्ताक्षर: प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान भारत और नाइजीरिया के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर हो सकते हैं, जिनमें ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन, और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र शामिल हो सकते हैं।
  • सांस्कृतिक कार्यक्रम: प्रधानमंत्री मोदी का दौरा सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी प्रोत्साहित करेगा। इस दौरान भारतीय सांस्कृतिक दलों द्वारा नाइजीरिया में प्रदर्शन किया जा सकता है, जिससे दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूती मिलेगी।

भारत और नाइजीरिया के रिश्ते

भारत और नाइजीरिया के बीच संबंधों का इतिहास बहुत पुराना है। दोनों देशों के बीच मजबूत व्यापारिक रिश्ते रहे हैं, और अब यह दौरा इन रिश्तों को और अधिक मजबूत करने का अवसर प्रदान करेगा। नाइजीरिया की अर्थव्यवस्था में भारत के निवेश का बड़ा योगदान है, और यह दौरा व्यापारिक अवसरों के लिए नए रास्ते खोल सकता है।

प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा न केवल भारत और नाइजीरिया के रिश्तों को बेहतर बनाएगा, बल्कि यह अफ्रीका में भारत की स्थिति को भी मजबूत करेगा।

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