October 16, 2025 12:03 AM

नवरात्र से पहले पीएम मोदी का बड़ा ऐलान: 22 सितंबर से लागू होंगे नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी सुधार, ‘जीएसटी बचत उत्सव’ से सभी वर्गों को मिलेगा लाभ

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पीएम मोदी का ऐलान: 22 सितंबर से लागू होंगे नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी रिफॉर्म्स, शुरू होगा जीएसटी बचत उत्सव

नई दिल्ली। नवरात्र की शुरुआत से एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में देश के कर ढांचे और आर्थिक व्यवस्था को नई दिशा देने वाले बड़े कदम की घोषणा की। उन्होंने बताया कि 22 सितंबर की सुबह सूर्योदय के साथ ही ‘नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी रिफॉर्म्स’ लागू हो जाएंगे। पीएम मोदी ने इसे “जीएसटी बचत उत्सव” का नाम दिया और कहा कि इससे गरीब, मध्यम वर्ग, किसान, युवा, महिला, दुकानदार, व्यापारी और उद्यमी सभी को फायदा होगा।

जीएसटी बचत उत्सव की घोषणा

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने करीब 20 मिनट लंबे संबोधन में कहा कि यह सुधार सिर्फ टैक्स व्यवस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका सीधा असर हर परिवार की बचत पर होगा। उन्होंने कहा,
कल से जीएसटी बचत उत्सव शुरू होने जा रहा है। इस उत्सव में आपकी बचत बढ़ेगी और आप अपनी पसंद की चीजों को आसानी से खरीद पाएंगे। त्योहारों के मौसम में सबका मुंह मीठा होगा।

पीएम ने जनता से अपील की कि वह वही सामान खरीदें जिसे बनाने में देशवासियों का पसीना बहा हो। उन्होंने स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत अभियान को इस सुधार से जोड़ा और इसे देश की समृद्धि की कुंजी बताया।

वन नेशन, वन टैक्स से नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी तक

मोदी ने कहा कि 2014 में जब उनकी सरकार बनी थी, तब टैक्स का जाल कंपनियों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए बोझ था। एक शहर से दूसरे शहर माल पहुंचाने तक में टैक्स के कारण लागत बढ़ती थी और इसका भार अंततः गरीबों पर पड़ता था। उन्होंने कहा कि इसी चुनौती को खत्म करने के लिए “वन नेशन, वन टैक्स” की अवधारणा के तहत जीएसटी लागू किया गया।

अब नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी रिफॉर्म्स के साथ टैक्स स्लैब सरल होंगे, प्रक्रियाएं पारदर्शी बनेंगी और हर वर्ग को बचत का सीधा फायदा मिलेगा।

गरीब और मध्यम वर्ग को राहत

मोदी ने बताया कि पिछले 11 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आकर न्यू मिडिल क्लास बने हैं। इस वर्ग को और मजबूत करने के लिए सरकार ने इस वर्ष 12 लाख रुपए तक की आय को टैक्स फ्री कर दिया है। उन्होंने कहा कि अब गरीबों और मध्यम वर्ग दोनों को “डबल बोनांजा” मिलेगा।

  • घर बनाने, टीवी, फ्रिज, बाइक और स्कूटर खरीदने पर खर्च कम होगा।
  • रोजमर्रा की जरूरतों की वस्तुएं सस्ती होंगी।
  • पर्यटन और घूमने-फिरने पर भी कम खर्च करना होगा।

MSME को मिलेगा बड़ा लाभ

पीएम मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य तक पहुंचने में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि जीएसटी की दरें कम होने और प्रक्रियाएं आसान होने से MSME की बिक्री बढ़ेगी और टैक्स का बोझ घटेगा।
उन्होंने याद दिलाया कि जब भारत तरक्की के शिखर पर था, तब MSME उसकी रीढ़ बने थे। अब समय है कि हम फिर से “भारत में बने” सामान की गुणवत्ता और साख को दुनिया में ऊंचा उठाएं।

स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत पर जोर

प्रधानमंत्री ने राज्य सरकारों से अपील की कि वे स्वदेशी अभियान को बढ़ावा दें और मैन्युफैक्चरिंग को गति देने के लिए निवेश का माहौल तैयार करें। उन्होंने कहा,
हमें रोजमर्रा की चीजों में विदेशी सामान पर निर्भरता खत्म करनी होगी। हर घर स्वदेशी का प्रतीक बने, हर दुकान स्वदेशी से सजे। गर्व से कहो—मैं स्वदेशी खरीदता हूं और बेचता हूं। यही हर भारतीय का मिजाज होना चाहिए।

मोदी ने यह भी कहा कि जिस तरह आजादी की लड़ाई में स्वदेशी आंदोलन ने देश को शक्ति दी थी, उसी तरह भारत की समृद्धि को भी स्वदेशी से ताकत मिलेगी।

विपक्ष का हमला

प्रधानमंत्री के संबोधन के तुरंत बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर सरकार पर तंज कसा। उन्होंने लिखा,
नौ सौ चूहे खाकर, बिल्ली हज को चली। केंद्र सरकार ने कांग्रेस के सरल और कुशल जीएसटी को नकारकर 9 अलग-अलग स्लैब वाले ‘गब्बर सिंह टैक्स’ से 8 साल में ₹55 लाख करोड़ से ज्यादा वसूले। अब ₹2.5 लाख करोड़ के ‘बचत उत्सव’ की बात कर रहे हैं। जनता को गहरे घाव देने के बाद मामूली बैंड-एड लगाना कौन सा सुधार है?

इस तरह एक तरफ पीएम मोदी इसे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने वाला ऐतिहासिक कदम बता रहे हैं, तो दूसरी ओर विपक्ष इसे जनता को बहलाने वाला कदम बता रहा है।

त्योहारों से पहले बड़ी उम्मीदें

नवरात्र से ठीक पहले जीएसटी सुधार की घोषणा ने आम लोगों में उम्मीद जगाई है कि आने वाले दिनों में त्योहारी खरीदारी आसान होगी और कई चीजें सस्ती मिलेंगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इन सुधारों को सही तरीके से लागू किया गया तो यह न केवल आम आदमी की जेब पर बोझ घटाएगा बल्कि व्यापार, उद्योग और निवेश को भी नई गति देगा।


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