Trending News

April 18, 2025 3:42 PM

BIMSTEC समिट में मोदी-यूनुस की पहली मुलाकात, बांग्लादेश में लोकतंत्र की वापसी पर हुई चर्चा

pm-modi-meets-bangladesh-chief-advisor-mohammad-yunus-in-bangkok

बैंकॉक में PM मोदी और बांग्लादेश के चीफ एडवाइजर मोहम्मद यूनुस की मुलाकात, जल्द चुनाव कराने की अपील

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने शुक्रवार को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में मुलाकात की। यह बातचीत BIMSTEC सम्मेलन के इतर हुई, और दोनों नेताओं के बीच करीब 40 मिनट तक बातचीत चली। यह पहली बार था जब बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद भारत और बांग्लादेश के शीर्ष नेतृत्व के बीच सीधी बातचीत हुई।

इस अहम मुलाकात के दौरान भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी मौजूद रहे। सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने इस बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों को मजबूती से उठाया, जिनमें लोकतंत्र की बहाली, अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और द्विपक्षीय संबंधों की गरिमा शामिल हैं।

मोदी ने की जल्द चुनाव कराने की अपील

प्रधानमंत्री मोदी ने मोहम्मद यूनुस से आग्रह किया कि बांग्लादेश में जल्द से जल्द लोकतांत्रिक चुनाव कराए जाएं ताकि एक स्थायी और वैध सरकार का गठन हो सके। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस वार्ता में बताया कि पीएम मोदी ने कहा— “लोकतंत्र की मज़बूती के लिए नियमित और निष्पक्ष चुनाव अनिवार्य हैं। भारत बांग्लादेश में एक स्थायी लोकतांत्रिक व्यवस्था देखना चाहता है।”

अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर भी चर्चा

बैठक के दौरान पीएम मोदी ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों की स्थिति पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि धार्मिक और सांस्कृतिक बहुलता की रक्षा दोनों देशों की साझा जिम्मेदारी है। इस पर मोहम्मद यूनुस ने आश्वासन दिया कि बांग्लादेश सरकार इस विषय पर पूरी गंभीरता से ध्यान दे रही है और अपने नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देगी।

राजनीतिक बयानबाज़ी से बचने की सलाह

प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाए रखने की बात करते हुए कहा कि किसी भी तरह की उकसाने वाली बयानबाज़ी या नकारात्मक प्रचार से दूरी बनाई जानी चाहिए, ताकि आपसी भरोसे को ठेस न पहुंचे। उन्होंने यह भी कहा कि भारत बांग्लादेश के साथ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।

यह मुलाकात न सिर्फ क्षेत्रीय राजनीति के लिए अहम रही, बल्कि यह संदेश भी दिया कि भारत लोकतांत्रिक मूल्यों और अपने पड़ोस की स्थिरता को लेकर गंभीर है।

Share on facebook
Share on twitter
Share on linkedin
Share on whatsapp
Share on telegram