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March 22, 2025 10:02 PM

प्रधानमंत्री मोदी की मॉरीशस यात्रा: राष्ट्रीय दिवस समारोह में होंगे मुख्य अतिथि

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 मार्च से दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर मॉरीशस जा रहे हैं। इस यात्रा के दौरान वे 12 मार्च को मॉरीशस के 57वें राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगे। इस महत्वपूर्ण अवसर पर भारतीय रक्षा बलों की एक टुकड़ी भी समारोह में हिस्सा लेगी, जिससे दोनों देशों के बीच रक्षा और सामरिक संबंधों को और मजबूती मिलेगी।

प्रधानमंत्री का यात्रा कार्यक्रम

प्रधानमंत्री मोदी 11 मार्च की सुबह मॉरीशस की राजधानी पोर्ट लुई पहुंचेंगे। हवाई अड्डे पर उनका औपचारिक स्वागत किया जाएगा। इस दौरान उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया जाएगा। उनकी यात्रा के दौरान कई द्विपक्षीय वार्ताएं और उच्चस्तरीय बैठकें भी निर्धारित हैं, जिसमें व्यापार, निवेश, रक्षा सहयोग, समुद्री सुरक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को लेकर बातचीत होगी।

राष्ट्रीय दिवस समारोह में भारतीय रक्षा बलों की भागीदारी

प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में भारतीय नौसेना का एक जहाज मॉरीशस की समुद्री सीमा में मौजूद रहेगा, जो दोनों देशों के बीच समुद्री सहयोग को प्रदर्शित करेगा। इसके अलावा, भारतीय वायु सेना की आकाश गंगा स्काइडाइविंग टीम भी समारोह में अपने विशेष हवाई करतब दिखाएगी।

मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर भारतीय सशस्त्र बलों की एक टुकड़ी परेड में शामिल होगी, जो भारत-मॉरीशस की ऐतिहासिक मित्रता और रक्षा सहयोग को मजबूत करने का प्रतीक है। दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को दर्शाने के लिए एक विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें भारतीय कलाकारों और मॉरीशस की सांस्कृतिक टुकड़ियों की संयुक्त प्रस्तुति होगी।

भारत और मॉरीशस के गहरे ऐतिहासिक संबंध

प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी यात्रा से पहले एक आधिकारिक बयान में कहा,
“मॉरीशस हमारे करीबी समुद्री पड़ोसी, हिंद महासागर में एक प्रमुख साझेदार और अफ्रीकी महाद्वीप के प्रवेश द्वार के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हम इतिहास, भूगोल और संस्कृति से जुड़े हुए हैं। हमारे संबंध गहरे आपसी विश्वास, लोकतंत्र के साझा मूल्यों और विविधता के जश्न पर आधारित हैं।”

भारत और मॉरीशस के बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक, व्यापारिक और रणनीतिक संबंध हैं। मॉरीशस में भारतीय मूल के लोगों की बड़ी संख्या है, जो दोनों देशों के बीच विशेष संबंधों को और प्रगाढ़ बनाती है। प्रधानमंत्री मोदी इससे पहले 2015 में भी मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हो चुके हैं।

द्विपक्षीय वार्ता और संभावित समझौते

इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कई द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है। इनमें व्यापार, डिजिटल कनेक्टिविटी, ब्लू इकॉनमी, रक्षा सहयोग और अक्षय ऊर्जा से संबंधित विषय शामिल हो सकते हैं। भारत मॉरीशस के बुनियादी ढांचे के विकास में एक प्रमुख साझेदार रहा है और इस यात्रा के दौरान भी नई परियोजनाओं की घोषणा की जा सकती है।

यात्रा का महत्व

प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत की ‘वसुधैव कुटुंबकम’ नीति को मजबूत करने और हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की रणनीतिक उपस्थिति को सुदृढ़ करने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है। मॉरीशस को हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के सबसे विश्वसनीय भागीदारों में से एक माना जाता है। इस यात्रा के जरिए दोनों देशों के बीच मित्रता और सहयोग को एक नई ऊंचाई मिलने की उम्मीद है।

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