नई दिल्ली: बजट सत्र 2025 के चौथे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दिया। अपने भाषण में उन्होंने विपक्ष के आरोपों का करारा जवाब देते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियों को भी गिनाया। पीएम मोदी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की आलोचनाओं पर विशेष रूप से पलटवार किया।
राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर राहुल गांधी की टिप्पणी पर मोदी का पलटवार
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को ‘बोरिंग’ बताया था। इस पर पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “जो लोग गरीबों की झोपड़ियों में फोटो सेशन कराकर मनोरंजन करते हैं, उन्हें संसद में गरीबों की बात बोरिंग लगती है।” उन्होंने आगे कहा कि कुछ लोगों का ध्यान आलीशान बाथरूम और स्टाइलिश शॉवर पर रहता है, जबकि हमारी सरकार का फोकस हर घर को जल पहुंचाने पर है। मोदी ने बताया कि जब उनकी सरकार आई थी, तब 16 करोड़ घरों में जल कनेक्शन नहीं था। लेकिन बीते 5 सालों में 12 करोड़ परिवारों को नल से जल पहुंचाया गया है।

जाति जनगणना की मांग और गांधी परिवार पर तंज
राहुल गांधी ने जाति जनगणना की मांग दोहराई थी, जिसका जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा, “पिछले 30 वर्षों से ओबीसी समाज के सांसद ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा देने की मांग कर रहे थे, जिसे हमारी सरकार ने पूरा किया। लेकिन क्या किसी एससी या एसटी परिवार के तीन सदस्य एक साथ संसद में रहे हैं?” मोदी का यह तंज गांधी परिवार पर था, जहां राहुल और प्रियंका लोकसभा में हैं और सोनिया गांधी राज्यसभा में।
‘इंडियन स्टेट’ वाले बयान पर राहुल गांधी पर निशाना
राहुल गांधी ने हाल ही में कहा था कि कांग्रेस को ‘इंडियन स्टेट’ के खिलाफ लड़ना है। इस पर पीएम मोदी ने कहा, “आजकल कुछ लोग अर्बन नक्सल की भाषा बोलने लगे हैं। इंडियन स्टेट के खिलाफ मोर्चा खोलना और लड़ाई की बात करना अर्बन नक्सल विचारधारा का हिस्सा है। जो लोग इस भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, वे न भारत की एकता को समझ सकते हैं और न ही देश की अखंडता को बनाए रख सकते हैं।”
विकसित भारत के संकल्प को दोहराया
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 21वीं सदी का 25% हिस्सा बीत चुका है और अब देश को अगले 25 वर्षों के लिए अपनी योजना बनानी होगी। उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं। “हमने गरीबों को सिर्फ नारे नहीं दिए, बल्कि असली विकास दिया। 4 करोड़ गरीब परिवारों को पक्के घर मिले हैं, और इससे उनके जीवन में स्थायी बदलाव आया है।”
स्वच्छ भारत अभियान और भ्रष्टाचार पर वार
पीएम मोदी ने कहा कि पहले भ्रष्टाचार की खबरें अखबारों की सुर्खियां होती थीं, लेकिन उनकी सरकार में इन घोटालों पर रोक लगी है। उन्होंने बताया कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत कबाड़ बेचकर 2,300 करोड़ रुपये सरकार के खजाने में आए हैं। उन्होंने कहा, “पहले लाखों करोड़ के घोटाले सुर्खियों में रहते थे, लेकिन अब सरकार जनता की सेवा में लगी हुई है।”
अमित शाह के अंबेडकर वाले बयान पर सफाई
राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दिए गए अंबेडकर संबंधी बयान पर कांग्रेस ने विरोध जताया था। इस पर सफाई देते हुए पीएम मोदी ने कहा, “जो लोग संविधान की बात करते हैं, उन्हें अंबेडकर जी का वास्तविक योगदान नहीं पता। अंबेडकर ने पानी और सिंचाई योजनाओं पर बल दिया था, लेकिन दशकों तक इन पर कोई काम नहीं हुआ। हमने केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट शुरू किया, जिससे लाखों लोगों को लाभ मिलेगा।”
आयकर में बड़ी राहत
पीएम मोदी ने मध्यम वर्ग को बड़ी राहत देते हुए कहा कि अब 12.75 लाख रुपये तक की वार्षिक आय पर कोई इनकम टैक्स नहीं देना होगा। उन्होंने बताया कि 2013-14 में सिर्फ 2 लाख रुपये तक की इनकम टैक्स माफी थी, लेकिन अब यह 12 लाख रुपये हो चुकी है।
गेमिंग इंडस्ट्री और एआई पर भारत की नई पहल
पीएम मोदी ने कहा कि भारत को गेमिंग इंडस्ट्री का हब बनाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर बोलते हुए कहा, “कुछ लोगों के लिए एआई सिर्फ फैशन में बोलने की चीज है, लेकिन मेरे लिए एआई का मतलब ‘आस्पिरेशनल इंडिया’ है। पूरी दुनिया भारत के एआई मिशन की ओर उम्मीद से देख रही है।”
2014 में विपक्ष की स्थिति पर कटाक्ष
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब 2014 में उनकी सरकार बनी थी, तब विपक्ष की स्थिति बेहद कमजोर थी। लेकिन फिर भी उन्होंने लोकतंत्र के मूल्यों का पालन किया और सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता को अहम बैठकों में बुलाने का फैसला किया। उन्होंने कहा, “यह लोकतंत्र की आत्मा होती है। विपक्ष मजबूत हो या कमजोर, हम हमेशा लोकतांत्रिक मर्यादाओं का पालन करते हैं।”
निष्कर्ष
पीएम मोदी ने अपने भाषण में विपक्ष के आरोपों का जोरदार जवाब दिया और सरकार की नीतियों को स्पष्ट रूप से रखा। उन्होंने गरीबी उन्मूलन, बुनियादी ढांचे के विकास, स्वच्छता, जल आपूर्ति, और कर राहत जैसे विषयों पर सरकार की उपलब्धियों को गिनाया। साथ ही, राहुल गांधी और विपक्ष की नीतियों पर तीखा हमला करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार सिर्फ नारों की बजाय जमीनी स्तर पर बदलाव लाने में विश्वास रखती है।