• राजनीतिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि विकास के नए अध्याय के तौर पर भी देखा जा रहा

पटना/ रोहतास । 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मई को पहली बार बिहार की धरती पर कदम रखने जा रहे हैं। इस दौरे को केवल राजनीतिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि विकास के नए अध्याय के तौर पर भी देखा जा रहा है। पीएम मोदी इस दिन पटना और रोहतास जिले के बिक्रमगंज में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे, जिसमें हवाई अड्डे का नया टर्मिनल, चार लेन सड़क और 600 मेगावाट का ऊर्जा परियोजना प्रमुख हैं।

पटना एयरपोर्ट से शुरू होगा दौरा

पीएम मोदी अपने दौरे की शुरुआत पटना एयरपोर्ट के अत्याधुनिक नए टर्मिनल भवन के उद्घाटन से करेंगे। इसके बाद वे सासाराम जिले के बिक्रमगंज क्षेत्र जाएंगे, जहां औरंगाबाद के नवीनगर में स्थापित हो रही 600 मेगावाट की पावर परियोजना समेत कई अन्य योजनाओं का लोकार्पण करेंगे।

जनता से करेंगे संवाद, देंगे राजनीतिक संदेश

पीएम मोदी बिक्रमगंज में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक यह दौरा आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीतिक नींव रख सकता है। इससे पहले पीएम मोदी ने फरवरी में 'किसान सम्मान निधि' की किस्त जारी की थी और अप्रैल में पंचायती राज दिवस के मौके पर मधुबनी में 13,000 करोड़ से अधिक की योजनाएं राज्य को सौंपी थीं।

सम्राट चौधरी और संजय झा ने संभाली कमान

प्रधानमंत्री के दौरे को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार और एनडीए गठबंधन की ओर से व्यापक तैयारियाँ की जा रही हैं। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने बिक्रमगंज क्षेत्र में घोसियां स्थित पटेल कॉलेज को मुख्य आयोजन स्थल के रूप में चुने जाने की पुष्टि भी की।

सुरक्षा और व्यवस्था चाकचौबंद

डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री हजारों करोड़ की योजनाएं बिहार को सौंपने जा रहे हैं, जिसमें बुनियादी ढांचे से लेकर ऊर्जा और यातायात तक कई क्षेत्रों में राज्य को बल मिलेगा। कार्यक्रम स्थल पर विधि-व्यवस्था, सुरक्षा, ट्रैफिक व्यवस्था और भीड़ प्रबंधन को लेकर प्रशासन को निर्देश दिए जा चुके हैं।