प्रधानमंत्री मोदी ने किया दिल्ली भाजपा के नए कार्यालय का उद्घाटन, बोले- कार्यालय सेवा और संकल्प का प्रतीक

नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार शाम दिल्ली भाजपा के नए कार्यालय का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने पार्टी के इतिहास, संगठन के बलिदान और भविष्य की दिशा पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भाजपा की जड़ें जनसंघ से निकलीं और आज यह पार्टी वटवृक्ष बनकर देश के हर कोने में सेवा और राष्ट्रवाद का संदेश दे रही है।

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भाजपा का इतिहास और विरासत

प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि भाजपा की यात्रा का आरंभ 1951 में हुआ जब डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नेतृत्व में जनसंघ की स्थापना की गई। इसके बाद 1980 में भाजपा का गठन हुआ और दिल्ली भाजपा की कमान वी.के. मल्होत्रा को मिली। मोदी ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, नानाजी देशमुख, मुरली मनोहर जोशी और राजमाता विजयाराजे सिंधिया जैसे नेताओं के आशीर्वाद और कार्यकर्ताओं के त्याग ने पार्टी को आज इस मुकाम तक पहुंचाया है।


नया कार्यालय: आधुनिकता और सुविधा से युक्त

दिल्ली भाजपा का नया कार्यालय अब 14 पंत मार्ग से स्थानांतरित होकर दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर भाजपा हेडक्वार्टर के पास आ गया है। इसकी नींव 9 जून 2023 को पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने रखी थी। लगभग 2.23 करोड़ रुपये की लागत से बने इस भवन में आधुनिक सुविधाओं का समावेश है।

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नया कार्यालय 825 वर्ग मीटर के प्लॉट पर बना है और इसमें 30 हजार वर्ग फीट जगह है। भूतल पर कॉन्फ्रेंस रूम, स्वागत कक्ष और कैंटीन की व्यवस्था की गई है, जबकि पहली मंजिल पर 300 लोगों की क्षमता वाला सभागार है। इसके अलावा बेसमेंट पार्किंग, बैठक कक्ष और अन्य आवश्यक सुविधाएं भी हैं।

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कार्यकर्ताओं का योगदान और जिम्मेदारी

पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा का विस्तार कार्यकर्ताओं के बलिदान और निष्ठा से संभव हुआ। उन्होंने दिल्ली कार्यकर्ताओं को याद दिलाया कि जनसंघ के समय से लेकर आज तक जब भी राष्ट्रीय आयोजन हुए, दिल्ली हमेशा केंद्र में रही। देश के कोने-कोने से आए कार्यकर्ताओं के रहने-खाने की जिम्मेदारी दिल्ली के कार्यकर्ताओं ने उठाई।

उन्होंने कहा कि यह नया कार्यालय केवल एक इमारत नहीं है, बल्कि सेवा और संगठन की भावना का प्रतीक है। यह वह स्थान होगा जहां जनता की समस्याओं का समाधान और संवाद की परंपरा जीवित रहेगी।

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मोदी का संदेश: “देशभक्ति पहले, स्वदेशी सर्वोपरि”

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने स्वदेशी पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हर भाजपा कार्यकर्ता का दायित्व है कि हर दुकान पर यह संदेश हो— “गर्व से कहो, यह स्वदेशी है।” विदेशी उत्पादों पर निर्भरता घटाकर ही भारत आत्मनिर्भर बन सकता है।

उन्होंने जीएसटी सुधारों का उल्लेख करते हुए कहा कि 2014 से पहले टैक्स का बोझ जनता पर बहुत अधिक था, लेकिन आज इनकम टैक्स और जीएसटी में सुधारों से 2.50 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बचत लोगों तक पहुंच रही है।


स्वास्थ्य और महिला कल्याण पर जोर

प्रधानमंत्री ने बताया कि अब तक लाखों स्वास्थ्य शिविरों के जरिए 3 करोड़ से अधिक महिलाओं की मुफ्त जांच हो चुकी है। उन्होंने दिल्ली कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे अधिक से अधिक महिलाओं को सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने में सहयोग करें, ताकि कैंसर और टीबी जैसी गंभीर बीमारियों को शुरुआती चरण में पकड़ा जा सके।

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जेटली और सुषमा की स्मृतियां

पीएम मोदी ने पूर्व केंद्रीय नेताओं अरुण जेटली और सुषमा स्वराज को याद करते हुए कहा कि उन्होंने अपना जीवन पार्टी के लिए समर्पित कर दिया। बंटवारे के बाद दिल्ली में बसने वालों की मदद, इमरजेंसी में संघर्ष और 1984 के सिख दंगों में लोगों की रक्षा—इन सबमें भाजपा और जनसंघ की भूमिका अहम रही।


विकास का नया मॉडल

प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा और एनडीए सरकारों ने देश में विकास का नया मॉडल प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि जब दिल्ली भाजपा संगठन और सरकार कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे तो विकसित भारत का सपना तेजी से साकार होगा।

उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के लिए सत्ता कभी लक्ष्य नहीं रही, बल्कि सेवा ही उसका मूल उद्देश्य है। यही भाव इस नए कार्यालय में जीवित रहेगा और दिल्ली को दुनिया की बेहतरीन राजधानी बनाने की दिशा में कार्यकर्ता समर्पित होकर काम करेंगे।