प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में आज श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। आस्था और भक्ति का यह अद्भुत संगम, जहां देशभर से आए भक्त गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पावन त्रिवेणी संगम में स्नान कर रहे हैं। इस धार्मिक आयोजन को और भव्य बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आज संगम में डुबकी लगाकर मां गंगा की पूजा-अर्चना करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी प्रयागराज पहुंचे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज पहुंच चुके हैं। उनके स्वागत के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश सरकार के अन्य मंत्री भी मौजूद हैं। पीएम मोदी सीधे अरैल घाट पहुंचे, जहां से वह नाव के जरिए संगम घाट की ओर रवाना हुए।
संगम नोज पर पहुंचे पीएम मोदी, करेंगे आस्था की डुबकी
पीएम मोदी संगम नोज पहुंच गए हैं और कुछ ही देर में वह त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगे। इसके बाद वह वहीं पर मां गंगा की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करेंगे। संगम स्नान के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कई साधु-संत भी उनके साथ मौजूद रहेंगे।
संगम स्नान के लिए बोट से रवाना हुए प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी अरैल के वीआईपी घाट से नाव के जरिए संगम के लिए रवाना हुए। इस दौरान उनके साथ सीएम योगी आदित्यनाथ, प्रदेश सरकार के मंत्री और संत समुदाय के प्रमुख सदस्य भी मौजूद रहे। पूरे जलमार्ग पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम, नहीं होगी कोई असुविधा
प्रधानमंत्री के आगमन के दौरान आम श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि पीएम मोदी के दौरे के बावजूद श्रद्धालु आसानी से स्नान और पूजन कर सकें।
यातायात और सुरक्षा व्यवस्था:
- प्रधानमंत्री हवाई मार्ग से बमरौली एयरपोर्ट पहुंचे और वहां से सीधे अरैल घाट आए।
- वहां से वह जलमार्ग के जरिए संगम पहुंचे, जिससे सड़क मार्ग पर कोई यातायात बाधा न हो।
- मेला क्षेत्र में पीएम मोदी के कार्यक्रम के दौरान चुनिंदा मार्गों पर ही थोड़े समय के लिए प्रवेश प्रतिबंधित किया गया।
- कहीं भी यातायात डायवर्जन लागू नहीं किया गया, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
पीएम मोदी के स्नान और पूजन के लिए विशेष तैयारियां
मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के संगम स्नान और पूजा-अर्चना के लिए विशेष तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं, जिनमें पांच मजिस्ट्रेट और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
महाकुंभ 2025: आध्यात्मिक ऊर्जा और सांस्कृतिक धरोहर का संगम
महाकुंभ का आयोजन हर 12 साल में होता है, और यह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजन माना जाता है। इस बार भी महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालु संगम स्नान कर पुण्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं। पीएम मोदी का संगम स्नान इस आयोजन को और ऐतिहासिक बना देगा।
क्या है संगम स्नान का महत्व?
हिंदू धर्म में माना जाता है कि गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में स्नान करने से समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। महाकुंभ के दौरान इस पावन जल में स्नान करने का विशेष महत्व है।
आगे क्या?
प्रधानमंत्री मोदी के संगम स्नान के बाद, वह कुछ प्रमुख संतों से भी मिल सकते हैं और महाकुंभ मेले के विभिन्न व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर सकते हैं। इसके अलावा, वह प्रयागराज में विकास योजनाओं की भी समीक्षा कर सकते हैं।
महाकुंभ में पीएम मोदी का यह दौरा न केवल धार्मिक, बल्कि सांस्कृतिक और राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ेगा, महाकुंभ में श्रद्धालुओं का उत्साह और भी बढ़ेगा।