• प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मैं अपनी बात शुरू करने से पहले आप सबसे निवेदन करता हूं कि आप वहीं बैठे-बैठे उन वीर परिवारों को श्रद्धांजलि दी

मधुबनी (बिहार)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंचायती राज दिवस पर मधुबनी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम की शुरुआत में ही पीएम मोदी ने कहा, "मैं अपनी बात शुरू करने से पहले आप सबसे निवेदन करता हूं कि आप वहीं बैठे-बैठे उन वीर परिवारों को श्रद्धांजलि दें, जिन्होंने 22 तारीख को अपने सपूत खोए हैं।" भावनात्मक क्षणों के बाद प्रधानमंत्री ने मंच से बिहार और विशेषकर मिथिला क्षेत्र के विकास से जुड़े कई योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। उन्होंने कहा, "बापू का सपना था कि जब तक गांव नहीं बदलेंगे, भारत नहीं बदलेगा। आज हम उसी सपने को पूरा करने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं।"

नीतीश कुमार की तारीफ और महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर

पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशंसा करते हुए कहा कि बिहार पहला राज्य है जहां पंचायतों में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण मिला। "आज दलित, पिछड़े और अति पिछड़े वर्ग की बेटियां ग्राम पंचायतों में नेतृत्व कर रही हैं, यही लोकतंत्र की असली ताकत है," उन्होंने कहा। प्रधानमंत्री ने 'जीविका दीदियों' के कार्यों को सराहा और बताया कि सरकार ने उन्हें 1000 करोड़ रुपये की सहायता दी है। इसके साथ ही लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं के लिए 35% आरक्षण को भी बड़ा कदम बताया।

पीएम आवास योजना और बुनियादी ढांचे में ऐतिहासिक बढ़त

पीएम मोदी ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अब तक देश में 4 करोड़ से ज्यादा गरीब परिवारों को पक्के घर दिए जा चुके हैं। बिहार में 57 लाख परिवारों को इसका लाभ मिला है। आज ही 1.5 लाख से ज्यादा परिवारों ने नए घरों में गृह प्रवेश किया। उन्होंने बताया कि 12 करोड़ परिवारों तक पहली बार नल से जल पहुंचा है, ढाई करोड़ को बिजली और लाखों को गैस सिलेंडर मिले हैं।

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स्वास्थ्य, शिक्षा और परिवहन में बिहार को बड़ी सौगातें

प्रधानमंत्री ने बताया कि देश में मेडिकल कॉलेज की संख्या दोगुनी हो चुकी है और बिहार में 800 से ज्यादा जन औषधि केंद्र खोले गए हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत लाखों गरीबों को मुफ्त इलाज मिला है। पटना में मेट्रो निर्माण, नमो भारत ट्रेन की शुरुआत और पटना एयरपोर्ट का विस्तार बिहार को आधुनिक बुनियादी ढांचे से जोड़ रहा है।

बाढ़ नियंत्रण और मखाना किसानों के लिए बड़ी योजनाएं

पीएम ने मिथिला क्षेत्र में बाढ़ नियंत्रण के लिए बूढ़ी गंडक और कोसी नदी पर 11 हजार करोड़ रुपये की लागत से बांध निर्माण की घोषणा की। इसके साथ ही मखाने को GI टैग मिलने पर खुशी जताते हुए कहा, "मखाना अब केवल सुपर फूड नहीं, मिथिला की समृद्धि का प्रतीक भी है। मखाना बोर्ड बनने से किसानों की किस्मत बदलने वाली है।"