• पीएम मोदी ने मिजोरम को दी पहली ट्रेन कनेक्टिविटी की सौगात, सायरंग-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस को दिखाई हरी झंडीबोले- मिजोरम आज देश की विकास यात्रा के फ्रंटलाइन से जुड़ गया, अब दिल्ली तक 2510 किमी का सफर होगा आसान

आइजोल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नॉर्थ ईस्ट में बुनियादी ढांचे को मजबूती देने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया। दो दिवसीय पूर्वोत्तर दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी ने मिजोरम की राजधानी आइजोल में 9,000 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने बैरेबी-सायरंग रेलवे लाइन का उद्घाटन किया और मिजोरम को पहली बार रेल कनेक्टिविटी देने वाली तीन ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई।

पीएम मोदी ने आइजोल के लेंगपुई एयरपोर्ट से वर्चुअली ट्रेनों को हरी झंडी दिखाते हुए कहा,

"लंबे समय तक हमारे देश की कुछ राजनीतिक पार्टियों ने वोट बैंक की राजनीति के चलते मिजोरम और पूर्वोत्तर को अनदेखा किया। लेकिन आज मिजोरम देश के विकास की फ्रंटलाइन में खड़ा है। मिजोरम का हमारी नीति, आर्थिक कॉरिडोर और नॉर्थ ईस्ट के विकास में बड़ा योगदान रहेगा। मिजोरम के लोगों ने हमेशा देश को प्रेरित किया और आज यह राज्य भारत की विकास यात्रा में अहम भूमिका निभा रहा है।"

पहली बार मिजोरम को रेल नेटवर्क से जोड़ा गया

मिजोरम को आजादी के 77 साल बाद पहली बार देश के प्रमुख शहरों से रेल नेटवर्क से जोड़ा गया है।
पीएम मोदी ने तीन नई ट्रेनों का शुभारंभ किया:

  1. सायरंग-दिल्ली (आनंद विहार) राजधानी एक्सप्रेस
  2. सायरंग-गुवाहाटी एक्सप्रेस
  3. सायरंग-कोलकाता एक्सप्रेस

इसके साथ ही, सायरंग से पहली मालगाड़ी को भी हरी झंडी दिखाई गई, जो राज्य में औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देगी।

सायरंग-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस की खासियत

  • यह ट्रेन मिजोरम को सीधे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से जोड़ेगी।
  • सफर की दूरी: 2510 किमी
  • कुल समय: 45 घंटे 30 मिनट
  • औसत स्पीड: 57.81 किमी/घंटा
  • साप्ताहिक संचालन: हफ्ते में 1 दिन
  • यह ट्रेन नॉर्थ ईस्ट के लोगों के लिए दिल्ली जाने का सबसे तेज और सुविधाजनक साधन बनेगी।

सायरंग-कोलकाता ट्रेन की जानकारी

  • दूरी: 1530 किमी
  • कुल समय: 31 घंटे 15 मिनट
  • औसत स्पीड: 48.96 किमी/घंटा
  • साप्ताहिक संचालन: शनिवार, मंगलवार और बुधवार (सप्ताह में 3 दिन)
  • यह ट्रेन पूर्वोत्तर राज्यों और पश्चिम बंगाल के बीच व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करेगी।

सायरंग-गुवाहाटी ट्रेन का समय और संचालन

  • प्रस्थान समय: दोपहर 12:30 बजे (सायरंग से)
  • गुवाहाटी पहुंचने का समय: अगले दिन रात 2:30 बजे
  • यह ट्रेन मिजोरम को नॉर्थ ईस्ट के अन्य प्रमुख राज्यों से जोड़ेगी और क्षेत्रीय यात्रियों के लिए बड़ा फायदा साबित होगी।

बैरेबी-सायरंग रेलवे लाइन: मिजोरम की लाइफलाइन

इस अवसर पर उद्घाटित बैरेबी-सायरंग रेलवे लाइन मिजोरम के लिए ऐतिहासिक महत्व रखती है।

  • यह रेलवे लाइन नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे के विकास की सबसे बड़ी परियोजना है।
  • यह मिजोरम की राजधानी आइजोल को भारत के बाकी हिस्सों से जोड़ेगी।
  • मालगाड़ियों के संचालन से राज्य के व्यापार, उद्योग और कृषि उत्पादों के परिवहन में तेजी आएगी।

पीएम मोदी का संदेश

पीएम मोदी ने मिजोरम को पूर्वोत्तर के विकास का अहम हिस्सा बताते हुए कहा कि यह परियोजना न सिर्फ परिवहन व्यवस्था को मजबूत करेगी, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था और पर्यटन क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि यह कनेक्टिविटी मिजोरम को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय व्यापारिक गलियारों से जोड़ेगी।

मिजोरम के विकास के लिए 9,000 करोड़ की सौगात

रेलवे प्रोजेक्ट्स के अलावा प्रधानमंत्री ने मिजोरम को कई अन्य परियोजनाओं की सौगात दी जिनमें शामिल हैं:

  • सड़क और पुल निर्माण परियोजनाएं
  • हवाई अड्डे के विस्तार कार्य
  • क्षेत्रीय बिजली परियोजनाएं
  • पर्यटन और कृषि को बढ़ावा देने वाली योजनाएं

नॉर्थ ईस्ट के लिए बड़ा कदम

इन परियोजनाओं से मिजोरम और पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए नई संभावनाओं के द्वार खुलेंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि रेल कनेक्टिविटी से व्यापारिक निवेश बढ़ेगा, पर्यटन को गति मिलेगी और नॉर्थ ईस्ट के लोगों को देश के अन्य हिस्सों में रोजगार के अधिक अवसर मिलेंगे।