असम दौरे के दूसरे दिन पीएम मोदी ने किए ₹18,500 करोड़ की परियोजनाओं का शुभारंभ, कांग्रेस पर निशाना

असम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा रविवार को भी जारी रहा। दूसरे दिन पीएम मोदी ने दरांग और गोलाघाट जिले के नुमालीगढ़ में कई बड़ी घोषणाएं कीं और कुल ₹18,500 करोड़ की इंफ्रास्ट्रक्चर और औद्योगिक परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने दो जनसभाओं को भी संबोधित किया, जहां उन्होंने विकास योजनाओं की जानकारी दी और कांग्रेस पर तीखे हमले बोले।

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गरीबों और आदिवासियों के लिए भाजपा का संकल्प

नुमालीगढ़ में आयोजित जनसभा में पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में गरीब और आदिवासी समुदायों के साथ लगातार अन्याय हुआ। उन्होंने कहा, "हमारा मंत्र है – नागरिक देवो भवः। हमारे लिए जनता भगवान है। भाजपा सरकार यह सुनिश्चित करने में जुटी है कि देश के नागरिकों को किसी तरह की असुविधा न हो।"

उन्होंने बताया कि अब तक असम में 20 लाख से अधिक पक्के घर गरीबों को दिए जा चुके हैं और हर घर तक नल से जल पहुंचाने का कार्य तेजी से जारी है।

कांग्रेस पर घुसपैठियों को संरक्षण देने का आरोप

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस पर घुसपैठियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने वोट बैंक की राजनीति के लिए असम की डेमोग्राफी बिगाड़ दी। "भाजपा सरकार असम के लोगों के साथ मिलकर इस चुनौती से निपट रही है। हम घुसपैठियों से जमीनें मुक्त कराकर आदिवासी समाज को पट्टे दे रहे हैं। मिशन वसुंधरा इसी दिशा में बड़ा कदम है।"

कामाख्या कॉरिडोर और सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण

पीएम मोदी ने कहा कि जैसे वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम और उज्जैन में महाकाल लोक विकसित हुए, वैसे ही असम में मां कामाख्या कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। इससे न केवल आस्था को संबल मिलेगा बल्कि पर्यटन और रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे।

उन्होंने कहा, "कांग्रेस ने असम को केवल अलगाव, हिंसा और विवाद दिए। जबकि भाजपा सरकार असम की पहचान को संरक्षित करते हुए उसे आधुनिक विकास की ओर ले जा रही है।"

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औद्योगिक विकास की नई पहचान

प्रधानमंत्री ने नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड में ₹5,000 करोड़ का बांस आधारित एथेनॉल प्लांट उद्घाटन किया। यह प्लांट हर साल 5 लाख टन बांस खरीदेगा और लगभग 50,000 लोगों को सीधा फायदा पहुंचाएगा। इसके साथ ही उन्होंने पॉलीप्रोपाइलीन संयंत्र की आधारशिला भी रखी। मोदी ने कहा कि अब असम चाय और हस्तशिल्प के साथ-साथ पॉलीप्रोपाइलीन टेक्सटाइल के लिए भी पहचाना जाएगा।

उन्होंने आगे कहा कि "आज हम बांस से एथेनॉल बनाने की शुरुआत कर रहे हैं। कभी कांग्रेस सरकार बांस काटने पर भी जेल में डाल देती थी। हमने यह प्रतिबंध हटाया और अब यह नॉर्थ ईस्ट की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देगा।"

ऊर्जा और आत्मनिर्भर भारत पर जोर

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत तेजी से विकसित हो रहा है और ऊर्जा की मांग भी लगातार बढ़ रही है। "हम विदेश से आयात कर उनकी अर्थव्यवस्था मजबूत कर रहे थे। अब समय आ गया है कि भारत आत्मनिर्भर बने। इसी के लिए नेशनल डीप वाटर एक्सप्लोरेशन मिशन शुरू किया जा रहा है, जिससे समुद्र में मौजूद तेल और गैस के भंडार देश के काम आएंगे।"

असम को विकास का इंजन बताया

पीएम मोदी ने कहा कि आज का दिन असम और भारत दोनों के लिए ऐतिहासिक है। "₹18,500 करोड़ की परियोजनाओं से असम विकसित भारत की गौरवयात्रा का हिस्सा बनेगा। हमारी सरकार असम को देश का ग्रोथ इंजन बनाने के लिए काम कर रही है। कनेक्टिविटी, हेल्थकेयर और उद्योगों में तेजी से सुधार हो रहा है।"

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उन्होंने याद दिलाया कि जहां कांग्रेस ने 60 सालों में ब्रह्मपुत्र पर केवल 3 पुल बनाए, वहीं भाजपा सरकार ने 10 सालों में 6 बड़े पुल बनाकर दिखाए हैं।

स्वदेशी खरीद का संकल्प

दरांग की सभा में पीएम मोदी ने जनता से वादा लिया कि वे केवल भारत में बनी वस्तुएं ही खरीदेंगे। उन्होंने कहा, "कंपनी कोई भी हो, लेकिन सामान हिंदुस्तान में बना होना चाहिए। उसमें मेरे देश के नौजवान का पसीना और मेरी मिट्टी की खुशबू होनी चाहिए।"

भूपेन हजारिका और लाचित बरफुकन को सम्मान

पीएम मोदी ने असम के वीर सपूत लाचित बरफुकन का उल्लेख करते हुए कहा कि कांग्रेस ने कभी उन्हें सम्मान नहीं दिया, जबकि भाजपा सरकार ने उनकी 400वीं जयंती मनाई और जोरहाट में उनकी विशाल प्रतिमा स्थापित की। उन्होंने भूपेन हजारिका का भी जिक्र किया और कांग्रेस द्वारा किए गए अपमान को असम के लोगों का अनादर बताया।

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भूपेन हजारिका को भारत रत्न देने पर कांग्रेस की टिप्पणी का जवाब

दरांग की सभा में पीएम मोदी ने कहा कि जब उनकी सरकार ने असम के महान लोकगायक भूपेन हजारिका को भारत रत्न दिया था, तो कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तंज कसा था कि "मोदी नाचने-गाने वालों को भारत रत्न दे रहा है।" प्रधानमंत्री ने कहा – "मुझ पर गालियां बरसाएं, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं भगवान शिव का भक्त हूं और सारा जहर पी लेता हूं। लेकिन जब किसी और का अपमान होता है, तब मैं चुप नहीं रह सकता।"

प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा न केवल असम में बड़े निवेश और औद्योगिक विकास की नींव रखने वाला रहा, बल्कि कांग्रेस पर उनके तीखे हमलों और सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण के संकल्प के कारण भी चर्चा में रहा। पीएम ने कहा कि "21वीं सदी का अगला हिस्सा नॉर्थ ईस्ट का है, अब असम का समय आ गया है।"