नई दिल्ली/आदमपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार सुबह पंजाब के आदमपुर एयरबेस का दौरा किया और भारतीय वायुसेना के वीर जवानों से मुलाकात कर उन्हें संबोधित किया। प्रधानमंत्री का यह दौरा हाल ही में सफलतापूर्वक संपन्न हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद आया, जिसमें भारत ने पाकिस्तान पर आतंकियों के खिलाफ निर्णायक सैन्य कार्रवाई की।
प्रधानमंत्री ने जवानों को 28 मिनट के प्रेरक भाषण में संबोधित करते हुए साफ कहा कि अब भारत आतंकवाद के हर हमले का जवाब अपने तरीके से, अपने समय पर और अपनी शर्तों पर देगा। उन्होंने पाकिस्तान को दो टूक चेतावनी दी कि यदि फिर से कोई दुस्साहस किया गया, तो उसका अंजाम सिर्फ “विनाश और महाविनाश” होगा।
“पाकिस्तान में अब कोई जगह सुरक्षित नहीं”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,
“भारत में निर्दोष लोगों का खून बहाने का एक ही अंजाम होगा – विनाश और महाविनाश। जिस पाकिस्तानी सेना के भरोसे ये आतंकी बैठे थे, भारत की सेना, वायुसेना और नौसेना ने उस पाकिस्तानी सेना को भी धूल चटा दी है।”
उन्होंने सख्त लहजे में जोड़ा:
“पाकिस्तान में अब ऐसा कोई ठिकाना नहीं है, जहां बैठकर आतंकवादी चैन की सांस ले सकें। हम घर में घुसकर मारेंगे और उन्हें बचने का एक भी मौका नहीं मिलेगा। हमारे ड्रोन और मिसाइलों के बारे में सोचकर ही पाकिस्तान की नींद उड़ गई है।”

ऑपरेशन सिंदूर को बताया निर्णायक मोड़
प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को भारत की नई सैन्य नीति और रणनीति का प्रतीक बताया।
“ऑपरेशन सिंदूर कोई सामान्य सैन्य अभियान नहीं था, यह भारत की नीति, नीयत और निर्णायक क्षमता की त्रिवेणी है। आपने आतंक के अड्डों को घर में घुसकर खत्म किया है। 9 आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया गया, 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया।”
तीन सूत्रीय रणनीति: भारत का नया नॉर्मल
प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि भारत अब आतंकवाद को लेकर एक तीन स्तरीय रणनीति पर चलेगा:
- भारत पर अगर आतंकी हमला हुआ तो जवाब होगा—अपने तरीके से, अपनी शर्तों पर और अपने समय पर।
- कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग भारत अब बर्दाश्त नहीं करेगा।
- भारत अब आतंक की सरपरस्त सरकार और आतंकी संगठनों को अलग-अलग नहीं देखेगा।

“अगर फिर दुस्साहस किया, तो फिर वही होगा…”
प्रधानमंत्री ने चेतावनी दी,
“पाकिस्तान की गुहार पर भारत ने अपनी सैन्य कार्रवाई फिलहाल स्थगित की है, लेकिन यदि आतंकवाद या कोई सैन्य दुस्साहस फिर दोहराया गया, तो भारत उसका मुंहतोड़ जवाब देगा—और यह जवाब हमारी शर्तों पर, हमारे तरीके से होगा।”
वायुसेना को दी सराहना, कहा- अब दुश्मन सिर्फ हथियार से नहीं, डेटा से भी हराएंगे
प्रधानमंत्री ने भारतीय वायुसेना की आधुनिकता और क्षमता की सराहना की। उन्होंने कहा:
“आज हमारे पास ऐसी तकनीक है, जिसका सामना पाकिस्तान नहीं कर सकता। हमारी वायुसेना अब सिर्फ हथियारों से ही नहीं, बल्कि डेटा, ड्रोन और इंटेलिजेंस के जरिए भी दुश्मन को छकाने में माहिर हो चुकी है। आपने साबित किया है कि आप इस गेम में दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हैं।”
एयर डिफेंस सिस्टम बना सुरक्षा का कवच
प्रधानमंत्री ने ‘आकाश’ और ‘S-400’ जैसे एयर डिफेंस सिस्टम की चर्चा करते हुए कहा:
“आज भारत की पहचान एक मजबूत सुरक्षा कवच के रूप में बन चुकी है। चाहे हमारे एयरबेस हों या डिफेंस इन्फ्रास्ट्रक्चर, पाकिस्तान की लाख कोशिशों के बाद भी वो उन्हें छू तक नहीं सके। इसका पूरा श्रेय आप सभी सैनिकों की सतर्कता और तकनीकी दक्षता को जाता है।”

न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग नहीं सहेगा भारत
प्रधानमंत्री ने दोहराया:
“पाकिस्तान के ड्रोन, यूएवी, एयरक्राफ्ट, मिसाइलें सब हमारे एयर डिफेंस के सामने ढेर हो गए। भारत अब किसी भी प्रकार की न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग को बर्दाश्त नहीं करेगा। यह भारत का नया नॉर्मल है—स्पष्ट नीति, तीव्र प्रतिक्रिया और निर्णायक सैन्य शक्ति।”
गुरु गोविंद और बुद्ध का संदर्भ: भारत की नीति में शक्ति और शांति का संतुलन
प्रधानमंत्री ने कहा:
“भारत बुद्ध की भी धरती है और गुरु गोविंद सिंह की भी। गुरु जी ने कहा था – ‘सवा लाख से एक लड़ाऊं…’। जब हमारी बहनों-बेटियों का सिंदूर छीना गया, तो हमने आतंकवादियों के फन को उनके घर में घुसकर कुचला।”
“वे कायर बनकर छिपकर आए थे, पर भूल गए कि जिनसे ललकारा है, वो हिंद की सेना है। आपने आतंकियों को सामने से मारा, उनके अड्डों को जमींदोज कर दिया।”
अंतिम संदेश: हमें हर पल तैयार रहना होगा
प्रधानमंत्री ने सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा:
“आपका धैर्य, साहस, सजगता और जुनून ही भारत की सबसे बड़ी ताकत है। हमें लगातार तैयार रहना है, दुश्मन को याद दिलाते रहना है कि यह नया भारत है—जो शांति चाहता है लेकिन मानवता पर हमला हुआ तो युद्ध के मोर्चे पर मिट्टी में मिलाना भी जानता है।”
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