एफटीए वार्ता की प्रगति की समीक्षा के लिए न्यूजीलैंड पहुंचे पीयूष गोयल, आर्थिक साझेदारी पर चर्चा
नई दिल्ली, 5 नवंबर। भारत और न्यूजीलैंड के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर चल रही वार्ताओं की प्रगति की समीक्षा के उद्देश्य से केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल मंगलवार को न्यूजीलैंड पहुंच गए। यह उनका न्यूजीलैंड का पहला आधिकारिक दौरा है, जो 5 से 8 नवंबर तक चलेगा।
पीयूष गोयल का यह दौरा भारत और न्यूजीलैंड के बीच आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। उन्होंने अपने समकक्ष टॉड मैक्ले से मुलाकात की और चल रही एफटीए वार्ता की स्थिति की समीक्षा की।
गोयल बोले – “विस्तृत और पारस्परिक रूप से लाभकारी समझौते की दिशा में बढ़ रहे हैं कदम”
पीयूष गोयल ने अपने दौरे की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर साझा करते हुए लिखा—
“वर्तमान में चल रही मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) की बातचीत की प्रगति की समीक्षा के लिए न्यूजीलैंड में आकर मुझे प्रसन्नता हो रही है। अपने समकक्ष और मित्र टॉड मैक्ले के गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए मैं उनका आभारी हूं।”
उन्होंने कहा कि भारत और न्यूजीलैंड दोनों देश एक व्यापक, पारस्परिक रूप से लाभकारी आर्थिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। गोयल ने बताया कि अपने दौरे के दौरान वे उद्योग जगत के प्रतिनिधियों और निवेशकों से भी मुलाकात करेंगे ताकि दोनों देशों के बीच सहयोग और निवेश के नए अवसर तलाशे जा सकें।
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एफटीए वार्ता का चौथा दौर शुरू
भारत और न्यूजीलैंड के बीच एफटीए वार्ता का चौथा दौर 3 नवंबर को ऑकलैंड में शुरू हुआ। इस वार्ता की औपचारिक शुरुआत 16 मार्च 2024 को हुई थी।
दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए एफटीए को एक अहम आर्थिक पुल के रूप में देखा जा रहा है। इस समझौते से न केवल व्यापारिक करों में राहत मिलेगी, बल्कि सेवा क्षेत्र, कृषि, विनिर्माण और शिक्षा क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ने की संभावना है।
भारत-न्यूजीलैंड व्यापार में 49% की वृद्धि
वित्त वर्ष 2024–25 में भारत और न्यूजीलैंड के बीच द्विपक्षीय व्यापार लगभग 1.3 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 49 प्रतिशत अधिक है।
विशेषज्ञों के अनुसार, एफटीए लागू होने के बाद यह व्यापारिक आंकड़ा दोगुना तक हो सकता है।
भारत के प्रमुख निर्यात
भारत से न्यूजीलैंड को भेजे जाने वाले प्रमुख निर्यातों में शामिल हैं:
- वस्त्र, परिधान और घरेलू कपड़ा उत्पाद
- औषधियां और चिकित्सकीय सामग्री
- परिष्कृत पेट्रोल और रासायनिक उत्पाद
- कृषि उपकरण, ट्रैक्टर और सिंचाई मशीनरी
- मोटर वाहन और ऑटो पार्ट्स
- लोहा, इस्पात, कागज उत्पाद और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
- झींगे, हीरे और बासमती चावल
भारत के प्रमुख आयात
वहीं न्यूजीलैंड से भारत को प्राप्त होने वाले प्रमुख आयात हैं:
- कृषि उत्पाद, सेब और कीवी जैसे फल
- मांस उत्पाद (विशेष रूप से भेड़ का मांस और मटन)
- दुग्ध उत्पाद, दूध एल्ब्यूमिन और लैक्टोज सिरप
- कोकिंग कोल, लकड़ी, ऊन और स्क्रैप धातुएं
दौरे से उम्मीदें
गोयल का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब भारत वैश्विक व्यापारिक साझेदारी के क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है। एफटीए वार्ता से भारतीय उद्योगों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक आसान पहुंच मिलेगी, जबकि न्यूजीलैंड को भारतीय बाजार में अपने कृषि और दुग्ध उत्पादों के निर्यात का बड़ा अवसर मिलेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह समझौता दोनों देशों के बीच टिकाऊ आर्थिक संबंधों की नई नींव रखेगा।
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