पावागढ़ शक्तिपीठ रोपवे हादसा: रस्सी टूटने से 6 की मौत, सुरक्षा पर उठे सवाल
गांधीनगर। गुजरात के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल पावागढ़ शक्तिपीठ में शनिवार को बड़ा हादसा हो गया। मालवाहक रोपवे की रस्सी टूट जाने से लोहे का ढांचा ढह गया, जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। मृतकों में 2 लिफ्ट ऑपरेटर, 2 मजदूर और 2 अन्य लोग शामिल बताए जा रहे हैं। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया और श्रद्धालुओं में भी दहशत फैल गई।
हादसा कैसे हुआ?
पावागढ़ के महाकाली मंदिर तक पहुंचने के लिए दो रोपवे बने हैं – एक श्रद्धालुओं के लिए और दूसरा सामान ढोने के लिए। हादसा उस समय हुआ जब निर्माण सामग्री ले जाने वाला मालवाहक रोपवे अचानक रस्सी टूटने से नीचे गिर पड़ा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रोपवे के ढहते ही वहां अफरा-तफरी मच गई।
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राहत और बचाव कार्य
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और दमकल विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। प्रशासन ने घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया है और मृतकों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिए गए हैं। पंचमहल कलेक्टर के पीए प्रणव ने हादसे में 6 लोगों की मौत की पुष्टि की है।
श्रद्धालुओं के लिए अलग रोपवे सुरक्षित
गौरतलब है कि पावागढ़ में महाकाली माताजी के मंदिर तक जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग रोपवे है, जो फिलहाल सुरक्षित है। हादसा केवल सामान ढोने वाले रोपवे में हुआ है। हालांकि, इस घटना के बाद श्रद्धालुओं में भय का माहौल है और रोपवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं।
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पहले भी हो चुका है हादसा
पावागढ़ में रोपवे से जुड़ा यह पहला हादसा नहीं है। दो साल पहले 25 अगस्त 2023 को भी बड़ा हादसा होने से टल गया था, जब महाकाली मंदिर जाने वाले रोपवे की पिलर नंबर 4 की केबल टूट गई थी और 10 से ज्यादा यात्री हवा में बोगियों में फंस गए थे। हालांकि, उस समय सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था।
सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
लगातार हो रही घटनाओं ने रोपवे की सुरक्षा और रखरखाव पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्रशासन को समय-समय पर रोपवे की तकनीकी जांच करनी चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। विशेषज्ञों का भी मानना है कि धार्मिक स्थलों पर प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं, ऐसे में सुरक्षा मानकों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है।
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