पटना। पटना स्थित तख्त श्री हरिमंदिर साहिब गुरुद्वारा को एक गंभीर धमकी का सामना करना पड़ा है। गुरुद्वारा प्रबंधन को बुधवार को एक ई-मेल के जरिए सूचना मिली कि गुरुद्वारा के लंगर कक्षों में आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) लगाए गए हैं और जल्द ही विस्फोट होने वाला है। धमकी भरे ई-मेल ने गुरुद्वारा प्रबंधन और श्रद्धालुओं के बीच हड़कंप मचा दिया।
ई-मेल में किए गए सनसनीखेज दावे
धमकी देने वाले ने खुद को ई-मेल में “Vanniyar Pundai Ramadoss” बताया। मेल में कहा गया कि आईईडी विस्फोट से पहले गुरुद्वारे के सभी कर्मचारियों और श्रद्धालुओं को बाहर निकाल लिया जाए। धमकी में केवल पटना साहिब को निशाना बनाने की बात नहीं कही गई, बल्कि इसमें पाकिस्तान और खुफिया एजेंसी ISI के समर्थन में नारे भी लिखे गए। इसके अलावा, ई-मेल में कई नेताओं, संगठनों और विदेशी ताकतों का जिक्र किया गया। मेल में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी, तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि और वर्तमान मुख्यमंत्री एमके स्टालिन समेत अन्य नेताओं का भी संदर्भ आया। इस तरह के बयान धमकी देने वाले की मंशा को और गंभीर बनाते हैं और यह दर्शाता है कि यह कोई साधारण धमकी नहीं बल्कि राजनीतिक और सामरिक निहितार्थ वाली योजना हो सकती है।
गुरुद्वारा में फौरन की गई कार्रवाई
धमकी मिलने के तुरंत बाद गुरुद्वारा प्रबंधन ने पुलिस और प्रशासन को सूचित किया। पटना पुलिस की टीम और बम निरोधक दस्ते (Bomb Disposal Squad) तुरंत मौके पर पहुंचे। पुलिस ने गुरुद्वारा के हर हिस्से की तलाशी ली, जिसमें लंगर कक्ष, प्रार्थना हॉल, गलियारों और आस-पास के परिसर की जांच शामिल थी। तलाशी के दौरान कोई विस्फोटक या संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।
हालांकि, तलाशी पूरी होने के बाद भी पुलिस ने गुरुद्वारा परिसर और आसपास के इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी। डॉग स्क्वायड और बम निरोधक टीम के साथ पैट्रोलिंग बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। प्रशासन और पुलिस इस समय हाई अलर्ट पर हैं।
साइबर सेल ने शुरू की जांच
सुरक्षा एजेंसियों ने धमकी भरे ई-मेल के स्रोत का पता लगाने के लिए साइबर सेल को शामिल किया है। मेल की जांच में यह पता लगाया जा रहा है कि ई-मेल किस सर्वर से भेजा गया और इसमें इस्तेमाल की गई तकनीक, आईपी एड्रेस और अन्य डिजिटल साक्ष्य क्या हैं। पुलिस ने ई-मेल भेजने वाली कंपनी से मेल से संबंधित पूरा डेटा मंगवाया है, जो एक माह तक पुलिस के लिए उपलब्ध रहेगा।
नेताओं और प्रशासन की प्रतिक्रिया
पटना पुलिस और प्रशासन ने इस धमकी के बाद तुरंत सुरक्षा बढ़ाने का कदम उठाया है। गुरुद्वारा परिसर के प्रवेश मार्गों पर अतिरिक्त सुरक्षा तैनात की गई है। पुलिस ने आसपास के इलाकों में भी सतर्कता बढ़ा दी है। इसके अलावा, अधिकारियों ने कहा कि गुरुद्वारा के सभी कर्मचारियों और श्रद्धालुओं को सुरक्षा नियमों के तहत निर्देशित किया गया है।
धमकी के राजनीतिक और सामरिक पहलुओं पर भी नजर रखी जा रही है। मेल में दिए गए नेताओं और संगठनों के नामों की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हैं।
सुरक्षा व्यवस्था और आने वाले कदम
- बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वायड के साथ गुरुद्वारा परिसर की सतत निगरानी
- परिसर के प्रवेश और निकास मार्गों पर सघन चेकिंग
- साइबर सेल द्वारा ई-मेल स्रोत का पता लगाने के लिए तकनीकी जांच
- पुलिस द्वारा आसपास के इलाकों में पैट्रोलिंग और हाई अलर्ट जारी
- गुरुद्वारा कर्मचारियों और श्रद्धालुओं को आपातकालीन योजना के अनुसार प्रशिक्षित करना
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