July 31, 2025 3:45 PM

पटना एयरपोर्ट पर इंडिगो फ्लाइट की दो बार लैंडिंग से हड़कंप, रनवे विस्तार की योजना फिर चर्चा में

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पटना एयरपोर्ट पर इंडिगो फ्लाइट की दोहरी लैंडिंग, रनवे विस्तार की योजना पर फिर जोर

पटना। मंगलवार की रात दिल्ली से पटना आने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6E2482 ने पटना एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान एक अप्रत्याशित मोड़ ले लिया। विमान पहले रनवे को छूने के बाद दोबारा उड़ गया और फिर आसमान में तीन-चार चक्कर लगाने के बाद सुरक्षित लैंडिंग की। इस दौरान विमान में सवार 173 यात्रियों की सांसें थम गईं। लगभग 5 मिनट की बेचैनी और अनिश्चितता के बाद दोबारा सफल लैंडिंग से यात्रियों ने राहत की सांस ली।


क्या हुआ था रनवे पर?

रात करीब 9 बजे फ्लाइट पटना एयरपोर्ट पर लैंड कर रही थी, लेकिन पायलट ने लैंडिंग के अंतिम क्षणों में महसूस किया कि विमान टचडाउन पॉइंट को ओवरशूट कर गया है। चूंकि पटना एयरपोर्ट का रनवे छोटा है, पायलट को लगा कि विमान को समय पर रोका नहीं जा सकेगा। उन्होंने तुरंत “गो अराउंड” यानी दोबारा टेकऑफ का फैसला लिया।

इस अचानक टेकऑफ से विमान में सवार यात्रियों में दहशत फैल गई। लोगों को लगा कि शायद रनवे पर कोई दूसरी फ्लाइट थी या कोई तकनीकी आपात स्थिति आ गई है। हालांकि, केबिन क्रू ने स्थिति को संभालते हुए यात्रियों को बताया कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है और जल्द ही विमान फिर से सुरक्षित लैंड कर जाएगा।


पटना एयरपोर्ट का छोटा रनवे बना बार-बार खतरे की वजह

पटना एयरपोर्ट का रनवे देश के सबसे छोटे और चुनौतीपूर्ण रनवे में से एक माना जाता है। इसकी वर्तमान लंबाई 2072.64 मीटर (करीब 2 किमी) है, जो बड़े विमानों के लिए पर्याप्त नहीं मानी जाती।

एयरक्राफ्ट इंजीनियरों के मुताबिक, वाइड-बॉडी विमान (जैसे इंटरनेशनल फ्लाइट्स में इस्तेमाल होने वाले) के लिए कम से कम 3 से 5 किमी लंबा रनवे जरूरी होता है। पटना एयरपोर्ट पर फिलहाल केवल नैरो बॉडी एयरक्राफ्ट (250 या उससे कम सीटों वाले विमान) ही संचालित होते हैं। यही कारण है कि इस तरह की घटनाएं समय-समय पर सामने आती रहती हैं।


रनवे विस्तार की कवायद तेज, सरकार ने बनाई कमेटी

केंद्र सरकार ने अहमदाबाद एयरपोर्ट हादसे के बाद सभी एयरपोर्ट्स की सुरक्षा को लेकर एडवाइजरी जारी की है। इसके बाद पटना में कमिश्नर चंद्रशेखर सिंह के नेतृत्व में एक कमेटी बनी, जिसमें एयरपोर्ट और जिला प्रशासन के अधिकारी शामिल थे। कमेटी ने रनवे की लंबाई बढ़ाने की सिफारिश की और अब योजना को अमलीजामा पहनाने की प्रक्रिया तेज हो गई है।


584.96 मीटर रनवे विस्तार की योजना

  • वर्तमान लंबाई: 2072.64 मीटर
  • नया प्रस्तावित विस्तार: 2657.6 मीटर
  • इसके लिए कुल करीब 30 एकड़ जमीन की जरूरत है।

कहां से मिलेगी जमीन?

पटना एयरपोर्ट घनी आबादी वाले क्षेत्र में स्थित है, इसलिए जमीन अधिग्रहण चुनौतीपूर्ण है। फिलहाल प्रशासन ने दो दिशाओं में जमीन चिह्नित की है:

1. पूर्वी दिशा (पटना जू की ओर):

  • 15 एकड़ जमीन पटना जू से ली जाएगी।
  • पटेल गोलंबर वाली सड़क को अंडरग्राउंड किया जाएगा, ताकि ऊपर रनवे का विस्तार हो सके।

2. पश्चिमी दिशा (फुलवारी शरीफ की ओर):

  • 14 एकड़ जमीन फुलवारी शरीफ गुमटी के पास अधिग्रहीत होगी।
  • 15 डिसमिल कब्रिस्तान की जमीन भी बाउंड्री से सटी हुई अधिग्रहित की जाएगी।
  • जगदेव पथ वाली सड़क भी अंडरग्राउंड जाएगी, ताकि रनवे का हिस्सा बनाया जा सके।

जिला प्रशासन द्वारा जमीन की मापी, निरीक्षण और रिपोर्टिंग का काम पूरा हो चुका है। अब यह रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी जाएगी, जिसके बाद विस्तृत मंजूरी के साथ निर्माण कार्य शुरू होगा।


रनवे क्यों बढ़ाना जरूरी है?

पटना एयरपोर्ट के पूर्व निदेशक के अनुसार,

“वर्तमान में रनवे 2072 मीटर है, जबकि इसे कम से कम 2438 मीटर होना चाहिए। अभी प्लेन को 3 डिग्री के एंगल पर उतारा जाता है, जबकि 2.5 डिग्री पर उतरना ज्यादा सुरक्षित होता है।”

रनवे छोटा होने की वजह से पायलटों को हमेशा अधिक सावधानी और तकनीकी नियंत्रण की जरूरत होती है। इससे कई बार अनावश्यक तनाव और सुरक्षा खतरा पैदा होता है।


क्या होगा आगे?

रनवे विस्तार के बाद पटना एयरपोर्ट पर:

  • बड़े विमानों की लैंडिंग हो सकेगी
  • इंटरनेशनल फ्लाइट्स का संचालन शुरू करने की संभावना बढ़ेगी
  • यात्रियों की सुरक्षा में सुधार होगा
  • टेकऑफ और लैंडिंग में बेहतर ऑपरेशनल कंट्रोल मिलेगा


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