जम्मू। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तानी सेना ने संघर्ष विराम का उल्लंघन किया और भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश की। इसके जवाब में भारतीय सेना ने संतुलित और प्रभावी जवाबी कार्रवाई की।
घटना का पूरा विवरण
- जम्मू स्थित रक्षा पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने बुधवार को बयान जारी कर बताया कि
- पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम का यह उल्लंघन मंगलवार को दोपहर 1:10 बजे हुआ।
- भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान की ओर से हताहतों की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
- हालांकि, आधिकारिक सूत्रों के अनुसार विस्फोट और गोलीबारी में पाकिस्तान के पांच सैनिक घायल हुए हैं।
कैसे हुआ संघर्ष विराम का उल्लंघन?
- 1 अप्रैल को नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तानी सेना की घुसपैठ के कारण कृष्णा घाटी सेक्टर में एक माइन ब्लास्ट हुआ।
- इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने बिना किसी उकसावे के भारतीय पोस्ट पर गोलीबारी शुरू कर दी।
- भारतीय सेना ने संयमित लेकिन प्रभावी जवाबी कार्रवाई की, जिससे स्थिति नियंत्रण में आ गई।

भारतीय सेना की प्रतिक्रिया
- भारतीय सेना ने स्पष्ट किया कि एलओसी पर शांति बनाए रखने के लिए 2021 के संघर्ष विराम समझौते का पालन किया जाता है, लेकिन किसी भी घुसपैठ या हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
- सेना ने कहा कि स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और किसी भी उकसावे का तुरंत जवाब दिया जाएगा।
क्या कहते हैं समझौते के नियम?
- भारत और पाकिस्तान के महानिदेशक सैन्य अभियान (DGMO) के बीच 2021 में संघर्ष विराम समझौता हुआ था, जिसके तहत एलओसी पर गोलीबारी न करने पर सहमति बनी थी।
- लेकिन पाकिस्तान द्वारा बार-बार इस समझौते का उल्लंघन किया जाता रहा है, जिसका भारतीय सेना ने हर बार सख्त जवाब दिया है।
क्या होगा आगे?
- भारतीय सेना एलओसी पर सतर्क निगरानी रख रही है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
- रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम उल्लंघन आतंकियों की घुसपैठ कराने की साजिश का हिस्सा हो सकता है।
- भारतीय सुरक्षा एजेंसियां इस हमले के पलटवार और भविष्य में ऐसे हमलों को रोकने की रणनीति पर काम कर रही हैं।
स्वदेश ज्योति के द्वारा।
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