July 4, 2025 9:41 PM

पाकिस्तान में ट्रम्प कुनबे का क्रिप्टो कारोबार: फील्ड मार्शल मुनीर को मिली कमान, दक्षिण एशिया की क्रिप्टो कैपिटल बनाने की तैयारी

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इस्लामाबाद।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में बड़ा भूचाल लाने वाला एक अहम घटनाक्रम सामने आया है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के परिवार का अरबों रुपये का क्रिप्टो करंसी कारोबार अब सीधे पाकिस्तान में प्रवेश कर चुका है। फील्ड मार्शल आसिम मुनीर को इस पूरे नेटवर्क की कमान दी गई है। वाइट हाउस में हाल ही में हुई ‘डिनर डिप्लोमेसी’ के दौरान इस सौदे को अंतिम रूप दिया गया।

बताया जा रहा है कि ट्रम्प परिवार की कंपनी वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल (WLF) और पाकिस्तान की क्रिप्टो काउंसिल के बीच 17,000 करोड़ रुपये के क्रिप्टो कारोबार का करार हुआ है। अगले दो वर्षों में इसे 34,000 करोड़ तक पहुंचाने की योजना है। इस डील को ट्रम्प द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के सीजफायर पर दिए गए ‘इनाम’ के रूप में भी देखा जा रहा है।


🇵🇰 क्रिप्टो की चाभी अब मुनीर के हाथ में

पाकिस्तान में क्रिप्टो नेटवर्क की निगरानी अब सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर करेंगे। पाकिस्तान में सेना केवल रक्षा क्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि उर्वरक, सीमेंट, ऊर्जा, रियल एस्टेट और अन्य सेक्टर में करीब 2.25 लाख करोड़ रुपये का व्यापार करती है।

इस व्यापार में अब क्रिप्टो करंसी को भी शामिल किया जा सकता है। WLF के साथ करार के बाद पाकिस्तान सरकार और सेना, क्रिप्टो को बिजनेस, इन्वेस्टमेंट और पॉलिटिकल डिप्लोमेसी का टूल बनाने की दिशा में काम कर रही है।


🧾 साजिद तरार बने ट्रम्प-मुनीर डील के सूत्रधार

इस पूरे सौदे को फाइनल कराने में अमेरिका में बसे पाक मूल के कारोबारी साजिद तरार की बड़ी भूमिका रही। तरार रिपब्लिकन पार्टी के करीबी माने जाते हैं और अमेरिका में मैक्सिमस इन्वेस्टमेंट ग्रुप चलाते हैं। सूत्रों के अनुसार, तरार ने ही फील्ड मार्शल मुनीर को वाइट हाउस डिनर में बुलवाया था, जहां ट्रम्प परिवार के सदस्यों के साथ बातचीत में यह डील तय हुई।


🏦 पाकिस्तान को बनाया जाएगा क्रिप्टो हब

ट्रम्प की रणनीति है कि पाकिस्तान को दक्षिण एशिया की क्रिप्टो कैपिटल बनाया जाए। ChainAnalysis रिपोर्ट के अनुसार, ग्लोबल क्रिप्टो एडॉप्शन इंडेक्स में पाकिस्तान नौवें स्थान पर है। यहां करीब 2.75 करोड़ क्रिप्टो यूज़र हैं, जो दक्षिण एशिया में सबसे ज्यादा हैं।

इसकी सबसे बड़ी वजह है पाकिस्तान की ब्लैक इकॉनमी, जो इसकी जीडीपी का बड़ा हिस्सा है। ट्रम्प कुनबे की योजना पाकिस्तान में क्रिप्टो को रोजगार, निवेश और राजनीतिक पकड़ के हथियार के रूप में उपयोग करने की है।


💻 पाक सरकार की तैयारी: माइनिंग और वॉलेट का खाका तैयार

पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के क्रिप्टो सलाहकार बिलाल ने अमेरिका में वेगास क्रिप्टो समिट में खुलासा किया कि पाकिस्तान जल्द ही क्रिप्टो वॉलेट, बिटकॉइन माइनिंग फर्म और एआई डेटा सेंटर लॉन्च करेगा।

इसके लिए स्टेट बैंक और SECP को नई गाइडलाइंस बनाने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार ने 2,000 मेगावॉट अतिरिक्त बिजली क्रिप्टो फर्मों को सप्लाई करने की भी अनुमति दे दी है।


👥 शरीफ और ट्रम्प परिवार मिलकर चलाएंगे क्रिप्टो कारोबार

इस डील में पाकिस्तान के शरीफ खानदान और ट्रम्प परिवार दोनों साझेदार होंगे:

  • डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर – डब्ल्यूएलएफ में 25% हिस्सेदारी, पाकिस्तान में लीड भूमिका।
  • एरिक ट्रम्प – 15% हिस्सेदारी, रोज़ाना संचालन की निगरानी।
  • जेरेड कुशनर – अमेरिका से निवेश डायवर्ट कर पाकिस्तानी प्रोजेक्ट्स में लगाएंगे।
  • सलमान शरीफ – पीएम शहबाज के बेटे, पंजाब में क्रिप्टो हब बनाएंगे।
  • हुसैन नवाज – नवाज शरीफ के छोटे बेटे, लाहौर और विदेश से टोकन ऑपरेशन देखेंगे।

⚠️ क्या क्रिप्टो बनेगा आतंक का नया चोला?

विशेषज्ञों को आशंका है कि पाकिस्तान इस क्रिप्टो इकोनॉमी का इस्तेमाल आतंकी फंडिंग को छिपाने के लिए कर सकता है। ब्लॉकचेन की जटिलता और गुमनाम लेन-देन एफएटीएफ जैसे वैश्विक निगरानी संस्थाओं को गुमराह करने का जरिया बन सकती है। पाकिस्तान पहले से ही एफएटीएफ की वॉचलिस्ट में शामिल है।


🔚 पाकिस्तान में ट्रम्प की पॉलिटिकल-इकोनॉमिक ग्रिप

डोनाल्ड ट्रम्प की रणनीति अब पारंपरिक कूटनीति से हटकर पैसे, टेक्नोलॉजी और बिजनेस की नई धुरी बनती दिख रही है। क्रिप्टो के जरिए पाकिस्तान में उनकी सीधी पहुंच, न सिर्फ वहां की राजनीति में दखल बढ़ाएगी, बल्कि एशिया में अमेरिकी निवेश का नया मॉडल भी तैयार करेगी।




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