पहल्गाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में पाकिस्तान ने कई अहम और चौंकाने वाले कदम उठाए हैं। सबसे पहले तो पाकिस्तान ने इंटरनेशनल बॉर्डर पर स्थित अपनी चौकियों पर फिर से राष्ट्रीय झंडे फहरा दिए हैं, जिन्हें एक दिन पहले ही हटा लिया गया था। यह कदम क्षेत्र में बदलते मनोवैज्ञानिक और सामरिक संकेत के तौर पर देखा जा रहा है।
🔍 ISI चीफ असीम मलिक को नई जिम्मेदारी
पाकिस्तान ने अपनी खुफिया एजेंसी ISI के मौजूदा प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल असीम मलिक को देश का नया राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) नियुक्त किया है। यह पद 2022 में मुईद यूसुफ के इस्तीफे के बाद से खाली था। असीम मलिक का अपॉइंटमेंट तो 29 अप्रैल को ही हो गया था, लेकिन इसका नोटिफिकेशन बुधवार देर रात सार्वजनिक किया गया।
भारत ने भी NIA बोर्ड का पुनर्गठन किया
पाकिस्तान में इस नियुक्ति से एक दिन पहले ही भारत सरकार ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के बोर्ड का पुनर्गठन किया है। इसके तहत रॉ (RAW) के पूर्व प्रमुख आलोक जोशी को NIA बोर्ड का चेयरमैन बनाया गया है। यह फैसला आतंकवाद से जुड़ी जांचों की रणनीति को और मजबूत करने के इरादे से लिया गया है।
झंडा हटाया, फिर लगाया – क्या संदेश दे रहा पाकिस्तान?
पाकिस्तान ने 29 अप्रैल को अपनी अग्रिम चौकियों से झंडे हटा दिए थे। यह माना जा रहा था कि यह कदम भारत के साथ तनाव कम करने की कोशिश का हिस्सा है। लेकिन महज़ 24 घंटे बाद ही 30 अप्रैल को फिर से झंडे लगा दिए गए। विश्लेषकों के अनुसार, यह पाकिस्तान की ‘डिप्लोमैटिक बैलेंसिंग’ है—एक ओर बातचीत का दिखावा और दूसरी ओर सैन्य मुद्रा का प्रदर्शन।

पाकिस्तान की अमेरिका से गुहार
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अमेरिका से भारत पर ‘जिम्मेदारी से पेश आने’ और बयानबाज़ी कम करने का दबाव डालने की मांग की है। उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात करते हुए कहा कि भारत का “उकसावे वाला रवैया” क्षेत्रीय शांति के लिए ख़तरा बन रहा है।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने बुधवार रात भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर और शहबाज शरीफ दोनों से फोन पर बातचीत की। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हुए स्पष्ट कहा कि “आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका भारत के साथ खड़ा है।”
NIA की टीम फिर पहुंची पहलगाम
इस बीच NIA की टीम आज फिर पहलगाम पहुंची है। घटनास्थल की 3D मैपिंग की जा रही है ताकि हमले की बारीकियों को और अच्छे से समझा जा सके। जांच दल यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि आतंकी कहां से आए और हमले के बाद किस रास्ते से भागे। 3D तकनीक से क्राइम सीन को वर्चुअल रीक्रिएट किया जाएगा ताकि हमले की सटीक योजना और जिम्मेदारों की पहचान की जा सके।
स्थिति बेहद नाजुक बनी हुई है और दोनों देशों के सुरक्षा तंत्र अब अपने-अपने मोर्चों पर सक्रिय हो गए हैं।
स्वदेश ज्योति के द्वारा
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