कुर्रम जिले में गोलीबारी, दोनों देशों ने एक-दूसरे पर हमले का लगाया आरोप; तालिबान ने 12 नागरिकों की मौत का दावा किया
पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर फिर भड़की हिंसा, 12 नागरिकों की मौत; दोनों देशों ने एक-दूसरे पर लगाया हमला करने का आरोप
इस्लामाबाद / काबुल। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर तनाव एक बार फिर खुली झड़पों में बदल गया है। मंगलवार रात खैबर पख्तूनख्वा के कुर्रम जिले में पाकिस्तान सुरक्षा बलों और अफगान तालिबान के बीच जबरदस्त गोलीबारी हुई। दोनों देशों ने एक-दूसरे पर पहले हमला करने का आरोप लगाया है। अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी एपी (Associated Press) के मुताबिक, इस संघर्ष में अब तक दर्जनों लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हुए हैं। स्थिति इतनी गंभीर है कि सीमा पर बसे गांवों से लोगों को खाली कराया जा रहा है।
⚔️ कंधार में हवाई हमला, 12 नागरिकों की मौत का दावा
अफगानिस्तान के तालिबान प्रवक्ता मावलवी जबीहुल्लाह मुजाहिद ने आरोप लगाया कि मंगलवार रात पाकिस्तानी सेना ने कंधार प्रांत के स्पिन बोल्डक इलाके में हवाई हमला किया।
“इस हमले में 12 आम नागरिक मारे गए और 100 से ज्यादा घायल हुए हैं,” मुजाहिद ने कहा।
तालिबान ने इसे अफगान संप्रभुता का उल्लंघन बताया और चेतावनी दी कि पाकिस्तान के ऐसे “हमलों का जवाब दिया जाएगा”।
🔥 दोनों देशों ने एक-दूसरे की चौकियों पर कब्जे का किया दावा
सीमा पर हुई झड़पों में दोनों देशों ने एक-दूसरे के ठिकानों पर कब्जा करने का दावा किया है। कई स्थानीय रिपोर्टों के मुताबिक, सीमा पर तोपखाने और टैंकों का इस्तेमाल हुआ, जबकि कुछ इलाकों में ड्रोन से भी हमले किए गए। पाकिस्तान की सरकारी एजेंसी पीटीवी न्यूज ने दावा किया कि
“अफगान तालिबान और फितना अल-खवारिज ने बिना उकसावे के कुर्रम में गोलीबारी की, जिसका पाकिस्तानी सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया।”
🇵🇰 पाकिस्तान का दावा — तालिबान की चौकियां तबाह
पाकिस्तानी सेना के सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई में कई तालिबान चौकियां ध्वस्त कर दी गईं। सेना ने दावा किया कि उनके हमलों से तालिबान के ठिकानों में आग की लपटें उठती दिखाई दीं और एक तालिबानी टैंक भी नष्ट कर दिया गया।
“हमने दुश्मन के ठिकानों पर सटीक निशाना साधा। कई तालिबानी चौकियों से धुआं उठता देखा गया और हमलावरों को पीछे हटना पड़ा,” एक पाकिस्तानी अधिकारी ने कहा।
दूसरी ओर, काबुल से जारी बयान में कहा गया कि
“अफगानिस्तान केवल अपनी हवाई सीमा और संप्रभुता की रक्षा कर रहा है। पाकिस्तान के हमले पहले हुए थे, हमने जवाबी कार्रवाई की है।”
🚨 पाकिस्तानी सेनाएं हाई अलर्ट पर
सीमा पर बढ़ते तनाव को देखते हुए पाकिस्तानी सेनाओं को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सूत्रों के अनुसार, सेना ने कुर्रम, उत्तरी वज़ीरिस्तान और खैबर जिलों में अतिरिक्त टुकड़ियां तैनात की हैं। वहीं सीमा के समीप गांवों में नागरिकों को अस्थायी शिविरों में भेजा जा रहा है।
🛰️ तालिबान का दावा — ड्रोन से पाकिस्तानी ठिकाने पर हमला
अफगानिस्तान समर्थक न्यूज़ पोर्टल वॉर ग्लोब न्यूज ने एक वीडियो जारी करते हुए दावा किया कि तालिबान के एक ड्रोन ने पख्तूनख्वा के सीमावर्ती इलाके में पाकिस्तानी सैन्य अड्डे पर हमला किया। वीडियो में विस्फोट और धुएं के गुबार दिखाए गए हैं, हालांकि इसकी स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो सकी है।
🤝 अफगानिस्तान में टीटीपी के दो गुट हुए एकजुट
इस संघर्ष के बीच एक और अहम घटनाक्रम सामने आया है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने घोषणा की है कि उसके दो प्रमुख गुट अब एक साथ काम करेंगे। इनमें एक गुट का नेतृत्व मुफ्ती अब्दुर रहमान (कुर्रम जिले) कर रहे हैं, जबकि दूसरा कमांडर शेर खान (तिराह घाटी, खैबर जिला) के अधीन है। दोनों नेताओं ने टीटीपी के प्रति वफादारी की शपथ ली है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इन गुटों के एकजुट होने से पाकिस्तान के लिए खतरा और बढ़ सकता है। टीटीपी पहले से ही पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय है और कई आतंकी हमलों की जिम्मेदारी ले चुकी है।
🧭 पृष्ठभूमि: लगातार बढ़ रहा है सीमा विवाद
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच 2,600 किलोमीटर लंबी ड्यूरंड लाइन पर पिछले कई महीनों से तनाव जारी है। दोनों देशों के बीच सीमा निर्धारण, आतंकवाद और तस्करी को लेकर मतभेद बढ़ते जा रहे हैं। तालिबान सरकार बनने के बाद से ही पाकिस्तान पर यह आरोप लगाया जा रहा है कि वह अफगान क्षेत्र में हवाई हमले कर आतंकियों को निशाना बना रहा है, जबकि तालिबान का कहना है कि पाकिस्तान टीटीपी को खत्म करने के नाम पर आम नागरिकों पर बमबारी कर रहा है।
🕊️ संघर्षविराम की संभावना कम
विश्लेषकों का कहना है कि मौजूदा परिस्थितियों में दोनों देशों के बीच तत्काल शांति की संभावना बेहद कम है। पाकिस्तान लगातार अफगानिस्तान से टीटीपी आतंकियों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने की मांग कर रहा है, जबकि तालिबान इसे अपनी आंतरिक नीति का मामला बताकर नकारता है।
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है। अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि
“क्षेत्र में बढ़ता तनाव न केवल पाकिस्तान और अफगानिस्तान के लिए बल्कि पूरी दक्षिण एशिया की स्थिरता के लिए खतरनाक है।”
🔻 स्थिति अभी भी तनावपूर्ण
बुधवार सुबह तक मिली जानकारी के अनुसार, सीमा क्षेत्र में गोलाबारी रुक-रुक कर जारी है। दोनों देशों की सेनाएं पूरी तरह अलर्ट हैं, और किसी भी समय फिर से झड़पें भड़क सकती हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि इलाके में भारी तोपों की आवाजें अब भी सुनाई दे रही हैं और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
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