नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने सख्त रुख अपनाते हुए पाकिस्तान से सभी प्रकार के आयात पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज़ से बेहद अहम माना जा रहा है। सरकार ने शनिवार को नोटिफिकेशन जारी करते हुए स्पष्ट किया कि इस आदेश से किसी को छूट तभी मिलेगी जब केंद्र सरकार से अनुमति प्राप्त हो।
ऑर्डनेंस फैक्ट्रियों में छुट्टियां रद्द, युद्ध स्तर पर तैयारियां
इस बीच, मध्य प्रदेश के जबलपुर और महाराष्ट्र के चंद्रपुर स्थित ऑर्डनेंस फैक्ट्रियों में कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। फैक्ट्री प्रबंधन ने आदेश जारी कर कहा है कि यह समय राष्ट्रीय सुरक्षा का है और कार्यों में किसी प्रकार की ढील नहीं दी जा सकती। दोनों फैक्ट्रियों में लगातार गोला-बारूद व सैन्य उपकरणों का उत्पादन तेज़ कर दिया गया है।
पाकिस्तान की भड़काऊ बयानबाज़ी तेज़, सिंधु जल समझौते की धमकी
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक भड़काऊ बयान में कहा है कि “अगर भारत ने सिंधु नदी का पानी रोका, तो हम हमला कर देंगे।” यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत पहले ही पाकिस्तान पर सख्त कदम उठा रहा है। गौरतलब है कि इससे पहले आसिफ खुद यह स्वीकार कर चुके हैं कि पाकिस्तान 30 वर्षों से आतंकियों को पाल रहा है, जिससे उसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं।
डिजिटल मोर्चे पर भी भारत का जवाब — पाक मंत्रियों के सोशल मीडिया अकाउंट ब्लॉक
भारत ने शुक्रवार देर रात पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री अताउल्लाह तरार का एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट ब्लॉक कर दिया। तरार ने दावा किया था कि भारत ने पाकिस्तान पर हमला किया है। इसके अलावा भारत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का यूट्यूब और इंस्टाग्राम अकाउंट भी ब्लॉक कर दिया है। यह कदम पाकिस्तान द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से झूठा प्रचार फैलाने के प्रयासों के खिलाफ कड़ा जवाब माना जा रहा है।
एलओसी पर लगातार 9वें दिन सीज़फायर उल्लंघन, भारतीय सेना का मुँहतोड़ जवाब
सीमावर्ती इलाकों में भी तनाव बना हुआ है। पाकिस्तान की ओर से कुपवाड़ा, उरी और अखनूर सेक्टर में लगातार 9वें दिन सीज़फायर उल्लंघन किया गया है। भारतीय सेना ने हर हमले का कड़ा और मुँहतोड़ जवाब दिया है। सेना की सतर्कता और जवाबी कार्रवाई ने सीमाओं पर नियंत्रण बनाए रखा है, लेकिन स्थिति बेहद संवेदनशील बनी हुई है।
बांग्लादेश ने भारत विरोधी बयान से किया किनारा
एक और अहम घटनाक्रम में, बांग्लादेश सरकार ने अपने रिटायर्ड मेजर जनरल फजलुर रहमान के उस बयान से खुद को अलग कर लिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत अगर पाकिस्तान पर हमला करे, तो बांग्लादेश को चीन के साथ मिलकर भारत के पूर्वोत्तर राज्यों पर कब्ज़ा कर लेना चाहिए। ढाका ने इस बयान को व्यक्तिगत और अनाधिकारिक बताते हुए स्पष्ट किया कि बांग्लादेश की सरकार का इससे कोई संबंध नहीं है।
खाड़ी देशों से समर्थन की गुहार में पाकिस्तान
तनाव को कम करने और वैश्विक दबाव को कम करने के उद्देश्य से पाकिस्तान ने खाड़ी देशों से मदद मांगी है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सऊदी अरब, कुवैत और यूएई के राजदूतों से मुलाकात की और उन्हें पाकिस्तान का पक्ष बताया। हालांकि इन मुलाकातों से पाकिस्तान को कोई ठोस समर्थन मिलता दिख नहीं रहा है।
भारत के इस सख्त रुख ने स्पष्ट संकेत दे दिया है कि अब आतंकी हमलों को केवल बयानबाज़ी से नहीं, नीतिगत और रणनीतिक कार्रवाई से जवाब मिलेगा। रक्षा तैयारियों में तेजी, डिजिटल मोर्चे पर जवाबी हमला और आर्थिक प्रतिबंध — भारत अब हर स्तर पर अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहा है।
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