विदेश मंत्रालय ने अब तक 517 भारतीयों की सकुशल वापसी की पुष्टि की, अधिकतर छात्र कश्मीर से
नई दिल्ली। ईरान और इज़राइल के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत शुक्रवार देर रात 290 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित दिल्ली लाया गया। इन नागरिकों में सबसे बड़ी संख्या कश्मीर के मेडिकल छात्रों की रही, जबकि अन्य यात्री दिल्ली, हरियाणा, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों से थे।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, अब तक 517 भारतीय नागरिक ईरान से सफलतापूर्वक स्वदेश लौट चुके हैं। 21 जून की रात दो चरणों में कुल 407 भारतीयों की वापसी हुई – पहले बैच में 290 और दूसरे में 117 नागरिक शामिल थे। इससे पहले 19 जून को 110 छात्रों को आर्मेनिया और दोहा के रास्ते भारत लाया गया था। मंत्रालय ने जानकारी दी है कि एक और फ्लाइट शनिवार शाम तक दिल्ली पहुंच सकती है।
✈️ ‘वंदे मातरम्’ और ‘भारत माता की जय’ से गूंजा एयरपोर्ट
ईरान से लौटे यात्रियों ने जब नई दिल्ली एयरपोर्ट पर कदम रखा, तो भावनाएं उमड़ पड़ीं। ‘वंदे मातरम्’, ‘भारत माता की जय’ जैसे नारे पूरे टर्मिनल में गूंजने लगे। कई यात्रियों की आंखों में आंसू थे, और कुछ ने भारतीय भूमि पर माथा टेककर आभार प्रकट किया।
कश्मीर की छात्रा एलिया बतूल ने कहा,
“मेरा परिवार बहुत चिंतित था, लेकिन भारत लौटकर राहत मिली है। भारत सरकार और हमारे दूतावास का दिल से धन्यवाद।”
एक अन्य यात्री सैयद मंसूर हुसैन ने कहा,
“जैसे ही भारत की ज़मीन पर उतरे, सभी ने सजदा किया। हम भारत से बेइंतिहा मोहब्बत करते हैं।”
🛫 तेहरान से दिल्ली: 5 घंटे की उड़ान, भावनाओं से भरी वापसी
तेहरान के इमाम खोमैनी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से शुक्रवार शाम 6:30 बजे ईरानी एयरलाइन माहान एयर की फ्लाइट नंबर W 5071 ने उड़ान भरी थी। यह विमान रात 11:30 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंड हुआ।
🇮🇳 ऑपरेशन सिंधु के तहत 1000 से अधिक भारतीयों को लाने की योजना
भारत सरकार के ऑपरेशन सिंधु का संचालन विदेश मंत्रालय और तेहरान स्थित भारतीय दूतावास के सहयोग से किया जा रहा है। हालिया जानकारी के मुताबिक, ईरान सरकार ने अपने एयरस्पेस पर लगी पाबंदी हटा दी है, जिससे भारत को लगभग 1000 नागरिकों को निकालने की अनुमति मिल गई है।
इनमें अधिकांश माशहद, उर्मिया और तेहरान में फंसे मेडिकल छात्र हैं। इन्हें चार्टर फ्लाइट्स के जरिए वापस लाया जाएगा। ईरानी दूतावास में मिशन के उप प्रमुख मोहम्मद जवाद हुसैनी ने कहा कि जरूरत पड़ने पर और फ्लाइट्स भी चलाई जाएंगी।
🛡️ सरकार की सजगता और भारतीय मिशनों की तत्परता
भारत सरकार की यह त्वरित कार्रवाई और विदेश मंत्रालय की रणनीति दुनिया भर में भारतीयों की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। दूतावासों द्वारा स्थानीय प्रशासन से समन्वय, छात्रों की पहचान, चिकित्सा जांच, और उड़ान व्यवस्था के प्रयास प्रशंसनीय हैं।
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