कुलगाम में ऑपरेशन अखल: दो आतंकी ढेर, पुलवामा का हारिस नजीर भी मारा गया
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले के घने अखल जंगल में सुरक्षाबलों द्वारा चलाए जा रहे बड़े सर्च ऑपरेशन में शनिवार को दो आतंकवादियों को मार गिराया गया। यह ऑपरेशन शुक्रवार शाम को शुरू हुआ था और शनिवार दोपहर तक चला। मारे गए आतंकियों में एक की पहचान पुलवामा के निवासी हारिस नजीर डार के रूप में की गई है, जबकि दूसरे की पहचान अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है।
ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन अखल’ नाम दिया गया है, जिसमें भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG), और केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) की संयुक्त टीम हिस्सा ले रही है। जंगल में अभी और आतंकियों के छिपे होने की आशंका के चलते मुठभेड़ जारी है और क्षेत्र में व्यापक सर्च अभियान चलाया जा रहा है।

कैसे शुरू हुआ ऑपरेशन?
शुक्रवार को सुरक्षा एजेंसियों को कुलगाम के अखल जंगल क्षेत्र में आतंकियों की मौजूदगी की पुख्ता सूचना मिली थी। इसके बाद सुरक्षा बलों ने इलाके को चारों ओर से घेरकर तलाशी अभियान शुरू किया। देर शाम जैसे ही सुरक्षा बल जंगल की ओर बढ़े, आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभालते हुए दो आतंकियों को ढेर कर दिया।
हारिस नजीर डार: पुलवामा का सी-कैटेगरी आतंकी
मारे गए एक आतंकी की पहचान पुलवामा निवासी हारिस नजीर डार के रूप में हुई है। हारिस सी-कैटेगरी का आतंकी था और उसे खुफिया एजेंसियों ने 14 लोकल आतंकियों की उस सूची में शामिल किया था, जो 26 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद जारी की गई थी।
हारिस के पास से एक AK-47 राइफल, मैगजीन, ग्रेनेड और भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया है। वह शनिवार सुबह मारा गया, जबकि दूसरा आतंकी दोपहर में ढेर हुआ। दूसरे आतंकी की पहचान फिलहाल नहीं हो सकी है।

मुठभेड़ अब भी जारी, जंगल में छिपे हो सकते हैं और आतंकी
सूत्रों के अनुसार, जंगल के भीतर और आतंकियों की मौजूदगी की आशंका है। इसी वजह से सुरक्षा बलों की अतिरिक्त टुकड़ियां मौके पर भेजी गई हैं। मुठभेड़ स्थल की घेराबंदी कड़ी कर दी गई है और ऑपरेशन को पूरी सतर्कता के साथ अंजाम दिया जा रहा है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, “जब तक पूरा इलाका सर्च नहीं हो जाता और आतंकियों की मौजूदगी की पुष्टि नहीं हो जाती, ऑपरेशन जारी रहेगा।”
एक हफ्ते में तीसरी बड़ी मुठभेड़
यह मुठभेड़ इस सप्ताह जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ हुई तीसरी बड़ी कार्रवाई है:
- 28 जुलाई को ‘ऑपरेशन महादेव’ के तहत लिडवास के जंगलों में पहलगाम हमले में शामिल 3 आतंकी मारे गए थे।
- 31 जुलाई को, पुंछ जिले में LoC के पास दो आतंकवादी घुसपैठ के प्रयास के दौरान मारे गए।
- और अब 3 अगस्त को, कुलगाम के अखल जंगल में दो और आतंकियों को सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया।
14 में से 7 आतंकी मारे जा चुके
खुफिया एजेंसियों द्वारा जारी की गई 14 स्थानीय आतंकियों की सूची में अब तक 7 आतंकवादी मारे जा चुके हैं। हारिस नजीर डार के अलावा 6 अन्य आतंकियों को मई माह में शोपियां और पुलवामा के विभिन्न एनकाउंटरों में ढेर किया गया था:
- 13 मई को शोपियां में मारे गए:
- शाहिद कुट्टे
- अदनान शाफी
- अहसान उल हक शेख
- 15 मई को पुलवामा एनकाउंटर में मारे गए:
- आमिर नजीर वानी
- यावर अहमद भट
- आसिफ अहमद शेख
अब शेष 7 आतंकियों की तलाश जारी है। सुरक्षा बलों का मानना है कि ये आतंकी कश्मीर घाटी में विभिन्न जगहों पर सक्रिय हो सकते हैं और संभावित हमलों की योजना बना रहे हैं।

सुरक्षाबलों की सख्त नीति और सतर्कता
इन लगातार सफल ऑपरेशनों से यह स्पष्ट है कि सुरक्षाबल जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के सफाये के लिए बेहद सतर्क और आक्रामक नीति पर काम कर रहे हैं। खुफिया एजेंसियों और जमीनी स्तर पर कार्यरत सुरक्षाबलों के बीच बेहतर समन्वय के चलते आतंकियों को अब छिपने की जगह नहीं मिल पा रही।
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