- मेंटेनेंस पर लापरवाही का आरोप
- स्प्रिंकलर सिस्टम भी फेल
ग्रेटर नोएडा। जहां बड़ी आपदाएं अक्सर बड़ों को हिला देती हैं, वहीं ग्रेटर नोएडा वेस्ट की आस्था ग्रीन सोसायटी में एक आठ साल की बच्ची ने अपनी सूझबूझ और साहस से मिसाल कायम कर दी। बुधवार सुबह हुए इस हादसे में जब फ्लैट में लगे एयर कंडीशनर (एसी) में अचानक आग लग गई, तो आठ साल की बच्ची ने अपनी चार महीने की बहन को गोद में उठाकर सुरक्षित स्थान तक पहुंचा दिया।
घर में अकेली थीं मां और दो बेटियां
घटना के समय बच्चियों के पिता प्राशिक अपने दफ्तर में थे। घर में उनकी पत्नी और दोनों बेटियां ही मौजूद थीं। सुबह करीब 11 बजे, कमरे में लगे एसी की इनडोर यूनिट से जोरदार आवाज आई और कुछ ही पलों में आग की लपटें उठने लगीं। उस वक्त दोनों बच्चियां उसी कमरे में खेल रही थीं।
जान बचाने के लिए भागी बच्ची, मां ने दी सूचना
आग लगते ही बड़ी बेटी ने छोटी बहन को गोद में उठाया और तुरंत मां के पास दौड़ गई। मां ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत सोसायटी के सोशल मीडिया ग्रुप पर अलर्ट भेजा, जिससे मदद के लिए कुछ लोग तो पहुंचे, पर जिस पर सबसे ज़्यादा भरोसा होना चाहिए था—मेंटेनेंस सिस्टम—वह नाकाम रहा।
सुरक्षा के नाम पर भारी चूक
फ्लैट में मौजूद वाटर स्प्रिंकलर सिस्टम भी पूरी तरह फेल रहा। आग पर किसी तरह काबू तो पा लिया गया, लेकिन तब तक एसी पूरी तरह जल चुका था और उसका पिघला हुआ हिस्सा नीचे रखी अलमारी को भी नुकसान पहुंचा गया। यह एक बड़ा सवाल खड़ा करता है—क्या हाई-राइज़ सोसायटीज़ में सुरक्षा केवल कागज़ों तक सीमित है?
पिता 20 मिनट में पहुंचे, तब तक सब जल चुका था
बच्चियों के पिता ने बताया कि उन्हें जब पत्नी से हादसे की जानकारी मिली, तो वे तुरंत ऑफिस से निकलकर 20 मिनट में फ्लैट पर पहुंच गए। लेकिन तब तक एसी और अलमारी दोनों जल चुके थे। उन्होंने मेंटेनेंस टीम और बिल्डर प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। सोसायटी में ऐसी घटनाएं भविष्य में किसी बड़ी त्रासदी का कारण बन सकती हैं, यदि व्यवस्थाओं को गंभीरता से नहीं लिया गया।