वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र रिवरफ्रंट का किया उद्घाटन


असम के लिए ऐतिहासिक दिन, प्रकृति और आधुनिकता का संगम बना नया रिवरफ्रंट

गुवाहाटी, 7 नवंबर। असम की राजधानी गुवाहाटी के लिए गुरुवार का दिन ऐतिहासिक रहा, जब केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भव्य ब्रह्मपुत्र रिवरफ्रंट परियोजना का उद्घाटन किया।
यह परियोजना प्रकृति, संस्कृति और आधुनिकता का अद्भुत संगम है, जिसे ‘महाबाहु ब्रह्मपुत्र’ की गरिमा और सांस्कृतिक विरासत के अनुरूप विकसित किया गया है।

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असम की आत्मा को दर्शाने वाला विकास मॉडल

ब्रह्मपुत्र के तट पर विकसित यह रिवरफ्रंट असम के सांस्कृतिक और पर्यटन विकास का नया प्रतीक माना जा रहा है।
यह न केवल गुवाहाटी के नागरिकों के लिए एक मनोरंजन और विश्राम स्थल बनेगा, बल्कि असम के पर्यटन मानचित्र पर एक नई पहचान भी जोड़ेगा।
रिवरफ्रंट में वॉकवे, ओपन थिएटर, कैफे, प्रकाश सज्जा, फव्वारे और हरित क्षेत्र जैसे कई आकर्षण शामिल हैं, जो स्थानीय लोगों और पर्यटकों दोनों को आकर्षित करेंगे।

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मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने बताया असम के विकास की दिशा में बड़ा कदम

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने उद्घाटन के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा —
ब्रह्मपुत्र रिवरफ्रंट परियोजना असम के रूपांतरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। यह हमारी प्राकृतिक सुंदरता, संस्कृति और आधुनिकता का संगम है, जो राज्य की नई पहचान बनेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह रिवरफ्रंट न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि राज्य की आर्थिक गतिविधियों को भी नई ऊर्जा प्रदान करेगा।


निर्मला सीतारमण ने सराहा असम की सांस्कृतिक पहचान

उद्घाटन समारोह के दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ब्रह्मपुत्र रिवरफ्रंट परियोजना असम की सांस्कृतिक आत्मा को आधुनिक विकास से जोड़ने का उत्कृष्ट उदाहरण है।
उन्होंने कहा, “ब्रह्मपुत्र केवल एक नदी नहीं, बल्कि असम की जीवनरेखा है। इसे सुंदर, सुलभ और पर्यावरण-संवेदनशील बनाना राज्य के गौरव को और ऊँचाइयों तक ले जाएगा।
सीतारमण ने परियोजना की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह प्रयास ‘ग्रीन डेवलपमेंट’ और ‘सस्टेनेबल इंफ्रास्ट्रक्चर’ की दिशा में केंद्र और राज्य सरकार के साझा संकल्प को दर्शाता है।


पर्यटन और स्थानीय रोजगार को मिलेगा प्रोत्साहन

रिवरफ्रंट के निर्माण से गुवाहाटी को एक नई पहचान मिलने के साथ-साथ पर्यटन और स्थानीय रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे।
परियोजना के तहत नदी के किनारे विकसित कला और हस्तशिल्प मार्केट, स्थानीय खाद्य स्टॉल, और सांस्कृतिक मंच न केवल आर्थिक गतिविधि को बढ़ाएंगे, बल्कि असम की लोक संस्कृति को भी जीवंत रखेंगे।
यह रिवरफ्रंट गुवाहाटी के लिए एक नए सामाजिक और आर्थिक केंद्र के रूप में उभरने जा रहा है।


पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान

ब्रह्मपुत्र रिवरफ्रंट परियोजना में पर्यावरणीय स्थिरता और जल संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है।
यहां की सभी संरचनाओं में पर्यावरण अनुकूल निर्माण सामग्री का उपयोग किया गया है।
साथ ही नदी तट के किनारों पर प्राकृतिक हरियाली को पुनर्स्थापित करने के लिए विशेष पौधारोपण कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है।


असम में पर्यटन के नए युग की शुरुआत

ब्रह्मपुत्र रिवरफ्रंट का उद्घाटन असम में पर्यटन विकास के नए युग की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।
यह गुवाहाटी के साथ-साथ पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए सांस्कृतिक और आर्थिक प्रगति का प्रतीक बन सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस परियोजना से आने वाले वर्षों में अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि होगी।

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