अमेरिका में निहाल मोदी गिरफ्तार: PNB घोटाले में नीरव मोदी के भाई पर मनी लॉन्ड्रिंग और साजिश का आरोप
नई दिल्ली / वॉशिंगटन। 13,600 करोड़ रुपए के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले में नया मोड़ आया है। घोटाले के मास्टरमाइंड नीरव मोदी के भाई निहाल मोदी को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी 4 जुलाई को अमेरिका के होनोलूलू में की गई।
अमेरिकी न्याय विभाग ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है और बताया कि भारत के प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के अनुरोध पर यह कार्रवाई की गई है। अब निहाल मोदी की जमानत पर सुनवाई 17 जुलाई को नेशनल डिस्ट्रिक्ट ऑफ होनोलूलू (NDOH) में होगी।
🔍 कैसे हुई गिरफ्तारी?
नीरव मोदी के खिलाफ जब 2018 में घोटाले का खुलासा हुआ, तो निहाल मोदी भी जांच एजेंसियों की रडार पर आ गया।
- 2019 में इंटरपोल ने निहाल के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था।
- इसके बाद भारत ने अमेरिका को उसका प्रत्यर्पण अनुरोध 2021 में भेजा।
- अमेरिका में रहने की सूचना के आधार पर होनोलूलू में अमेरिकी एजेंसियों ने 4 जुलाई को उसे अरेस्ट किया।

🧾 PNB घोटाले में निहाल मोदी की भूमिका क्या थी?
2018 में PNB घोटाले का पर्दाफाश हुआ था, जिसमें नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी ने मिलकर फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) के जरिए सरकारी बैंक को 13,600 करोड़ का चूना लगाया।
इस घोटाले में निहाल मोदी की भूमिका बेहद अहम बताई गई है:
- नीरव मोदी की फर्जी कंपनियों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग में सहयोग किया।
- घोटाले के बाद दुबई में डिजिटल सबूत जैसे मोबाइल फोन और सर्वर नष्ट किए।
- करीब 6 मिलियन डॉलर के हीरे, 3.5 मिलियन दिरहम कैश और 50 किलो सोना गायब किया।
- जांच से बचने के लिए कर्मचारियों और फर्जी डायरेक्टर्स को धमकाया और उन्हें भारत में पेश नहीं होने दिया।
⚖️ क्या निहाल मोदी को भारत लाया जा सकता है?
भारत सरकार निहाल मोदी को प्रत्यर्पण के जरिए भारत लाने की कोशिश में जुटी है।
- CBI और ED ने ठोस सबूतों के साथ अमेरिका को प्रत्यर्पण अनुरोध भेजा है।
- यदि 17 जुलाई को कोर्ट उसकी जमानत याचिका खारिज करती है और प्रत्यर्पण प्रक्रिया को मंजूरी मिलती है, तो भारत लाने का रास्ता साफ हो सकता है।
हालांकि यह रास्ता आसान नहीं है।
- निहाल के वकील कोर्ट में यह दलील दे सकते हैं कि मामला राजनीतिक प्रतिशोध का है या भारत में उसे निष्पक्ष सुनवाई नहीं मिलेगी।
- नीरव मोदी का उदाहरण सामने है—वह 2019 में लंदन में गिरफ्तार हुआ, लेकिन अभी तक भारत नहीं लाया जा सका है।
फिर भी भारत और अमेरिका के बीच मजबूत प्रत्यर्पण संधि है, जिससे उम्मीद की जा रही है कि निहाल मोदी को भारत लाना संभव हो सकता है।
👨⚖️ निहाल मोदी के खिलाफ लगाए गए मुख्य आरोप
- मनी लॉन्ड्रिंग (धन शोधन):
- फर्जी कंपनियों और लेन-देन के जरिए अवैध पैसे को वैध दिखाया गया।
- आपराधिक साजिश (Criminal Conspiracy):
- नीरव मोदी की मदद करने, सबूत मिटाने और जांच में बाधा डालने की योजना बनाई।
🇮🇳 भारत के लिए क्या मायने रखता है यह गिरफ्तारी?
निहाल मोदी की गिरफ्तारी से भारत सरकार और जांच एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली है। इससे
- भ्रष्टाचार और आर्थिक अपराधियों के खिलाफ भारत की कार्रवाई मजबूत होती दिख रही है।
- नीरव मोदी और मेहुल चोकसी जैसे फरार आरोपियों के खिलाफ भी प्रत्यर्पण का दबाव बढ़ेगा।
- साथ ही, यह गिरफ्तारी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की जांच एजेंसियों की साख को भी मजबूती देती है।
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