– ज़मीन पर घात लगाकर करती है शिकार, वैज्ञानिकों ने भारत में पहली बार दर्ज की उपस्थिति
सुंदरबन में पाई गई भेड़िया मकड़ी की नई प्रजाति ‘पिराटुला अक्यूमिनाटा’
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के सुंदरबन क्षेत्र में स्थित सागर द्वीप पर जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ZSI) के वैज्ञानिकों ने भेड़िया मकड़ी (Wolf Spider) की एक नई प्रजाति की खोज की है, जिसका नाम ‘पिराटुला अक्यूमिनाटा’ (Pirataula acuminata) रखा गया है। यह ‘पिराटुला’ वंश की मकड़ी है, जिसकी भारत में यह पहली आधिकारिक उपस्थिति दर्ज की गई है।
कैसे है यह मकड़ी?
वैज्ञानिकों के अनुसार, यह मकड़ी लगभग 8 से 10 मिलीमीटर लंबी होती है। इसका रंग हल्का क्रीम होता है, जिस पर भूरे और चाक-सफेद रंग के धब्बे होते हैं। इसके शरीर के पिछले हिस्से में हल्के भूरे रंग की दो धारियां भी पाई जाती हैं। विशेष बात यह है कि यह मकड़ी जाले नहीं बुनती, बल्कि जमीन पर ही घात लगाकर शिकार करती है, जो इसे अन्य सामान्य मकड़ियों से अलग बनाती है।

कैसे हुई पहचान?
इस नई प्रजाति की पहचान इसके जननांगों की विशेष बनावट के आधार पर की गई। वैज्ञानिक सौविक सेन के नेतृत्व में सुधिन पीपी और प्रदीप एम. संकरणन के सहयोग से यह शोध कार्य किया गया। वैज्ञानिकों ने कई सप्ताह तक शारीरिक संरचना और व्यवहार का सूक्ष्म परीक्षण कर इसे एक नई प्रजाति के रूप में मान्यता दी।

कहां हुआ प्रकाशन?
इस मकड़ी से जुड़ी खोज को एक प्रसिद्ध जीवविज्ञान पत्रिका में प्रकाशित किया गया है। शोधकर्ताओं का मानना है कि यह खोज भारत के लिए एक महत्वपूर्ण जैविक उपलब्धि है।
सागर द्वीप क्यों है खास?
सागर द्वीप, सुंदरबन डेल्टा क्षेत्र का सबसे बड़ा द्वीप है, जो गंगा द्वारा लाई गई गाद, दलदली मैदानों और खारे पानी की नदियों के कारण एक विशिष्ट पारिस्थितिकीय तंत्र का निर्माण करता है। यह क्षेत्र दुर्लभ और अद्भुत जैव विविधता के लिए जाना जाता है।
प्रकृति के महत्व को रेखांकित करती खोज
ZSI की निदेशक धृति बनर्जी ने कहा कि यह खोज इस क्षेत्र की अद्भुत जैविक संपदा को उजागर करती है। उन्होंने चेताया कि यदि हम इन प्राकृतिक आवासों की रक्षा के प्रति सजग नहीं हुए, तो बहुत-सी अनदेखी प्रजातियां लुप्त हो सकती हैं। हर नई खोज, प्रकृति के प्रति हमारी जिम्मेदारी को और भी गंभीर बनाती है।
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