- बीसीसीआई ने इंग्लैंड दौरे के लिए टीम की घोषणा करते हुए शुभमन गिल को नया टेस्ट कप्तान नियुक्त किया
नई दिल्ली। भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय शुरू हो गया है। अनुभवी बल्लेबाज रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद अब कमान युवा कंधों पर आ गई है। शनिवार को बीसीसीआई ने इंग्लैंड दौरे के लिए टीम की घोषणा करते हुए शुभमन गिल को नया टेस्ट कप्तान नियुक्त किया। यह सीरीज 20 जून से शुरू होगी और इसी के साथ भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के चौथे चक्र की शुरुआत करेगा। शुभमन गिल की कप्तानी भारतीय क्रिकेट में एक नई सोच और दृष्टिकोण का संकेत देती है। बीसीसीआई ने यह संदेश दिया है कि अब टीम भविष्य को ध्यान में रखते हुए बनाई जा रही है। गिल के साथ विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को उपकप्तान नियुक्त किया गया है, जो पहले ही अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और नेतृत्व क्षमता के लिए पहचाने जाते हैं।
साई सुदर्शन को कोहली की जगह
विराट कोहली के संन्यास के बाद उनकी खाली जगह को भरने के लिए टीम में युवा बल्लेबाज साई सुदर्शन को शामिल किया गया है। हाल के घरेलू सीजन और भारत-ए टीम में उनके प्रदर्शन ने चयनकर्ताओं को प्रभावित किया। अब देखना होगा कि वह इस जिम्मेदारी को कैसे निभाते हैं।
अनुभव का दारोमदार जडेजा और बुमराह पर
इस टीम में अब केवल दो ही ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनके पास लंबा अंतरराष्ट्रीय अनुभव है—ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह। इन दोनों पर युवाओं को मार्गदर्शन देने और मैच के अहम मोड़ पर टीम को संभालने की जिम्मेदारी होगी।
टीम के चयन से क्या संकेत मिलते हैं?
टीम में युवाओं को प्राथमिकता दी गई है, जिससे स्पष्ट है कि BCCI अब दीर्घकालिक योजना पर काम कर रहा है।
गिल को कप्तानी देकर यह संकेत भी दिया गया है कि चयनकर्ता अब टेस्ट क्रिकेट के लिए अलग नेतृत्व मॉडल को आजमा रहे हैं।
ऋषभ पंत की उपकप्तानी इस बात की पुष्टि करती है कि वह भविष्य में भी टीम का अहम हिस्सा रहेंगे, खासकर मुश्किल परिस्थितियों में।
भारत-इंग्लैंड सीरीज का महत्व
यह सीरीज सिर्फ दो टीमों के बीच मुकाबला नहीं होगी, बल्कि यह भारतीय क्रिकेट के भविष्य की दिशा तय करेगी। शुभमन गिल की कप्तानी में युवा खिलाड़ियों का यह दल इंग्लैंड जैसी चुनौतीपूर्ण टीम के खिलाफ कैसा प्रदर्शन करता है, इसी से यह तय होगा कि अगली पीढ़ी की भारतीय टीम कितनी सक्षम है।