नीतू कपूर का 67वां जन्मदिन: जानिए बाल कलाकार से लेकर सुपरस्टार बनने तक का सफर
मुंबई।
बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री नीतू कपूर आज अपना 67वां जन्मदिन मना रही हैं। फिल्मी करियर की शुरुआत उन्होंने महज 6 साल की उम्र में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट की थी और फिर वह धीरे-धीरे हिंदी सिनेमा की सबसे चर्चित और लोकप्रिय अभिनेत्रियों में शुमार हो गईं। नीतू की जिंदगी संघर्ष, सफलता, प्रेम और पुनरागमन की ऐसी कहानी है, जो किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं लगती।

🎬 एक्ट्रेस नहीं, मजबूरी में शुरू हुआ था सफर
नीतू कपूर का जन्म 8 जुलाई 1958 को दिल्ली में हुआ था। उनका असली नाम हर्षदीप कौर है। जब वह महज 5 साल की थीं, तभी उनके पिता का निधन हो गया। इस दुखद घटना के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गई। उनकी मां राजी कौर ने पहले खुद फिल्मों में काम पाने की कोशिश की, लेकिन असफल रहने पर उन्होंने अपनी नन्ही बेटी को इंडस्ट्री में लॉन्च करने का फैसला किया।
राजी नन्ही नीतू का हाथ पकड़कर मुंबई के फिल्म स्टूडियो के चक्कर लगाती रहीं। कई रिजेक्शन के बाद आखिरकार नीतू को फिल्म ‘सूरज’ (1966) में पहला ब्रेक मिला और उन्हें नाम मिला ‘बेबी सोनिया’। इसके बाद उन्होंने ‘दो कलियां’ जैसी सुपरहिट फिल्म में डबल रोल कर सबका दिल जीत लिया।

🌟 लीड एक्ट्रेस के तौर पर चमकी किस्मत
1973 में नीतू को बतौर हीरोइन पहला मौका मिला ‘रिक्शावाला’ में रणधीर कपूर के साथ। फिल्म भले हिट न रही हो, लेकिन नीतू की खूबसूरती और मासूमियत ने उन्हें खास बना दिया। फिर ‘यादों की बारात’, ‘कभी कभी’, ‘अमर अकबर एंथनी’, ‘धर्मवीर’ और ‘राज़’ जैसी सुपरहिट फिल्मों ने उन्हें स्टार बना दिया।

❤️ ऋषि कपूर से प्यार और शादी
नीतू कपूर की ऋषि कपूर से पहली मुलाकात फिल्म ‘बॉबी’ के सेट पर हुई थी, लेकिन उनकी नजदीकियां बढ़ीं ‘जहरीला इंसान’ (1974) से, जिसमें दोनों पहली बार साथ नजर आए। सेट पर ऋषि नीतू को खूब छेड़ा करते थे। नीतू उन्हें लव लेटर तक लिखा करती थीं – उनकी गर्लफ्रेंड्स के लिए!
धीरे-धीरे ये दोस्ती प्यार में बदली और दोनों ने 12 से ज्यादा फिल्मों में साथ काम किया। उनकी ऑन-स्क्रीन और ऑफ-स्क्रीन केमिस्ट्री सुपरहिट रही।

💍 कम उम्र में शादी और फिल्मों से दूरी
जब नीतू का करियर पीक पर था, तब उन्होंने 1980 में महज 21 साल की उम्र में ऋषि कपूर से शादी कर ली। कपूर परिवार की परंपरा के चलते उन्होंने फिल्मों से पूरी तरह दूरी बना ली। नीतू का कहना था कि ऋषि चाहते थे कि शादी के बाद वह घर पर रहें, और वह भी इस परंपरा का आदर करती थीं।
उन्होंने अपने शादी से पहले के सारे फिल्म प्रोजेक्ट पूरे किए और फिल्मी दुनिया से विदा ले ली।

👨👩👧👦 एक आदर्श पत्नी, बहू और मां की भूमिका
शादी के बाद नीतू ने खुद को परिवार के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने दो बच्चों – रणबीर कपूर और ऋद्धिमा कपूर – को पाला। वह राज कपूर की बहू और कपूर खानदान की रीढ़ बन गईं। नीतू का मानना था कि एक औरत का असली रोल सिर्फ कैमरे के सामने नहीं, घर में होता है – और उन्होंने ये साबित किया।

📞 राज कपूर को गलती से डांट दिया था
एक दिलचस्प किस्सा नीतू ने अपनी ननद ऋतु नंदा की किताब में बताया कि एक बार उन्होंने गुस्से में अपने ससुर राज कपूर को ही गलती से फोन पर डांट दिया, यह सोचकर कि वे ऋषि हैं। दोनों की आवाज इतनी मिलती-जुलती थी कि वह पहचान नहीं पाईं, और बाद में इस पर उन्हें बहुत पछतावा हुआ।

🎥 26 साल बाद फिल्मों में वापसी
2009 में उन्होंने 26 साल बाद फिल्मों में वापसी की। ‘दो दूनी चार’, ‘जब तक है जान’, ‘बेशरम’ जैसी फिल्मों में उन्होंने सशक्त अभिनय किया। वह फिर से दर्शकों के दिल में जगह बनाने में सफल रहीं।

🕯️ ऋषि कपूर के जाने के बाद भी नहीं टूटीं
2020 में ऋषि कपूर के निधन ने नीतू की दुनिया बदल दी, लेकिन उन्होंने खुद को बिखरने नहीं दिया। उन्होंने अपनी नई पहचान बनाने की ठानी और एक्टिंग में फिर से सक्रिय हो गईं। वह कई रियलिटी शोज और फिल्मों में नजर आईं।


👵 अब दादी और फैमिली की ताकत
2022 में उनके बेटे रणबीर कपूर ने आलिया भट्ट से शादी की और नीतू कपूर दादी बन गईं। वे आज भी फिल्मों और सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं और नई पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा हैं।


नीतू कपूर की कहानी सिर्फ एक एक्ट्रेस की नहीं, बल्कि एक मजबूत महिला, समर्पित पत्नी और प्रेरणादायक मां की कहानी है, जो हर मोड़ पर मजबूती से खड़ी रही।
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