दोहा। भारत के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता और भाला फेंक के दिग्गज खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने शुक्रवार को दोहा डायमंड लीग में अपने करियर की ऐतिहासिक छलांग लगाई। उन्होंने 90.23 मीटर भाला फेंककर न सिर्फ नया व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ हासिल किया, बल्कि पहली बार 90 मीटर की बाधा को पार कर लिया। हालांकि, मुकाबले में उन्हें जर्मनी के जूलियन वेबर से हारकर दूसरे स्थान से संतोष करना पड़ा, लेकिन उनका यह प्रयास भारतीय एथलेटिक्स के लिए ऐतिहासिक बन गया।
पीएम मोदी ने की नीरज की खुलकर तारीफ
नीरज की इस उपलब्धि को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (एक्स) पर उन्हें बधाई दी। पीएम मोदी ने लिखा—
“भारत खुश और गौरवान्वित है! शानदार उपलब्धि! दोहा डायमंड लीग 2025 में 90 मीटर का आंकड़ा पार करने और अपना सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत थ्रो हासिल करने के लिए नीरज चोपड़ा को बधाई। यह उनके अथक समर्पण, अनुशासन और जुनून का नतीजा है।”
A spectacular feat! Congratulations to Neeraj Chopra for breaching the 90 m mark at Doha Diamond League 2025 and achieving his personal best throw. This is the outcome of his relentless dedication, discipline and passion. India is elated and proud. @Neeraj_chopra1pic.twitter.com/n33Zw4ZfIt
नीरज चोपड़ा ने तीसरे प्रयास में 90.23 मीटर भाला फेंककर मैच में बढ़त बना ली थी। लेकिन जूलियन वेबर ने अंतिम प्रयास में 91.06 मीटर का जबरदस्त थ्रो किया और पहला स्थान हासिल किया। मुकाबले में दोनों खिलाड़ियों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली, जो दर्शकों के लिए बेहद रोमांचक रही।
एशिया में तीसरे और दुनिया में 25वें बने
नीरज अब 90 मीटर पार करने वाले दुनिया के 25वें और एशिया के तीसरे एथलीट बन गए हैं। इससे पहले पाकिस्तान के अरशद नदीम (92.97 मीटर) और चीनी ताइपे के चाओ सुन चेंग (91.36 मीटर) ही इस आंकड़े को पार कर चुके हैं। यह न सिर्फ व्यक्तिगत कीर्तिमान है, बल्कि भारतीय एथलेटिक्स की उपलब्धियों में भी एक अहम अध्याय है।
“90 मीटर पार करना सपना था” – बोले नीरज
मैच के बाद नीरज ने कहा,
“90 मीटर पार करना मेरा सपना था, जो आज पूरा हुआ। हालांकि, दूसरा स्थान पाकर थोड़ा दुख जरूर है, लेकिन मैं संतुष्ट हूं कि मैंने वह दीवार तोड़ दी है, जो मेरे करियर की सबसे बड़ी चुनौती थी।”
उन्होंने आगे कहा कि वे अभी भी अपने कोच के साथ थ्रो तकनीक के कई पहलुओं पर काम कर रहे हैं। इस साल उन्होंने अपने पुराने कमर दर्द से काफी हद तक निजात पा ली है और अब वे खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से अधिक फिट महसूस कर रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाली प्रतियोगिताओं में वह और बेहतर प्रदर्शन करेंगे, खासकर विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में।