भारत के स्टार एथलीट और जेवलिन थ्रो के विश्वस्तरीय खिलाड़ी नीरज चोपड़ा को भारतीय सेना ने एक बड़ी जिम्मेदारी और सम्मान से नवाजा है। उन्हें टेरिटोरियल आर्मी में ‘लेफ्टिनेंट कर्नल’ की मानद उपाधि दी गई है। यह पद उन्हें खेल के क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान और देश के प्रति समर्पण के लिए दिया गया है।
रक्षा मंत्रालय ने की घोषणा, 16 अप्रैल से लागू
रक्षा मंत्रालय ने बुधवार, 14 मई को इसकी औपचारिक घोषणा की। मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, नीरज चोपड़ा की यह नियुक्ति 16 अप्रैल 2025 से प्रभावी मानी जाएगी। नीरज पहले से ही भारतीय सेना से जुड़े हुए थे। वे 2016 में नायब सूबेदार के रूप में सेना में शामिल हुए थे और 2018 में उन्हें सूबेदार पद पर पदोन्नत किया गया था।
अब उन्हें जो ‘लेफ्टिनेंट कर्नल’ की मानद उपाधि मिली है, वह न सिर्फ सेना के प्रति उनके जुड़ाव को मजबूत करती है बल्कि देश के युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरित करती है कि खेल के साथ राष्ट्र सेवा भी एक गौरवशाली दायित्व है।
धोनी, कपिल देव और अभिनव बिंद्रा की लिस्ट में शामिल हुए नीरज
नीरज चोपड़ा ऐसे पहले एथलीट नहीं हैं जिन्हें टेरिटोरियल आर्मी में यह उपाधि मिली है। उनसे पहले पूर्व क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, कपिल देव और ओलिंपिक शूटिंग चैंपियन अभिनव बिंद्रा को भी टेरिटोरियल आर्मी में मानद उपाधियाँ दी जा चुकी हैं। अब नीरज इस प्रतिष्ठित सूची में चौथे खिलाड़ी बन गए हैं, जो खेल और देश दोनों के प्रतीक हैं।
टेरिटोरियल आर्मी: देश की दूसरी पंक्ति की रक्षा शक्ति
टेरिटोरियल आर्मी एक अर्द्धसैनिक बल है, जिसे देश की ‘सेकंड लाइन ऑफ डिफेंस’ कहा जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य युद्धकाल या संकट के समय मुख्य सेना का सहयोग करना होता है। इसमें 50,000 से अधिक जवान विभिन्न विभागीय (रेलवे, ऑयल कंपनियाँ आदि) और गैर-विभागीय (इन्फेंट्री, इंजीनियर बटालियन) इकाइयों में तैनात हैं। इनकी ट्रेनिंग भी रेगुलर आर्मी की तरह ही होती है।
खेल जगत में नीरज का दबदबा बरकरार
नीरज चोपड़ा न केवल सेना में, बल्कि खेल जगत में भी भारत का गौरव हैं। वे दो ओलिंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट हैं — टोक्यो 2020 में गोल्ड और पेरिस 2024 में सिल्वर मेडल जीत चुके हैं। इसके अलावा वे वर्ल्ड चैंपियनशिप, एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स जैसे बड़े टूर्नामेंटों में भारत के लिए स्वर्ण पदक हासिल कर चुके हैं।

दोहा डायमंड लीग में दिखाएंगे दम
नीरज अब आगामी 16 मई को दोहा डायमंड लीग में हिस्सा लेने जा रहे हैं। पिछली बार उन्होंने इस प्रतियोगिता में 88.36 मीटर भाला फेंक कर दूसरा स्थान प्राप्त किया था। 2023 में वे 88.67 मीटर के थ्रो के साथ विजेता बने थे। इस बार भी देश को उनसे बड़ी उम्मीदें हैं। नीरज के साथ-साथ जेवलिन थ्रोअर किशोर जेना, मिडल डिस्टेंस रनर गुलवीर सिंह और पारुल चौधरी भी इस लीग में भाग लेंगे।
नीरज चोपड़ा की यह नई भूमिका बताती है कि वे सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में भागीदार भी हैं।
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