July 31, 2025 4:09 PM

प्रदेश के विधायकों के लिए नवीन विश्राम गृह की नींव रखी, दूसरे चरण की घोषणा

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मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भूमि-पूजन कर कहा– यह भवन जनसेवा को देगा नया आयाम

भोपाल में 160 करोड़ की लागत से नवीन विधायक विश्रामगृह का भूमि पूजन, 102 फ्लैट्स का होगा निर्माण

भोपाल। राजधानी भोपाल में प्रदेश के विधायकों को आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से नवीन विधायक विश्राम गृह के निर्माण कार्य का भूमि-पूजन समारोह सोमवार को आयोजित हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति में पूर्व अनुभवों की समीक्षा और भविष्य की दिशा तय करने की परंपरा रही है। यह नवीन भवन आधुनिकता और जनसेवा की भावना को समाहित करते हुए विधायकों को उत्कृष्ट वातावरण उपलब्ध कराएगा।

160 करोड़ की लागत से बनेगा भवन, हर फ्लैट 2600 वर्गफीट में होगा

मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि नवीन विधायक विश्रामगृह 160 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होगा। इसमें कुल 102 फ्लैट्स का निर्माण किया जाएगा, जिनका प्रत्येक फ्लोर एरिया 2600 वर्गफीट होगा। साथ ही 102 वाहनों के लिए कवर पार्किंग और 148 वाहनों के लिए ओपन पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।

डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने विधायकों के कार्यालयों के आधुनिकीकरण के लिए बजट में 5-5 लाख रुपए के आवंटन का प्रावधान भी किया है। उन्होंने भूमि पूजन के दौरान द्वितीय चरण के निर्माण कार्य को भी स्वीकृति प्रदान करने की घोषणा की।

कार्यक्रम में कई जनप्रतिनिधि रहे उपस्थित

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह भी उपस्थित थे। भूमि पूजन के बाद शिलालेख अनावरण किया गया तथा भगवान श्रीराम और भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और ‘वंदे मातरम’ गान के साथ हुआ।

भोपाल को स्वच्छता में नंबर-1 बनाने का लक्ष्य

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण में भोपाल को देश के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि जहां कहीं भी कमियां होंगी, उन्हें दूर किया जाएगा। राज्य में निरंतर नई सौगातें दी जा रही हैं जो विकास की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होंगी।

शिक्षा और कौशल उन्नयन को मिल रही प्राथमिकता

डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सबके लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और कौशल उन्नयन को प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने बाबा महाकाल की सवारी और श्रावण मास की एकादशी का उल्लेख करते हुए बताया कि धार्मिक आयोजनों के माध्यम से समाज में समरसता बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस अवसर पर उन्होंने लाड़ली बहनों को 250 रुपए शगुन स्वरूप दिए जाने की जानकारी भी साझा की।

ई-असेंबली की दिशा में कदम

विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि विधायक जनता के प्रतिनिधि होते हैं और समय के अनुरूप उन्हें सुविधाएं मिलना आवश्यक है। वर्तमान विधायक विश्राम गृह 1958 में बना था जो अब जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है। इसलिए नए विश्राम गृह का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में मध्यप्रदेश की विधानसभा को ई-असेंबली के रूप में भी विकसित किया जाएगा जिससे विधायकों को तकनीकी सुविधाएं मिलेंगी।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रदेश को विकास में अग्रणी बनाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। स्वच्छता में मध्यप्रदेश के 8 शहरों ने झंडे गाड़े हैं और अब लक्ष्य है कि भोपाल को भी इंदौर की तरह नंबर-1 बनाया जाए।



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