- जलप्रलय में बहे 20 से अधिक लोग, SDRF और NDRF ने शुरू किया रेस्क्यू, CM और BJP अध्यक्ष ने जताया शोक
शिमला/नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और कांगड़ा जिलों में बुधवार को हुई मूसलधार बारिश ने भीषण तबाही मचाई। कुल्लू के सैंज और कांगड़ा के खनियारा व मनुनी खड्ड इलाके में बादल फटने की घटनाओं के बाद अचानक बाढ़ आ गई, जिसमें अब तक 2 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 20 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। कई घर, स्कूल, संपर्क मार्ग और छोटे पुल बाढ़ की चपेट में आकर बह गए हैं।
मनुनी खड्ड में फंसे थे जलविद्युत परियोजना के श्रमिक
कांगड़ा जिले में इंदिरा प्रियदर्शिनी जलविद्युत परियोजना के पास कार्यरत मजदूरों की कॉलोनी में पानी ने सबसे ज़्यादा तबाही मचाई। डिप्टी कमिश्नर हेमराज बैरवा ने बताया कि कॉलोनी में रह रहे करीब 15-20 श्रमिकों के बहने की आशंका है, जिनमें से कुछ हिमाचल के नूरपुर और चंबा से हैं जबकि कुछ उत्तर प्रदेश के निवासी हैं। अब तक दो शव बरामद किए जा चुके हैं और एक व्यक्ति को पास की पहाड़ी पर भागते देखा गया था, लेकिन उसका भी अब तक पता नहीं चल सका है।
कुल्लू में भी 3 लोग लापता
कुल्लू जिले के रेहला बिहाल क्षेत्र में भी बादल फटने के दौरान तीन लोग अपने घरों से कीमती सामान निकालने के प्रयास में बाढ़ की चपेट में आ गए, जो अब भी लापता हैं।
युद्धस्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन
बचाव कार्यों के लिए मौके पर SDRF की दो टीमें, होमगार्ड की एक टीम, और अब NDRF को भी बुला लिया गया है। प्रशासन ने तलाश और बचाव कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। बाढ़ और मलबे के कारण कई क्षेत्रों में संपर्क मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गए हैं, जिससे राहत कार्य में भी कठिनाई हो रही है।
BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जताया दुख
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा “मनुनी खड्ड में अचानक जल प्रवाह बढ़ने से बहे श्रमिकों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति मैं संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। संकट की इस घड़ी में भाजपा का हर कार्यकर्ता देवभूमि के नागरिकों की मदद के लिए तैयार है।”
राज्य में अलर्ट, मौसम विभाग ने चेताया
बादल फटने की घटनाओं के बाद हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। मौसम विभाग ने आगामी 48 घंटे में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी दी है, खासकर मंडी, शिमला, सिरमौर और चंबा जिलों के लिए।
स्कूल, सड़कें और पुल भी बह गए
प्रभावित इलाकों से आई रिपोर्टों के अनुसार, एक स्कूल की इमारत, कई पुल और सड़कें बाढ़ में बह चुकी हैं। कई घरों में पानी भर गया है और लोग स्थानीय आश्रयों में शरण ले रहे हैं।