देश के कई एयरपोर्ट पर चेक-इन सिस्टम फेल, माइक्रोसॉफ्ट ग्लोबल आउटेज से सेवाएं प्रभावित

बुधवार सुबह देश के कई बड़े हवाई अड्डों पर एक साथ बड़ी तकनीकी दिक्कत आ गई। जैसे ही एयरपोर्ट के कंप्यूटर सिस्टम ऑन हुए, चेक-इन का पूरा सिस्टम अचानक बंद हो गया। मशीनें काम नहीं कर रही थीं और स्क्रीन ब्लैंक दिख रही थीं। इसी वजह से देशभर में कई एयरलाइंस की उड़ानें लेट होने लगीं।

सबसे ज्यादा असर इंडिगो, स्पाइसजेट, अकासा एयर और एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट्स पर पड़ा। इन कंपनियों का चेक-इन और बोर्डिंग सिस्टम रुक गया, जिसके बाद एयरलाइंस को तुरंत मैन्युअल चेक-इन शुरू करना पड़ा। मैन्युअल चेक-इन बहुत धीमी प्रक्रिया होती है, इसलिए यात्रियों की लंबी-लंबी लाइनें लग गईं और कई लोग काफी देर तक फंसे रहे।

एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार यह पूरी दिक्कत इसलिए हुई क्योंकि बुधवार सुबह माइक्रोसॉफ्ट विंडोज की ग्लोबल सर्विस में बड़ी खराबी आ गई थी। यानी यह समस्या सिर्फ भारत में नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में एक साथ आई थी। माइक्रोसॉफ्ट सर्विस के खराब होने से एयरपोर्ट के कंप्यूटर सिस्टम क्रैश हो गए। हवाई अड्डों पर चेक-इन और बोर्डिंग के लिए जो सॉफ्टवेयर इस्तेमाल होता है, वह माइक्रोसॉफ्ट सर्विस पर ही चलता है। जैसे ही वह तकनीकी खराबी से बंद हुआ, पूरा सिस्टम रुक गया।

दिल्ली एयरपोर्ट पर सबसे ज्यादा भीड़ दिखी। सुबह के समय जब फ्लाइट्स की संख्या भी ज्यादा होती है, तभी सिस्टम ने काम करना बंद कर दिया। दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (DIAL) ने एक बयान में कहा कि उनकी टीम एयरलाइंस के साथ मिलकर लगातार काम कर रही है ताकि यात्रियों को ज्यादा परेशानी न हो। वे मौके पर ही सिस्टम ठीक करने की कोशिश कर रहे थे।

यात्रियों के मुताबिक, कई जगह बोर्डिंग पास हाथ से भरे जा रहे थे। कुछ लोग अपनी फ्लाइट मिस होने की टेंशन में दिखे। एयरलाइंस ने यात्रियों से कहा कि जब तक सिस्टम ठीक नहीं हो जाता, प्रक्रिया धीरे-धीरे चलेगी, इसलिए धैर्य रखें।

अभी तक माइक्रोसॉफ्ट की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है कि यह खराबी क्यों हुई और इसे ठीक होने में कितना समय लगेगा। लेकिन टेक्निकल टीम सक्रिय है और सिस्टम को बहाल करने की कोशिश की जा रही है।

कई एयरपोर्ट्स ने सोशल मीडिया पर यात्रियों को अपडेट देते हुए कहा कि सिस्टम पर काम चल रहा है और जल्द ही चेक-इन प्रक्रिया सामान्य हो जाएगी। हालांकि सुबह उड़ान भरने वाली कई फ्लाइट्स पहले ही लेट हो चुकी थीं।

इस तकनीकी दिक्कत के कारण हजारों यात्रियों की यात्रा प्रभावित हुई। कई लोगों की अगली कनेक्टिंग फ्लाइट भी छूट गई। कुछ लोग कहते दिखे कि उन्हें एयरपोर्ट पर घंटों इंतजार करना पड़ा, लेकिन एयरलाइंस इसका कोई सही समय नहीं बता पा रही थीं कि सिस्टम कब तक ठीक होगा।

कुल मिलाकर, बुधवार का दिन हवाई यात्रियों के लिए काफी परेशानी भरा रहा। तकनीकी खराबी ने दिखा दिया कि अगर कंप्यूटर सिस्टम अचानक बंद हो जाए तो हवाई सफर पूरी तरह रुक सकता है। फिलहाल उम्मीद है कि माइक्रोसॉफ्ट के सिस्टम ठीक होते ही सभी एयरपोर्ट की सेवाएं फिर से सामान्य हो जाएंगी।

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