लद्दाख में कनेक्टिविटी और सुरक्षा को नई मजबूती, सेना और स्थानीयों के लिए वर्षभर आवागमन निर्बाध 


लेह। लद्दाख में भारत की सामरिक क्षमताओं को और अधिक सुदृढ़ करने वाली एक महत्वपूर्ण परियोजना कल अपने औपचारिक उद्घाटन की ओर बढ़ रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 7 दिसंबर को लेह जिले का दौरा करेंगे, जहां वे दुरबुक–श्योक–दौलत बेग ओल्डी सड़क पर बनाई गई रणनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण श्योक सुरंग का उद्घाटन करेंगे। सुबह 10:30 बजे होने वाले इस कार्यक्रम में सेना, सीमा सड़क संगठन और लद्दाख प्रशासन के अधिकारी उपस्थित रहेंगे।

982 मीटर लंबी सुरंग से वर्षभर निर्बाध यातायात संभव

श्योक सुरंग लगभग 982 मीटर लंबी है और इसे लद्दाख क्षेत्र के लिए बड़े बुनियादी ढांचा विकास के रूप में देखा जा रहा है। यह सुरंग न केवल सेना के जवानों की आवाजाही आसान करेगी, बल्कि स्थानीय निवासियों के लिए भी आवागमन सुगम हो जाएगा। पहले इस मार्ग पर भारी भूस्खलन और मौसम के कारण कई बार रास्ते बंद हो जाते थे, लेकिन नई सुरंग के चालू होने के बाद अग्रिम चौकियों और सीमावर्ती गांवों तक वर्षभर संपर्क बना रहेगा। इससे सेना की तैनाती, रसद आपूर्ति और त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता में बड़ी मजबूती आएगी।

दौरे में 40 नई परियोजनाओं का भी उद्घाटन

श्योक सुरंग के साथ-साथ रक्षा मंत्री जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा निर्मित कई परियोजनाओं का ऑनलाइन उद्घाटन करेंगे। लद्दाख में करीब 40 नई परियोजनाओं को जनता को समर्पित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में उपराज्यपाल कविंद्र गुप्ता भी श्योक में मौजूद रहेंगे।

उपराज्यपाल को दी गई तैयारियों और प्रगति की जानकारी

उद्घाटन से पहले सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल रघु श्रीनिवासन ने उपराज्यपाल से मुलाकात कर परियोजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में कनेक्टिविटी बढ़ाने और पर्यटन विकास को गति देने के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य चल रहे हैं। मुख्य परियोजनाओं में हिमांक, विजयक, और योजक जैसी परियोजनाओं की प्रगति शामिल है।

लद्दाख को जोड़ने वाली सड़कें तेजी से आगे बढ़ रही हैं

जनरल श्रीनिवासन ने बताया कि निम्मो–पदुम–दारचा सड़क हिमाचल से लद्दाख तक रणनीतिक संपर्क बढ़ाने में महत्वपूर्ण कड़ी बन रही है।
इसके अलावा: 
तांगत्से–लुकुंग रोड, 
खालसर–अज्ञम–श्योक रोड 
लगभग पूरी हो चुकी हैं और इनसे सीमाई गांवों तक पहुंच आसान होगी। उन्होंने लुकुंग–चुशुल सड़क को डबल लेन करने के प्रस्ताव पर भी चर्चा की, जिससे पैंगोंग झील क्षेत्र में यातायात क्षमता बढ़ेगी। साथ ही, पैंगोंग झील मार्ग पर कैफेटेरिया निर्माण भी जारी है, जिससे पर्यटन सुविधाओं में विस्तार होगा। श्योक सुरंग का उद्घाटन लद्दाख में लंबे समय से प्रतीक्षित सड़क संपर्क सुधारों की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। यह क्षेत्र की रणनीतिक सुरक्षा को मजबूत करने के साथ-साथ स्थानीय विकास और पर्यटन को नई दिशा देगा।