पुणे–बेंगलुरु हाईवे पर भीषण हादसा
नई दिल्ली। पुणे–बेंगलुरु हाईवे पर गुरुवार शाम नवले ब्रिज के पास एक भयावह सड़क हादसा हुआ, जिसने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। एक तेज रफ्तार कंटेनर ट्रक के अनियंत्रित होकर कई वाहनों को टक्कर मारने से तीन वाहन आग की लपटों में घिर गए। इस भीषण दुर्घटना में 8 लोगों की मौत हो गई, जबकि 14 लोग घायल हो गए। हादसा इतना गंभीर था कि कार, दो कंटेनर ट्रक और एक मिनी बस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं।
ट्रक के ब्रेक फेल होने से बढ़ी दुर्घटना की भयावहता
पुलिस उपायुक्त संभाजी कदम ने बताया कि मुंबई की ओर जा रहा भारी कंटेनर ट्रक अचानक ब्रेक फेल होने की वजह से नियंत्रण खो बैठा। ट्रक ने सबसे पहले सामने चल रहे वाहनों को जोरदार टक्कर मारी, जिनमें एक मिनी बस भी शामिल थी। इसके बाद वह आगे खड़े दूसरे कंटेनर ट्रक से जा भिड़ा। इस दौरान बीच में फंसी कार पूरी तरह कुचल गई और देखते ही देखते तीनों वाहन आग की चपेट में आ गए। घटनास्थल पर भगदड़ मच गई और हाईवे पर लंबा जाम लग गया।
मृत चालक और क्लीनर के खिलाफ दर्ज हुआ मामला
हादसे में ट्रक चालक रुस्तम खान (35) और क्लीनर मुश्ताक खान (31) दोनों की मौत हो चुकी है। दोनों राजस्थान के रहने वाले थे। इसके बावजूद पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता और मोटर वाहन अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मृत चालक, क्लीनर और ट्रक के मालिक ताहिर खान (45) के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि हादसे की वजह चाहे तकनीकी खराबी हो या लापरवाही, जिम्मेदारी तय करना आवश्यक है।
एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत, घर में छाया मातम
हादसे में कार में सवार एक ही परिवार के पाँच सदस्यों की मृत्यु हो गई। परिवार पुणे जिले के धार्मिक स्थल नारायणपुर से दर्शन करके घर लौट रहा था। टक्कर के बाद कार अपनी जगह पर दब गई और सीएनजी किट में हुए संभावित विस्फोट से आग और भयानक हो गई। आठवें मृतक की पहचान सतारा निवासी के रूप में हुई है। दुर्घटना स्थल की भयावह तस्वीरों ने स्थानीय लोगों को दहशत में डाल दिया है।
नवले ब्रिज पर बार-बार हो रही दुर्घटनाओं से बढ़ी चिंता
नवले ब्रिज क्षेत्र की ढलान लंबे समय से हादसों का कारण बनती रही है। यहां तेज रफ्तार वाहन अक्सर नियंत्रण खो देते हैं और इसी प्रकार की घटनाएं बार-बार सामने आती हैं। इस घटना के बाद एक बार फिर सुरक्षा मानकों और यातायात प्रबंधन पर सवाल उठने लगे हैं। अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय मंत्री और पुणे के सांसद मुरलीधर मोहोल, एनएचएआई, नगर निगम और पुलिस अधिकारी दुर्घटनास्थल का निरीक्षण करेंगे। उनकी रिपोर्ट के आधार पर हाईवे की ढलान और सुरक्षा उपायों को लेकर आवश्यक फैसले लिए जाएंगे। यह हादसा न केवल सड़क सुरक्षा की गंभीर खामियों को उजागर करता है, बल्कि यह भी बताता है कि व्यस्त हाईवे पर तकनीकी जांच और ट्रैफिक प्रबंधन में ढिलाई कितनी बड़ी त्रासदी ला सकती है।
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