• बाजारों में चहल-पहल, होटल गुलजार, वादियों में फिर गूंजने लगी हंसी और संगीत

  • पहलगाम में लौटी रौनक: अनंतनाग के इस पर्यटन स्थल पर महीनों बाद पर्यटकों की वापसी 

श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में लंबे इंतजार के बाद एक बार फिर रौनक लौट आई है। कई महीनों तक सन्नाटे और अनिश्चितता के दौर से गुजरने के बाद अब पहलगाम की वादियां पर्यटकों से गुलजार नजर आ रही हैं। देश के अलग-अलग राज्यों से आए सैलानी यहां की प्राकृतिक सुंदरता, ठंडी हवा और शांत वातावरण का आनंद लेते दिखाई दे रहे हैं। घाटी में फैली हरियाली, बहती नदियां और बर्फ से ढकी चोटियां एक बार फिर लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं।

पर्यटकों की बढ़ती आवाजाही से बदला माहौल

पहलगाम पहुंच रहे पर्यटकों का कहना है कि यात्रा से पहले उनके मन में कई तरह की आशंकाएं थीं, लेकिन यहां पहुंचने के बाद उनका नजरिया पूरी तरह बदल गया। सैलानियों के मुताबिक, पहलगाम का माहौल न केवल सुरक्षित बल्कि बेहद सुकून देने वाला है। बाजारों में चहल-पहल बढ़ गई है, होटल और गेस्ट हाउसों में रुकने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है और टैक्सी स्टैंड से लेकर स्थानीय दुकानों तक रौनक साफ नजर आ रही है। कई पर्यटक खुले मैदानों और सड़कों पर हिंदी गीतों पर झूमते और नाचते हुए दिख रहे हैं, जिससे पूरे इलाके में उत्सव जैसा माहौल बन गया है।

स्थानीय लोगों और कारोबारियों में लौटी उम्मीद

पर्यटकों की वापसी से सबसे ज्यादा राहत स्थानीय कारोबारियों और पर्यटन से जुड़े लोगों को मिली है। होटल संचालक, घोड़े वाले, टैक्सी चालक, हस्तशिल्प विक्रेता और छोटे दुकानदारों के चेहरे पर लंबे समय बाद मुस्कान दिखाई दे रही है। उनका कहना है कि बीते महीनों में कामकाज ठप होने से आर्थिक स्थिति पर गहरा असर पड़ा था, लेकिन अब हालात धीरे-धीरे सुधर रहे हैं। स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि अगर यही रुझान बना रहा तो आने वाले दिनों में पर्यटकों की संख्या और बढ़ेगी, जिससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।

शांति और भरोसे से फिर सैलानियों की पहली पसंद

पहलगाम में लौटी यह रौनक इस बात का संकेत है कि शांति और भरोसे का माहौल बनते ही घाटी एक बार फिर सैलानियों की पहली पसंद बन सकती है। यहां आए पर्यटक स्थानीय लोगों की मेहमाननवाजी की भी जमकर तारीफ कर रहे हैं। सैलानियों का कहना है कि पहलगाम की खूबसूरती के साथ-साथ यहां के लोग बेहद सहयोगी और अपनापन दिखाने वाले हैं, जो यात्रा के अनुभव को और खास बना देता है।

हालात बेहतर होने पर और बढ़ेंगे सैलानी: फारूक अब्दुल्ला

पर्यटन को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने भी उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे हालात और बेहतर होंगे, वैसे-वैसे घाटी में आने वाले सैलानियों की संख्या में इजाफा होगा। उनका मानना है कि अगर इस मौसम में अच्छी बर्फबारी होती है तो देश ही नहीं, विदेशों से भी बड़ी संख्या में पर्यटक कश्मीर का रुख करेंगे। इससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और आय के नए अवसर भी पैदा होंगे।

पर्यटन से जुड़ी उम्मीदों के साथ आगे बढ़ती घाटी

फारूक अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि पर्यटन कश्मीर की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और इसके मजबूत होने से आम लोगों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव आएगा। पहलगाम में लौटती चहल-पहल इस बात का प्रमाण है कि घाटी धीरे-धीरे फिर से सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रही है। स्थानीय प्रशासन और पर्यटन विभाग भी सैलानियों को बेहतर सुविधाएं देने और सुरक्षा व्यवस्था मजबूत रखने में जुटे हुए हैं।

पहलगाम की बहार बनी उम्मीद की नई पहचान

महीनों की खामोशी के बाद पहलगाम में लौटी यह बहार सिर्फ पर्यटन की वापसी नहीं, बल्कि उम्मीद और भरोसे की नई शुरुआत भी है। वादियों में गूंजती हंसी, बाजारों की रौनक और पर्यटकों की बढ़ती संख्या यह संदेश दे रही है कि कश्मीर की यह खूबसूरत वादी एक बार फिर मुस्कुराने लगी है और आने वाले समय में इसकी चमक और बढ़ने की उम्मीद है।